लखनऊ।आशियाना पुलिस ने दो दिन पूर्व बाइक चोरों के गिरोह का भांडाफोड करने के बाद आज गुरुवार को बंद घरों मकानों की रेकी कर चिन्हित मकानों में घुसकर ज्वेलरी एवं नगदी पर हाथ साफ करने वाले गिरोह का भांडाफोड़ कर गिरोह के सरगना समेत चार सदस्यों को बीबीयू विश्वविद्यालय के पास चोरी की योजना बनाते समय गिरफ्तार किया है।

डीसीपी सेंट्रल आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि पुलिस टीम ने मुखबिर की सूचना पर बीबीयू यूनिवर्सिटी के पास से नकबजन चोरों के एक ऐसे गिरोह को गिरफ्तार किया है,जो इंस्टाग्राम पर ग्रुप बना एक दूसरे से जुड़े थे और ग्रुप पर ही वार्ता कर बंद घरों में नकबजनी कर चोरी की घटनाओं को अंजाम देते थे।
इस गिरोह का मुख्य सरगना लखीमपुर खीरी कोतवाली सदर निवासी सुधीर कश्यप है। इसके अलावा इस गिरोह के तीन अन्य सदस्य गौरव सिंह निवासी गुरड्डा खुर्द थाना खमरिया जनपद लखीमपुर,मोहम्मद जिसान निवासी मेहवागंज थाना सदर कोतवाली जनपद लखीमपुर,नमित मिश्रा उपचारिका भवन के पीछे बलरामपुर अस्पताल थाना वजीरगंज लखनऊ को ने गिरफ्तार किया है।
जिनके कब्जे आशियाना और गोमतीनगर से हुई चोरियों में करीब 35 लाख रुपए कीमत का जेवरात बरामद किया गया है। जिन्हें पुलिस ने जेवरात बरामदगी के आधार पर थाने में दर्ज मुकदमे के तहत कार्रवाई कर जेल भेज दिया है। डीसीपी सेंट्रल ने पुलिस टीम को 25 हजार रुपए का नगद इनाम देने की घोषणा की है
सीसीटीवी कैमरे खंगाल पुलिस ने किया खुलासा
आशियाना थाना प्रभारी छत्रपाल सिंह ने बताया कि पकड़े गए शातिराना अंदाज में बंद मकानों को इंस्टाग्राम पर ग्रुप के माध्यम से अपना निशाना बनाते थे और ताला तोड़ चोरी की घटनाओं को अंजाम दे फरार हो जाते थे इस गिरोह ने बीते दिनों आशियाना क्षेत्र के सेक्टर एम और शारदा नगर रजनी खंड में चोरी की घटना को अंजाम दिया था ।दोनों चोरियों के खुलासे में करीब 70 – 80 सीसी कैमरे खंगाले गए जिसके सूत्रधार से शातिरों को गिरफ्तार कर सफलता हासिल की गई है। बरामदगी आधार पर चारों शातिरों को जेल भेज दिया गया है।
बाइक से आते चोरी करने
पुलिस को पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि आरोपी नमित लखनऊ में काम करता था। दिन में अपना काम निपटा कर रात में बंद घरों की रेकी कर अपने लीडर सुधीर कश्यप को फोन कर सूचना देता था। इसके बाद सुधीर, गौरव सिंह, और मो. जीशान लखीमपुर से बाइक से दो से ढाई घंटे में लखनऊ आकर चोरी की वारदात को अंजाम देकर भाग जाते थे। आशियाना और गोमती नगर में गैंग ने चोरी की थी। चोरी किए गहनों को नेपाल में बेचने की फिराक में थे।