लखनऊ। प्रभागीय वन अधिकारी अवध वन प्रभाग डॉ रवि कुमार सिंह ने बताया सरोजनीनगर रेंज अन्तर्गत लीलाखेड़ा दादूपुर में तेंदुए जैसा वन्य जीव देखे जाने की सूचना प्राप्त हुई थी। जिसपर तत्काल क्षेत्रीय वन अधिकारी, सरोजनीनगर रेंज को मौके पर पहुंचकर वन्य जीव को सुरक्षित रेस्क्यू करने हेतु निर्देशित किया गया था।
निकली सीकैट
क्षेत्रीय वन अधिकारी, सरोजनीनगर शौकत उल्ला खाँ अपनी टीम के साथ तेन्दुए जैसे वन्य जीव देखे जाने वाले स्थल पर पहुंचे, जहां पर उनके द्वारा फिशिंग कैट (Prionailurus viverrinus ) होने की पुष्टि की गई।
मौके स्थल पर आम जनमानस की भीड़ व शोर होने के कारण फिशिंग कैट एक पेड़ पर चढ़ गया, जिसके क्रम में क्षेत्रीय वन अधिकारी, सरोजनीनगर रेंज व उनकी टीम द्वारा मौके स्थल पर भीड़ को नियंत्रित व शांत कराते स्नेयर पोल की मदद से फिशिंग कैट को सुरक्षित रेस्क्यू किया गया।
तेंदुए जैसा दिखने वाला वन्य जीव है
रेस्क्यू किया गया फिशिंग कैट नर है जो पूर्ण रूप से वयस्क है।
उल्लेखनीय है कि फिशिंग कैट तेंदुए जैसा दिखने वाला वन्य जीव है, किन्तु यह आकार में तेन्दुए से छोटा होता है। रेस्क्यू किया गया फिशिंग कैट वन्य जीव की ऊंचाई लगभग दो ढाई फीट व लम्बाई लगभग तीन से चार फीट तथा वजन लगभग अठारह से बीस किलो के मध्य बताया गया । यह फिशिंग कैट जगंलों, झीलों एवं नदियों के किनारे प्रायः पाये जाते हैं। यह घरेलू बिल्ली के आकार का लगभग दोगुना है और मध्यम से छोटे पैरों के साथ गठीला व मांसल है। अंतर्राष्ट्रीय प्रकृति संरक्षण संघ (आईयूसीएन) द्वारा वर्ष 2016 से इसे रेड लिस्ट के रूप में सूचीबद्ध किया गया है। सुरक्षित रेस्क्यू किये गये नर फिशिंग कैट क्षेत्रीय वन अधिकारी, सरोजनीनगर एवं उनकी टीम द्वारा कुरौनी वन क्षेत्र में अवमुक्त कर दिया गया ।