लखनऊ। बाबू बनारसी दास (बीबीडी) विश्वविद्यालय का भव्य दीक्षांत समारोह सोमवार को संपन्न हुआ। डॉ. अखिलेश दास गुप्ता स्टेडियम में मख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दीप प्रज्ज्वलित कर दीक्षांत समारोह का शुभारम्भ किया।
कुलगुरु द्वारा दीक्षा और उपदेश दिया जाता था
इस अवसर पर मख्यमंत्री ने छात्रों को संबोधित करते हुए भारतीय शिक्षा परंपरा और आधुनिक उच्च शिक्षा की महत्ता पर विस्तार से चर्चाकी। उन्होंनेकहा कि “दीक्षांत समारोह भारत की प्राचीन गुरुकुल प्रणाली के समावर्तनर्त समारोह का ही परिवर्तितर्ति रूप है। प्राचीन परंपरा में शिक्षा पूर्ण होने पर गुरुकुल से निकलते समय कुलगुरु द्वारा दीक्षा और उपदेश दिया जाता था।”
देश का एक जाना-पहचाना नाम
पूर्व मख्यमंत्री बाबूबनारसी दास की राष्ट्र के प्रति समर्पितर्पि जीवन यात्रा को नमन करते हुए कहा कि “बाबूबनारसी दास देश का एक जाना-पहचाना नाम हैं, जिनका जीवन संघर्षों सेतपा था। स्वतंत्रता संग्राम मेंउनका योगदान राष्ट्र के प्रति उनके जज्बेऔर समर्पणर्प को दर्शाता है।”
मख्यमंत्री ने विश्वविद्यालय के संस्थापक स्व. डॉ. अखिलेश दास गुप्ता द्वारा शिक्षा और खेल दोनों क्षेत्रों मेंसंस्थान को सशक्त बनानेके प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतत्वृ में नया भारत विश्व पटल पर तजी सेआगेबढ़ रहा है और यह यात्रा युवाओ के लिए नए अवसर खोल रही है।
देश-प्रदेश मेंअपनी पहचान
इस अवसर पर बीबीडी विश्वविद्यालय के प्रति कुलाधिपति विराज सागर दास ने अपनेसंबोधन मेंकहा कि “बीबीडी विश्वविद्यालय के 1.5 लाख सेअधिक पूर्व छात्र-छात्राएं देश-प्रदेश मेंअपनी पहचान बना चुके हैं। आज का समारोह उनकी मेहनत और उपलब्धियों का सम्मान है।”
समारोह में विभिन्न संकायों के छात्र-छात्राओं को डिग्रियां, मेडल और सम्मान प्रदान किए गए। कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश सरकार के जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिहं,बीबीडी विश्वविद्यालय की कुलाधिपति अलका दास गुप्ता, बीबीडी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर कृष्ण श्रीवास्तव,रायबरेली सदर की विधायक अदिति सिहं सहित अन्य गणमाण्य लोग उपस्थित रहे।

