जयपुर। राजस्थान पर्यटन को विश्वपटल पर नई पहचान मिल रही है। उप मुख्यमंत्री एवं पर्यटन, कला एवं संस्कृति मंत्री दिया कुमारी द्वारा पर्यटन क्षेत्र को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिष्ठा दिलाने के प्रयास अब रंग ला रहे हैं।
“सर्वश्रेष्ठ सांस्कृतिक गंतव्य”
इसी कड़ी में राजस्थान को एक और बड़ी उपलब्धि मिली है – “सर्वश्रेष्ठ सांस्कृतिक गंतव्य” का प्रतिष्ठित पुरस्कार।
यह सम्मान आई क्रिएटिव माइंड्स द्वारा 26 जुलाई को नई दिल्ली में आयोजित 10वें अंतरराष्ट्रीय पर्यटन सम्मेलन एवं ट्रैवल अवॉर्ड समारोह में राजस्थान को प्रदान किया गया। राजस्थान पर्यटन विभाग की ओर से यह पुरस्कार संयुक्त निदेशक अजय कुमार शर्मा ने ग्रहण किया।
इस मौके पर देश-दुनिया के पर्यटन विशेषज्ञ, प्रतिनिधि और कंपनियां मौजूद थीं। इस सम्मान से पहले ही जयपुर को प्रसिद्ध ट्रेवल एंड लेजर पत्रिका के वैश्विक रीडर्स सर्वे और वोटिंग में दुनिया के घूमने लायक टॉप-5 शहरों में जगह मिली है। पिंकसिटी को इस सर्वे में पांचवां स्थान मिला है, जो राज्य की पर्यटन छवि को और भी मजबूत करता है।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विशिष्ट पहचान
प्रमुख शासन सचिव पर्यटन, कला एवं संस्कृति राजेश यादव ने बताया कि प्रदेश के सांस्कृतिक, धार्मिक, ग्रामीण, वन्य और ऐतिहासिक स्थलों के सतत विकास, बजट प्रावधानों से आधारभूत ढांचे के सुदृढ़ीकरण, आईफा जैसे भव्य आयोजनों और पारंपरिक तीज महोत्सव की भव्यता ने राजस्थान पर्यटन को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विशिष्ट पहचान दिलाई है। उन्होंने बताया कि सोशल मीडिया, पर्यटकों की प्रतिक्रियाओं और विशेषज्ञों की राय के आधार पर राजस्थान को यह प्रतिष्ठित सम्मान मिला है।
उप मुख्यमंत्री दिया कुमारी ने इस उपलब्धि पर पर्यटन विभाग की पूरी टीम को बधाई दी। उन्होंने कहा कि राजस्थान की संस्कृति, आतिथ्य और शाही परंपरा दुनिया भर में एक मिसाल है। हमारी कोशिश है कि हर पावणों को यहां आने पर ‘पधारो म्हारे देश’ का अनुभव मिले और पर्यटन के माध्यम से प्रदेश की सांस्कृतिक समृद्धि को वैश्विक मंच पर विस्तार मिले।
उल्लेखनीय है कि आई क्रिएटिव माइंड्स समूह बीते 25 वर्षों से पर्यटन उद्योग में सक्रिय है और देश के विभिन्न राज्यों, एयरलाइंस, विशेषज्ञों व उद्योगजगत के बीच समन्वय के साथ पर्यटन प्रचार-प्रसार का कार्य कर रहा है। उनके द्वारा प्रकाशित पत्रिका “ट्रैवल मेल” भी पर्यटन विकास को समर्पित है।
राजस्थान को मिला यह सम्मान पर्यटन क्षेत्र में नव ऊर्जा का संचार करेगा और प्रदेश को दुनिया का पसंदीदा गंतव्य बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम सिद्ध होगा।