हत्या की घटना में जनपद अमेठी से पुरस्कार घोषित
लखनऊ। हत्या की घटना में जनपद अमेठी से पुरस्कार घोषित अपराधी को एसटीएफ ने जनपद अमेठी से गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस उपाधीक्षक लाल प्रताप सिंह ने बताया की फरार चल रहे अपराधियों के खिलाफ चलाये जा रहे अभियान में जानकारी मिली की जनपद अमेठी के थाना संग्रामपुर में पंजीकृत मामले में वांछित 50 हजार का इनामी सुरेन्द्र यादव निवासी ग्रा0 अम्बरपुर थाना संग्रामपुर, जनपद अमेठी जो काफी समय से फरार चल रहा है। अमेठी में ही अपनी किसी रिश्तेदारी में छिप कर रहा है और कहीं बाहर जाने की फिराक में है। जिस पर निरीक्षक आदित्य कुमार सिंह के नेतृत्व में मु0आ0 रणधीर सिंह, गौरव सिंह, प्रशान्त सिंह की टीम ने घेराबंदी कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
समझौते के लिये दबाव बना रहे थे
गिरफ्तार अभियुक्त ने पूछताछ पर बताया कि संजय सिंह उर्फ मुन्ना व मृृतक दिनेश सिंह दोनों ग्राम धौरहरा थाना संग्रामपुर जनपद अमेठी के निवासी है व थाना संग्रामपुर के हिस्ट्रीशीटर है। उपरोक्त दोनों के बीच लगभग 20 वर्ष से कोटेदारी व वर्चस्व को लेकर विवाद चल रहा था। वर्ष-2006 में मृृतक दिनेश सिंह के भाई सहदेव सिंह की मुन्ना सिंह ने हत्या कर दी थी। जिसमें दिनेश सिंह की गवाही हो गयी थी, परन्तु संजय सिंह उर्फ मुन्ना समझौते के लिये दबाव बना रहे थे। जिसके लिये 5-6 लाख रूपये भी देने का प्रस्ताव रखा गया था। परन्तु दिनेश सिंह द्वारा मना कर दिया गया था।
इसी बीच व्हाटआप पर प्रमाणित खबर अंतू गु्रप बना था जिसमें यह दोनों भी जुड़े हुये थे। जिसमें दिनेश सिंह द्वारा मुन्ना सिंह द्वारा प्रयागराज में किये गये लूट की घटना का पुलिस द्वारा किये गये अनावरण की पेपर कटिंग को शेयर करते हुये लिखा कि कुछ लोग भीगी बिल्ली बने रहते थे आज दिमाग खराब है। जिस पर संजय सिंह उर्फ मुन्ना द्वारा नाराजगी व्यक्त करते हुये घर पर धमकी भिजवाया कि सुधर जाये नहीं तो ठीक कर देगें।
लाठी-डंडो से पीट-पीट कर मार डाला
इस पर दिनेश सिंह द्वारा कोई जबाब नहीं दिया गया। संजय सिंह उर्फ मुन्ना ग्राम धौरहरा का ग्राम प्रधान भी है, जिसका काम उसका भतीजा दीपक सिंह उर्फ कुलदीप देखता है, को पता चलने पर वह बहुत नाराज हो गया और अपने साथियों सुरेन्द्र प्रताप सिंह उर्फ सुरेन्द्र यादव ,रवि शंकर पाण्डेय , रिषभ सिंह ,विमल सिंह ,अभय प्रताप सिंह को साथ लेकर पता लगाया कि दिनेश सिंह उपरोक्त ग्राम भिटहरी बहद ग्राम साझीपुर से निकलने वाला है। उसको वहीं पर घेरकर लाठी-डंडो से पीट-पीट कर मार डाला गया। मेरे सभी साथियों को पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया है और मैं फरार चल रहा था तथा लुक-छिप कर अपनी रिश्तेदारियों में रह रहा था।