पूर्व भारतीय कप्तान और बंगाल क्रिकेट संघ (सीएबी) के मौजूदा अध्यक्ष सौरव गांगुली ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले टेस्ट में ईडन गार्डन्स की पिच को लेकर चल रहे विवाद के बीच सीधे तौर पर कप्तान शुभमन गिल और मुख्य कोच गौतम गंभीर जैसे लोगों को दोषी ठहराया है।
पिच की स्थिति और प्रदर्शन:22 गज की पिच पर असमान टर्न और उछाल मिल रहा था, जिससे बल्लेबाजों को पहले दिन से ही परेशानी हो रही थी।
मैच के तीन दिनों के अंदर समाप्त होने की संभावना और बल्लेबाजों के संघर्ष के कारण, पूर्व क्रिकेटरों हरभजन सिंह और माइकल वॉन ने पिच की कड़ी आलोचना की और इसे “टेस्ट क्रिकेट का मज़ाक” कहा।पिच पर शुरुआत से ही कुछ गहरे धब्बे दिखाई दे रहे थे, जिससे दोनों टीमों के बल्लेबाजों के लिए खेलना मुश्किल हो गया था।
गांगुली का बयान:तमाम हंगामे के बीच, गांगुली ने स्पष्ट किया कि पिच को भारतीय टीम प्रबंधन की इच्छा के अनुसार तैयार किया गया था। गांगुली ने कहा गया, यह पिच वैसी ही है जैसी भारतीय टीम चाहती थी। जब आप चार दिनों तक पिच पर पानी नहीं डालते हैं तो यही होता है। क्यूरेटर सुजान मुखर्जी को दोष नहीं दिया जा सकता।
मैच का विवरण और टीम प्रबंधन की भूमिका : दक्षिण अफ्रीका पहली पारी में 159 रनों पर आउट हो गया, जिसके जवाब में भारतीय टीम अपनी पहली पारी में 189 रन ही बना सकी।
दूसरी पारी में दक्षिण अफ्रीका फिर से 159 रनों पर ऑल आउट हो गई, जिससे भारत को 124 रनों का लक्ष्य मिला।इस पिच पर किसी बल्लेबाज को अर्धशतक बनाने में तीन दिन लगे, और टेम्बा बावुमा ही एकमात्र ऐसे बल्लेबाज रहे।
इससे पहले, गांगुली ने पिछले हफ्ते एक कार्यक्रम में कहा था कि भारतीय टीम प्रबंधन की ओर से पहले टेस्ट के लिए पिच की प्रकृति को लेकर कोई अनुरोध नहीं किया गया था, जिससे पता चलता है कि टेस्ट मैच नजदीक आते ही चीजें बदल गईं। मैच से पहले, शुभमन गिल और गौतम गंभीर ने पिच क्यूरेटर सुजान मुखर्जी के साथ लंबी बातचीत की थी।

