अश्विन के अनुसार, अगर वाशिंगटन सुंदर की भूमिका स्पष्ट नहीं की गई, तो वह इसी उलझन में रहेंगे कि टीम में उनकी वास्तविक भूमिका क्या है।अश्विन का मानना है कि सुंदर को गेंदबाजी ऑलराउंडर माना जाना चाहिए और उन्हें अपने कोटे के पूरे ओवर दिए जाने चाहिए। नियमित गेंदबाजी करने से उनकी मानसिकता एक गेंदबाज की होगी जो बल्लेबाजी भी कर सकता है, और इससे बल्लेबाजी में भी उनका आत्मविश्वास बढ़ेगा।दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले दो वनडे में सुंदर ने केवल सात ओवर फेंके और उन्हें एक भी विकेट नहीं मिला है।
एक बार जब आपने वाशिंगटन सुंदर को अंतिम एकादश में रखने का फैसला कर लिया, तो आपको उनकी भूमिका एक गेंदबाज के रूप में देखनी होगी जो बल्लेबाजी भी कर सकता है। आपको उन्हें उनके कोटे के सारे ओवर करवाने होंगे।
अगर वह सिर्फ बल्लेबाजी और कुछ ओवर गेंदबाजी करेगा तो वह यही सोचता रहेगा कि आखिर टीम में उसकी भूमिका क्या है। उसे इस स्थिति में नहीं छोड़ना चाहिए और टीम को उसकी उचित भूमिका स्पष्ट करनी चाहिए।
अश्विन का मानना है कि हार्दिक पंड्या की अनुपस्थिति में भारतीय टीम को एक अदद फिनिशर की कमी** खल रही है। भारत पहले दोनों वनडे में भी बल्लेबाजी से अच्छा फिनिश नहीं कर पाया। उन्होंने वाशिंगटन की जगह नीतीश कुमार रेड्डी जैसे बल्लेबाज को खिलाने का सुझाव दिया, यह देखते हुए कि भारत बल्लेबाजी में अच्छी तरह से फिनिश नहीं कर पा रहा है।अश्विन के अनुसार, बल्लेबाजी में फिनिशिंग की कमी के कारण स्पिन ऑलराउंडर की जगह **तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर को खिलाना चाहिए।

