Monday, June 16, 2025
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    सीएम योगी से महंत आचार्य मिथिलेशनन्दिनीशरण ने की शिष्टाचार भेंट

    सीएम योगी से महंत आचार्य मिथिलेशनन्दिनीशरण ने की शिष्टाचार भेंट

    लखनऊ । सोमवार को 5 कालिदास मार्ग स्थित सरकारी आवास लखनऊ पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से सिद्धपीठ श्रीहनुमन्निवास, अयोध्या धाम के महंत आचार्य मिथिलेशनन्दिनीशरण ने शिष्टाचार भेंट की।

    लखनऊ फुटबॉल लीग 8 जुलाई से, विजेता को थर्ड डिवीजन आई-लीग में मिलेगा मौका

    लखनऊ। लखनऊ फुटबॉल संघ के अध्यक्ष वीरेंद्र कुमार शुक्ला के कार्यालय में रविवार को  एक अहम बैठक आयोजित की गई, जिसमें जिले की 32 संस्थाओं, क्लबों और विभागों ने भाग लिया और आगामी जिला फुटबॉल लीग के लिए पंजीकरण कराया। इस बैठक में यह निर्णय लिया गया कि टूर्नामेंट का फिक्सचर 20 जून को जारी किया जाएगा।

    यह जानकरी अध्यक्ष वीरेंद्र कुमार शुक्ला ने दी । उन्होंने बताया कि दिवंगत सतीश कुमार शुक्ला (पूर्व अध्यक्ष, जिला फुटबॉल संघ – लखनऊ) की स्मृति में यह जिला फुटबॉल लीग 8 जुलाई से दिलकुशा स्टेडियम, लखनऊ में आयोजित की जाएगी। टूर्नामेंट के सभी मुकाबले फीफा, एआईएफएफ और यूपीएफएस के नियमानुसार कराए जाएंगे, और सभी प्रतिभागी क्लबों को इन नियमों का कड़ाई से पालन करना होगा।

    इस आयोजन को उत्तर प्रदेश फुटबॉल संघ के सचिव श्री मोहम्मद शाहिद के दिशा-निर्देशों और अनुमति के तहत आयोजित किया जा रहा है। लीग में भाग लेने वाली सभी टीमों और खिलाड़ियों का पंजीकरण ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन (AIFF) के पोर्टल पर अनिवार्य होगा।

    साथ ही, उत्तर प्रदेश फुटबॉल संघ द्वारा लखनऊ फुटबॉल संघ को AIFF लॉगिन आईडी प्रदान की गई है, जिससे केवल इस लीग में भाग लेने वाले खिलाड़ी ही आगे चलकर जिला, राज्य और राष्ट्रीय स्तर की ट्रायल में हिस्सा ले सकेंगे।

    मोहम्मद शाहिद ने यह भी घोषणा की कि इस फुटबॉल लीग की विजेता टीम को थर्ड डिवीजन आई-लीग के लिए क्वालिफाइंग मैच में भेजा जाएगा, जिससे खिलाड़ियों को राष्ट्रीय मंच पर खेलने का सुनहरा अवसर प्राप्त होगा।

    सिख धार्मिक आंदोलन में दलितों की भूमिका पर पटना में सेमिनार, विद्वानों ने रखे विचार

    सिख धार्मिक आंदोलन में दलितों की भूमिका पर पटना में सेमिनार, विद्वानों ने रखे विचार

    पटना, संवाददाता  । जगजीवन राम शोध एवं अध्ययन केंद्र में दलित विमर्श मंच एवं गुरु सिंह सभा के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित एकदिवसीय सेमिनार में अपना विचार रखते हुए हरमंदिर पटना साहिब के धर्म प्रचार प्रमुख सरदार महेंद्र पाल सिंह ढिल्लों ने कहा की बिहार में सिख धर्म का इतिहास बहुत पुराना और रोचक है।

    सेमिनार का केन्द्रीय विषय, सिख धार्मिक आंदोलन में दलितों की भूमिका था । कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए सरदार ढिल्लों ने कहा की सिखों के प्रथम गुरु नानक देव जी महाराज ने सबसे पहले पटना साहिब में ही बैठकर सिख धर्म की पहली गादी स्थापित की थी।

    उन्होंने कहा कि यह धर्म मानवता की रक्षा के लिए, प्रकृति के संरक्षण के लिए और लोगों के सहयोग के लिए खड़ा किया गया है। उन्होंने कहा की बिहार न केवल भगवान बुद्ध और जैन तीर्थंकरों की धरती है, अपितु यह हमारे गुरुओं की भी धरती है। हमारे कई धर्मगुरु इस धरती पर आए और यहां के लोगों को असल धर्म की शिक्षा दी।

    सिख धर्म में दलितवाद का कोई मतलब नहीं है :सरदार जीवन सिंह मल्ला
    सेमिनार के दूसरे सत्र में सुप्रीम कोर्ट के वकील और तमिलनाडु के सिख स्कॉलर, सरदार जीवन सिंह मल्ला ने कहा कि सिख धर्म में दलितवाद का कोई मतलब नहीं है। उन्होंने कहा कि यहां कोई जाति का कांसेप्ट है ही नहीं। जो गुरु सिंह है उसमें किसी प्रकार का कोई भेदभाव नहीं है। हिंदुओं में ब्रह्मिनकल सोशल ऑर्डर होने के कारण कई प्रकार के विभेद देखने को मिलते हैं लेकिन सिखों में ऐसा कुछ नहीं है। सिख मानवता का धर्म है और सिख ऐसे लोगों का विश्वास है जो मानवता के लिए जीते और मानवता के लिए करने की कसम खाते हैं।

    हमारे यहां सबके लिए दरबार खुला हुआ : प्रोफेसर डॉ श्याम सिंह
    श्री गुरु सिंह सभा के अध्यक्ष और पंजाबी भाषा के प्रोफेसर रहे डॉ श्याम सिंह ने सिख धर्म में समान भाव की व्याख्या की और कहा कि हमारे यहां सबके लिए दरबार खुला हुआ है। हम किसी को पूछ करके न बिठाते हैं और ना उनका सम्मान या विरोध करते हैं। हमारे गुरुओं ने हमें सिखाया है कि जो भी कमजोर है उसके साथ खड़ा हो जाना और हमारा इतिहास ऐसे ही योद्धाओं से अटापटा है।

    सिख धर्म में वैसा विभेद नहीं है, जैसा छुआछूत हिंदू धर्म में देखने को मिलता है : राजविंदर सिंह राही
    चंडीगढ़ से आए सिख दलित चिंतक सरदार राजविंदर सिंह राही ने सिख धर्म में उत्पन्न कई प्रकार की विसंगतियों पर प्रकाश डाला और कहा कि मैं समझता हूं कि हिंदू धर्म से प्रभावित होने के कारण सिख धर्म में भी कई प्रकार की विसंगतियां प्रवेश कर गई है लेकिन यहां वैसा विभेद नहीं है, जैसा विभेद या छुआछूत हिंदू धर्म में देखने को मिलता रहा है। हम सिख नए रंग रूप में फिर से खड़े हो रहे हैं और हमें विश्वास है कि सिख धर्म में जो विसंगतियां, जो विकृतियां, व्याधियों आ गई उसे हम दूर करेंगे।

    एडवोकेट योगेश चंद्र वर्मा ने सिख धर्म के इतिहास और सिख धर्म के वर्तमान पर प्रकाश डालते हुए कहा कि पंजाब में जाट सिखों के प्रभाव के कारण दलित सिख अब सखी से कटकर क्रिश्चियनिटी के तरफ आकर्षित हो रहे हैं। इस पर सिख धर्म के पैरोकारों को सोचना चाहिए और इस धर्म में जो नए सिरे से विसंगतियां पैदा हो रही है, उसे खत्म करने की कोशिश करनी चाहिए।

    पटना हाई कोर्ट के अधिवक्ता गोपाल कृष्ण ने सिखों के इतिहास, समाजवादी सोच और बिहार में सिख संबंधी कई ऐतिहासिक विषयों पर प्रकाश डाला। उन्होंने जाने माने कई स्कोलारो का नाम भी बताया जिन्होंने सिख धर्म पर लिखा है और सिख धर्म की आधुनिक व्याख्या की है।

    कार्यक्रम के प्रथम चरण में बिहार में सिख धर्म के इतिहास विषय पर प्रकाश डालते हुए चंडीगढ़ की रहने वाली पंजाबी की एसोसिएट प्रोफेसर डॉ सुखजिंदर कौर ने कहा की बिहार में सिख धर्म का इतिहास बहुत ही रिच है। इसे जानने और समझने की जरूरत है। इसी सत्र में पंजाब यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर डॉक्टर भूपेंद्र पाल सिंह ने बिहार में सिख धर्म की संभावना पर प्रकाश डाला।

    उन्होंने कहा की बिहार की धरती मानवता की धरती है और यहां पर एक से एक चिंतक और विचारक पैदा हुए हैं। अगर हम अपनी बात सही तरीके से यहां के लोगों तक पहुंचाते हैं तो मानवता के इस चिंतन को लोग जरूर स्वीकार करेंगे। कार्यक्रम के अंत में श्री गुरु सिंह सभा के महासचिव सरदार डॉक्टर खुशाल सिंह ने कहा कि हम बिहार को प्रयोग की भूमि के तौर पर देखते हैं। आने वाले समय में हम बिहार पर और ज्यादा ध्यान केंद्रित करेंगे। बिहार हमारे लिए बेहद उपयोगी प्रदेश है। यहां हमारे गुरु का घर है और हम इस घर को ठीक ढंग से संभालने और संवारने का प्रयास करेंगे।

    सेमिनार के प्रथम सत्र की अध्यक्षता सिख चिंतक सरदार सुरेंद्र सिंह कृष्णपुरा ने किया। पूरे दिन के कार्यक्रम का संयोजन पटना उच्च न्यायालय के अधिवक्ता प्रेम कुमार पासवान ने किया, जबकि संपूर्ण कार्यक्रम का संचालन सरदार त्रिलोक सिंह निषाद ने किया। कार्यक्रम के अंत में आगत अतिथि एवं विद्वान वक्ताओं का आभार तथा धन्यवाद ज्ञापन गौतम चौधरी ने की। मौके पर वरीय पत्रकार संजीत मिश्रा, मुकेश बालयोगी सहित देशभर से आए कई गणमान्य मौजूद रहे।

    आरएएस मुख्य परीक्षा 17 और 18 जून को, एडमिट कार्ड जारी

    जयपुर। राजस्थान लोक सेवा आयोग (आरपीएससी) द्वारा राज्य एवं अधीनस्थ सेवाएं मुख्य परीक्षा 2024 का आयोजन 17 और 18 जून को किया जाएगा। दो पारियों में होने वाली यह परीक्षा अजमेर के 29 और जयपुर के 48 केंद्रों पर सुबह 9 बजे से 12 बजे तक और दोपहर 2:30 बजे से शाम 5:30 बजे तक आयोजित की जाएगी।

    मुख्य परीक्षा के लिए 3 लाख 75 हज़ार से अधिक अभ्यर्थियों ने प्रारंभिक परीक्षा दी थी, जिनमें से 21, 539 उम्मीदवार सफल हुए हैं। वहीं 1,680 अभ्यर्थियों को 10% से कम उत्तर देने के कारण अयोग्य घोषित किया गया है और दो का परिणाम न्यायालय में लंबित याचिका के चलते रोका गया है।

    आयोग सचिव रामनिवास मेहता ने बताया कि आज से परीक्षा के एडमिट कार्ड आयोग की वेबसाइट (https://rpsc.rajasthan.gov.in/) और एसएसओ पोर्टल (https://sso.rajasthan.gov.in/signin) पर उपलब्ध हैं। अभ्यर्थी आवेदन क्रमांक और जन्मतिथि डालकर या एसएसओ लॉगिन कर अपने एडमिट कार्ड डाउनलोड कर सकते हैं।

    बताते चलें की इस भर्ती के तहत शुरू में 733 पदों की घोषणा की गई थी, जिसे बढ़ाकर 1,096 पद कर दिया गया है। इनमें 428 पद राज्य सेवा और 668 पद अधीनस्थ सेवा के हैं।

    जल स्रोतों की मरम्मत और एनीकट को लेकर उठाएं जाएं आवश्यक कदम -राजस्व एवं उपनिवेशन मंत्री

    जयपुर। राजस्व एवं उपनिवेशन मंत्री हेमंत मीणा ने रविवार को प्रतापगढ जिला कलेक्ट्रेट में वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान और बजट घोषणाओं को लेकर समीक्षा बैठक ली।

    राजस्व मंत्री मीणा ने वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान पर विस्तारपूर्वक चर्चा करते हुए कहा कि जल स्रोतों की मरम्मत और एनीकट को लेकर आवश्यक कदम उठाएं जाएं। उन्होंने कहा कि स्थानीय प्रजातियों और जलवायु को देखते हुए पौधारोपण किया जाए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए की जमीनी स्तर पर अभियान, पौधारोपण और सभी विकास कार्यों के ठोस परिणाम दिखने चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सपना है हर घर जल पहुंचे।

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    मंत्री ने बजट घोषणाओ को लेकर चर्चा करते हुए कहा कि सभी बजट घोषणाओं का क्रियान्वयन समयबद्ध और गुणवत्तापूर्ण तरीके से हो। उन्होंने कहा की अधिकारी स्वयं फील्ड में जाकर क्रियान्वयन देखें।

    इस दौरान जिला कलक्टर डॉ.अंजली राजोरिया ने बताया कि बावड़ी और जल स्रोतों की साफ सफाई की जा रही है। उन्होंने बताया कि सभी विभागों द्वारा कार्ययोजना के अनुसार कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। अधिकारियों को सभी कार्यक्रमों में अधिकाधिक लोगों की भागीदारी सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए गए है। उन्होंने बताया कि नियमित बैठक और फील्ड विजिट के माध्यम से कार्यों का क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जा रहा है।

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    मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद पर्वत सिंह चुंडावत ने बताया कि 5 जून से जिले में अभियान के तहत विभागों द्वारा विभिन्न गतिविधियां आयोजित की जा रही है। आमजन की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए आशा एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा पीले चावल बांटे गए हैं।

    बैठक में उप वन संरक्षक हरिकिशन सारस्वत, सीएमएचओ डॉ. जीवराज मीणा, एसीईओ धनदान देथा ,सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक डॉ. टी आर आमेटा व जिला रसद अधिकारी सहित अन्य अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे। बैठक के अंत में वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान के तहत जल संरक्षण का संकल्प लिया गया।

    केदारनाथ हेलिकॉप्टर हादसा: जयपुर निवासी पायलट राजवीर सिंह सहित 7 लोगों की मौत

    जयपुर। उत्तराखंड के केदारनाथ यात्रा मार्ग पर गौरी माई खर्क में रविवार सुबह गौरीकुंड के पास एक हेलिकॉप्टर हादसे में पायलट सहित 7 लोगों की मौत हो गई। इस वर्ष यह पांचवीं हेलीकॉप्टर दुर्घटना है, जिससे यात्रा मार्ग की हवाई सेवाओं की सुरक्षा पर गंभीर सवाल उठ खड़े हुए हैं। इससे पूर्व बीती 17 मई और 7 जून को दो हेलीकॉप्टरों की इमरजेंसी लैंडिंग हो चुकी है।

    गढ़वाल रेंज (उत्तराखंड) आईजी राजीव स्वरूप ने बताया कि शवों की शिनाख्त में कठिनाई आ रही है। डीएनए परीक्षण के बाद शव परिजनों को सौंपे जाएंगे।

    जयपुर निवासी पायलट राजवीर सिंह चौहान की मौत

    हादसे में पायलट राजवीर सिंह की मृत्यु हो गई। वे भारतीय सेना से लेफ्टिनेंट कर्नल के पद से सेवानिवृत्त हुए थे। उन्होंने करीब 14 वर्षों तक सेना में अपनी सेवाएं दी थीं। सेना से रिटायर होने के बाद वे हेलिकॉप्टर सेवा देने वाली निजी कंपनी आर्यन एविएशन के साथ जुड़े हुए थे और केदारनाथ यात्रा में श्रद्धालुओं को सेवाएं दे रहे थे। राजवीर करीब चार महीने पहले ही जुड़वां बच्चों के पिता बने थे। जयपुर स्थित पायलट के शास्त्री नगर स्थित घर पर हादसे की खबर मिलते ही कोहराम मच गया।

    मुख्यमंत्री ने व्यक्त की संवेदना

    मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने हादसे पर गहरा शोक व्यक्त किया। उन्होंने सोशल मीडिया संदेश में लिखा “केदारनाथ में हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने से राजस्थान के पायलट तथा अन्य श्रद्धालुओं की जनहानि का समाचार अत्यंत दुःखद है। बाबा केदार दिवंगत आत्माओं को अपने श्री चरणों में स्थान व शोकाकुल परिवार को यह वज्रपात सहन करने की शक्ति प्रदान करें।”

    वहीं राज्य सरकार में कैबिनेट मंत्री एवं पूर्व सैन्य अधिकारी कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने भी संवेदना व्यक्त करते हुए लिखा “केदारनाथ जा रहे हेलीकॉप्टर क्रैश में पायलट जयपुर के लेफ्टिनेंट कर्नल (रिटायर्ड) राजवीर सिंह चौहान जी का असमय निधन अत्यंत पीड़ादायक है। दुःख की इस घड़ी में पूरा प्रदेश चौहान परिवार के साथ है।”

    चारधाम की हेली सेवा 16 जून तक बंद, जांच के आदेश

    उत्तराखंड सरकार ने चारधाम यात्रा के लिए हेली सेवाओं को 16 जून (सोमवार) तक पूर्णतः बंद करने का निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि “किसी भी कीमत पर जनजीवन से समझौता नहीं किया जाएगा।”

    रविवार को मुख्यमंत्री आवास पर हुई बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि चार धाम में लगे सभी हेली ऑपरेटरों और पायलटों के उच्च हिमालय क्षेत्रों में उड़ान अनुभवों की जांच होगी व सभी हेली ऑपरेटरों के साथ बैठक के बाद ही पुनः हेली सेवा को सुचारु किया जाएगा।

    गृह सचिव (उत्तराखंड) की अध्यक्षता समिति गठित

    मुख्यमंत्री ने गृह सचिव (उत्तराखंड) की अध्यक्षता में एक समिति गठित किए जाने के निर्देश दिए, जिसमें डीजीसीए, यूकाडा, नागरिक उड्डयन विभाग भारत सरकार, एटीसी के प्रतिनिधि सदस्य के रूप में रहेंगे। यह समिति जन सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए मानक प्रचालन नियमावली का प्रारूप बनाएगी। समिति अपनी रिपोर्ट सितंबर माह से पूर्व प्रस्तुत करेगी। मुख्यमंत्री ने आगामी समय के लिए प्रदेश में हेली सेवाओं के संचालन के लिए सख्त एडमिनिस्ट्रेटिव एंड टेक्निकल एसओपी तैयार किए जाने के निर्देश भी दिए हैं।

    मुख्यमंत्री ने रुद्रप्रयाग में दुर्घटनाग्रस्त हेलीकॉप्टर के संबध में उच्च स्तरीय जांच के भी आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा कि जिस भी स्तर पर लापरवाही बरती गई है, उन्हें चिन्हित कर उनके विरुद्ध दंडात्मक कार्यवाही सुनिश्चित की जाए।

    उच्च हिमालय क्षेत्रों में हेली उड़ाने का दीर्घकालीन अनुभव वाले पायलटों को ही मिलेगी अनुमति

    मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हीं पायलटों को अनुमति दी जाएगी जिनका उच्च हिमालय क्षेत्रों में हेली उड़ाने का दीर्घकालीन अनुभव होगा। उन्होंने कहा कि डीजीसीए की ओर से निर्धारित गाइडलाइन को और सख्त बनाया जाए, जिसका अनुपालन शत प्रतिशत किया जाए। मुख्यमंत्री ने हिमालय क्षेत्रों में अधिक संख्या में मौसम पूर्वानुमान के अत्याधुनिक उपकरण लगाने के भी निर्देश दिए, जिससे मौसम की और सटीक जानकारी प्राप्त की जा सके।

    योगी के नेतृत्व में यूपी पुलिस ने नई बुलंदियों को छूआ, दंगामुक्त हो चुका है प्रदेश : गृहमंत्री अमित शाह

    • लखनऊ के वृंदावन योजना के सेक्टर 18 स्थित डिफेंस एक्सपो ग्राउंड में आयोजित हुआ देश का सबसे बड़ा नियुक्तिपत्र वितरण कार्यक्रम

    लखनऊ । केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह की मौजूदगी में रविवार को लखनऊ के वृंदावन योजना, सेक्टर 18 स्थित डिफेंस एक्स्पो ग्राउंड में आयोजित एक भव्य समारोह में 60,244 नवनियुक्त पुलिस कार्मिकों को नियुक्तिपत्र वितरित किये गये। इस ऐतिहासिक आयोजन में अपने संबोधन में अमित शाह ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पारदर्शी और समावेशी भर्ती प्रक्रिया के लिए जमकर सराहना की।

    उन्होंने कहा कि योगी जी के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश पुलिस ने न केवल भर्ती प्रक्रिया को निष्पक्ष और योग्यता आधारित बनाया, बल्कि हर जाति, जिले और तहसील के युवाओं को अवसर प्रदान कर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। शाह ने विशेष रूप से इस बात पर जोर दिया कि इन नियुक्तियों में न खर्च, न पर्ची, न शिफारिश और न ही जाति के आधार पर कोई भेदभाव हुआ, बल्कि पूरी प्रक्रिया पारदर्शी और योग्यता के आधार पर संपन्न हुई।

    यूपी पुलिस देश का सबसे बड़ा पुलिसबल
    अमित शाह ने अपने संबोधन में कहा कि उत्तर प्रदेश पुलिस देश का सबसे बड़ा पुलिसबल है और आज 60,244 युवा इसके अभिन्न अंग बन रहे हैं। उन्होंने इस दिन को नवनियुक्त कार्मिकों के जीवन का सबसे शुभ दिन करार देते हुए कहा कि यह गौरव का क्षण है। शाह ने बताया कि इनमें 12 हजार से अधिक बेटियां भी शामिल हैं, जिनके चेहरों पर खुशी देखकर उन्हें अपार सुकून मिला। उन्होंने कहा कि महिलाओं के लिए आरक्षित पदों का शत-प्रतिशत लाभ उत्तर प्रदेश में सुनिश्चित किया गया है, जो योगी सरकार की एक बड़ी उपलब्धि है।

     

    योगी सरकार के तहत कानून व्यवस्था में हुआ सुधार
    शाह ने उत्तर प्रदेश में 2017 के बाद आए बदलावों की चर्चा करते हुए कहा कि आजादी के बाद से उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था लगातार बिगड़ती रही थी, लेकिन 2017 में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में भाजपा सरकार बनने के बाद यूपी पुलिस ने नई बुलंदियों को छूना शुरू किया।

    उन्होंने कहा कि योगी जी ने औद्योगिक विकास, शिक्षा, कानून व्यवस्था, बुनियादी ढांचा, बिजली और नल से जल जैसी योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाकर एक परिवर्तनकारी युग की शुरुआत की है। शाह ने जोर देकर कहा कि यूपी अब दंगों का गढ़ नहीं रहा, बल्कि दंगामुक्त हो चुका है, और गुंडों का फरमान अब नहीं चलता। उन्होंने नवनियुक्त कार्मिकों से इस परंपरा को और मजबूत करने का आह्वान किया।

    पारदर्शी भर्ती और तकनीक के योगदान की सराहना
    केंद्रीय गृह मंत्री ने भर्ती प्रक्रिया की पारदर्शिता पर विशेष जोर दिया। उन्होंने कहा कि तकनीक के उपयोग, जैसे कि कैमरे, कंट्रोल रूम, कमांड सेंटर, पीसीआर वैन और 150 से अधिक ऑन-व्हील फॉरेंसिक साइंस लैब वैन ने इस प्रक्रिया को और निष्पक्ष बनाया है।

    शाह ने दावा किया कि 60,244 युवाओं में से किसी को भी एक पाई की रिश्वत नहीं देनी पड़ी, जो किसी भी शासन की सबसे बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि यह भर्ती प्रक्रिया न केवल पारदर्शी थी, बल्कि इसमें हर वर्ग और क्षेत्र का प्रतिनिधित्व सुनिश्चित किया गया।

    पुलिसबल का आधुनिकीकरण और नए कानून की चर्चा
    शाह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश में पुलिसबल के आधुनिकीकरण की दिशा में किए गए प्रयासों की भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि भारतीय न्याय संहिता, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता, और भारतीय साक्ष्य संहिता जैसे नए कानूनों के लागू होने से अगले पांच वर्षों में देश में ऐसी व्यवस्था बनेगी,

    जिसमें किसी भी एफआईआर से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक का न्याय तीन साल के भीतर मिल सकेगा। इसके अलावा, सीसीटीएनएस (क्राइम एंड क्रिमिनल ट्रैकिंग नेटवर्क एंड सिस्टम्स), आईसीजेएस (इंटर-ऑपरेबल क्रिमिनल जस्टिस सिस्टम) और फॉरेंसिक साइंस जैसी तकनीकों ने पुलिस व्यवस्था को और मजबूत किया है।

    भारत का हुआ आर्थिक और सामाजिक उत्थान
    अमित शाह ने अपने संबोधन में देश के आर्थिक और सामाजिक प्रगति पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि पिछले 11 वर्षों में 25 करोड़ लोग गरीबी रेखा से बाहर आए हैं और 60 करोड़ लोगों को गैस सिलेंडर, शौचालय, नल से जल, मुफ्त इलाज और किसानों को आर्थिक सहायता जैसी योजनाओं का लाभ मिला है।

    उन्होंने बताया कि 2014 में भारत विश्व की 11वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था था, लेकिन आज यह चौथे स्थान पर है और 2027 तक यह तीसरे स्थान पर पहुंच जाएगा। शाह ने कहा कि मोदी सरकार ने 143 से अधिक शहरों में मेट्रो ट्रेन, 150 से अधिक हवाई अड्डे, और नई शिक्षा नीति जैसे कदमों से हर युवा को अवसर प्रदान किए हैं।

    नक्सलवाद और आतंकवाद पर जीरो टॉलरेंस
    शाह ने नक्सलवाद और आतंकवाद के खिलाफ सरकार की सख्त नीति की भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि 11 राज्यों में फैला नक्सलवाद अब केवल तीन जिलों तक सीमित रह गया है, और 31 मार्च 2026 तक भारत पूरी तरह नक्सलवाद मुक्त हो जाएगा।

    आतंकवाद के खिलाफ भी मोदी सरकार ने कड़ा रुख अपनाया है। शाह ने कहा कि पाकिस्तान द्वारा तीन बार आतंकी हमलों का प्रयास किया गया, लेकिन भारत ने हर बार मुंहतोड़ जवाब दिया और आतंकियों के ठिकानों को नष्ट किया। उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र करते हुए कहा कि भारतीय वायुसेना ने आतंकियों के मुख्यालयों को चूर-चूर कर दिया।

    अमृत काल में यूपी पुलिस की भूमिका की चर्चा
    अमित शाह ने नवनियुक्त कार्मिकों से कहा कि वे अमृत काल में यूपी पुलिस का हिस्सा बन रहे हैं और 2047 तक जब भारत विश्व में सर्वप्रथम स्थान पर होगा, तब यूपी का योगदान सबसे बड़ा होगा।

    उन्होंने युवाओं से सुरक्षा, सेवा और संवेदनशीलता के मंत्र के साथ आगे बढ़ने का आह्वान किया। शाह ने कहा कि यूपी पुलिस का डर गुंडों और माफियाओं पर सख्त होना चाहिए, लेकिन गरीब, पिछड़े, और आदिवासी समुदायों के लिए पुलिस को मसीहा के रूप में दिखना चाहिए।

    शाह ने अयोध्या में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा, काशी में विश्वनाथ धाम के पुनरुद्धार, ट्रिपल तलाक की समाप्ति और नए वक्फ कानून जैसे सांस्कृतिक और सामाजिक सुधारों का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि भारत ने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचकर इतिहास रचा और उस स्थान को शिव शक्ति नाम दिया गया।

    यूपी पुलिस के लिए गृहमंत्री का संदेश
    अंत में, अमित शाह ने यूपी पुलिस के नवनियुक्त कार्मिकों से पूरे मन से सेवा करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि करीब चार लाख सदस्यों वाले इस पुलिसबल का हिस्सा बनना गर्व की बात है। उन्होंने योगी आदित्यनाथ को एक बार फिर धन्यवाद देते हुए कहा कि उनकी पारदर्शी और समावेशी नीतियों ने यूपी पुलिस को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया है।

    इन 15 नवनियुक्त आरक्षियों को गृहमंत्री ने वितरित किया नियुक्ति पत्र
    सत्यम नायक, प्रेम सागर, शालिनी शाक्य, उपेन्द्र कुमार यादव, शिल्पा सिंह, दीनू बाबू, योगेन्द्र सिंह, शिवांश पटेल, मनीष त्रिपाठी, रोशन जहां, आजाद कुशवाहा, मिथिलेश भट्ट, सोनी रावत, नेहा गोंड, सचिन सैनी को गृहमंत्री अमित शाह ने नियुक्ति पत्र वितरित किया।

    इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, दोनों डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष चौधरी भूपेन्द्र सिंह, मंत्रीगण, मुख्य सचिव, डीजीपी, पुलिस अधिकारीगण सहित सभी 75 जनपदों के 826 विकासखंडों और 762 नगर निकायों से संबंधित यूपी पुलिस का हिस्सा बन रहे 60,244 नवनियुक्त आरक्षीगण मौजूद रहे।

     

    थाईलैंड पैरा बैडमिंटन : भारतीय दल ने 24 पदक जीते, पलक-निथ्या ने दिलाया गोल्ड

    थाईलैंड पैरा बैडमिंटन : भारतीय दल ने 24 पदक जीते, पलक-निथ्या ने दिलाया गोल्ड

    नई दिल्ली। भारतीय दल ने थाईलैंड में आयोजित पैरा बैडमिंटन इंटरनेशनल 2025 (लेवल-2) टूर्नामेंट में जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए कुल 24 पदक अपने नाम किए। इसमें 2 स्वर्ण, 8 रजत और 14 कांस्य पदक शामिल हैं।

    पलक कोहली ने महिला डबल्स SL3-SU5 वर्ग में जीत कर गोल्ड जीता । इसके अलावा निथ्या सरे ने महिला सिंगल्स SH6 वर्ग में स्वर्ण पदक जीतकर देश का नाम रोशन किया।

    पलक कोहली ने अभिजीत सकुजा के साथ मिक्स डबल्स SL3-SU5 में सिल्वर जीता, साथ ही महिला सिंगल्स SL4 में भी रजत पदक हासिल किया। वहीं, नवीन शिवकुमार ने पुरुष सिंगल्स SL4 में और सिवराजन सोलाईमलाई ने पुरुष सिंगल्स SH6 में रजत पदक हासिल किया। इसके अलावा नवीन और जगदीश डिल्ली की जोड़ी ने पुरुष डबल्स SL3-SL4 वर्ग में रजत पदक जीता। नीरज, अल्फिया जेम्स, और सुधर्शन-सिवराजन की जोड़ी ने भी रजत पदक जीतकर भारत की पदक तालिका को मजबूत किया।

    संजना कुमारी, रुथिक रघुपति, सरुमति, रचना, सुधर्शन, रुचि त्रिवेदी, जगदीश डिल्ली, दिनेश राजैया, और दिलेश्वर राव जैसे खिलाड़ियों ने विभिन्न वर्गों में कांस्य पदक जीते। मिक्स और डबल्स मुकाबलों में जतिन आज़ाद, शिवम यादव, आरती, नीरज, अल्फिया जेम्स, और जियोंग जैसी जोड़ियों ने भी शानदार खेल दिखाते हुए भारत को कांस्य पदक दिलाए।भारतीय बैडमिंटन संघ और खेल मंत्रालय ने इस बेहतरीन प्रदर्शन पर सभी खिलाड़ियों को बधाई दी है।

    ‘चोकर्स’ का दाग मिटाकर 27 साल बाद जीता विश्व टेस्ट चैंपियनशिप

    विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के साथ जश्न मनाते द अफ्रीका की टीम।

    दक्षिण अफ्रीका की टीम ने आखिरकार 27 साल के लंबे इंतजार के बाद ‘चोकर्स’ के दाग को मिटाकर अपना दूसरा आईसीसी खिताब जीत लिया। अफ्रीका 5 विकेट से जीत दर्ज की। जीत के लिए गत चैंपियन ऑस्ट्रेलिया ने 282 रन का लक्ष्य दिया था।

    विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) फाइनल के चौथे दिन दक्षिण अफ्रीका ने जीत हासिल की और ट्रॉफी पर कब्जा किया। 27 साल बाद आईसीसी ट्रॉफी पर अपना कब्जा जमा लिया है। गौरतलब है कि दक्षिण अफ्रीका ने अपना पहला आईसीसी कप 1998 में जीता था,जब मिनी विश्व कप (चैपियंस ट्रॉफी) हासिल की थी। इसके बाद आईसीसी कप से 27 साल तक इंतजार करता रहा।

    पूर्व कप्तान एडेन मारक्रम ने अपनी शतकीय पारी में 136 रन, 207 गेंद 14 चौके लगाए । कप्तान तेम्बा (66) के साथ तीसरे विकेट लिए दोनों ने 147 रन की अटूट साझेदारी के दम पर दक्षिण अफ्रीका ने विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) के फाइनल में शनिवार को ऑस्ट्रेलिया को 5 विकेट से हराकर ट्रॉफी जीत ली। ऑस्ट्रेलिया की टीम लंदन में प्रभाव छोड़ने में विफल रही और प्रोटियाज ने शानदार बल्लेबाजी और गेंदबाजी का प्रदर्शन करते हुए चैंपियनशिप पर कब्जा कर लिया है।

    वहीं, कप्तान बावुमा ने बायें पैर की मांसपेशियों की खिंचाव के बावजूद दुनिया की सबसे मजबूत गेंदबाजी आक्रमण के सामने क्रीज पर डटे और दूसरे छूर पर मारक्रम का शानदार तरीके से साथ दिया। ऑस्ट्रेलिया के चारों मुख्य गेंदबाजों के नाम अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 1500 से ज्यादा विकेट है, लेकिन मिचेल स्टार्क के अलावा कोई गेंदबाद इन दोनों बल्लेबाज को असर नहीं छोड़ सका।

    इस मैच के शुरुआती दो दिन 14-14 विकेट गिरे थे, लेकिन तीसरे और चौथे दिन परिस्थितियों बल्लेबाजी के लिए आसान हो गई, जिसका दक्षिण अफ्रीका ने पूरा फायदा उठाया। तीसरे दिन मारक्रम ने स्टंप्स होने से कुछ समय पहले जोश हेजलवुड के खिलाफ चौका लगाकर टेस्ट करियर का आठवां और शायद सबसे अहम शतक लगाया था।

    विश्वांक राजपूत का पंजा, एसएमआर की 152 रन से बड़ी जीत

    विश्वांक राजपूत के शानदार प्रदर्शन के लिए "मैन ऑफ द मैच" चुना गया

    लखनऊ। योगानो क्रिकेट ग्राउंड पर खेले गए डॉ अंशुल अलोक मेमोरियल अंडर-14 क्रिकेट टूर्नामेंट के प्री क्वार्टर फाइनल मुकाबले में एसएमआर क्रिकेट अकादमी ने विश्वांक राजपूत की घातक गेंदबाजी के दम पर ध्रुव क्रिकेट अकादमी को 152 रन से करारी शिकस्त दी। इस शानदार प्रदर्शन के लिए विश्वांक को “मैन ऑफ द मैच” चुना गया।

    टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए एसएमआर क्रिकेट अकादमी ने निर्धारित 40 ओवर में 7 विकेट खोकर 256 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया। ओपनर जोड़ी ने मजबूत शुरुआत दी और पहले विकेट के लिए 76 रनों की साझेदारी की। अंश सिंह ने 32 और सत्यम यादव ने 48 रन बनाए। इसके अलावा मुंसर उद्दीन ने 51, अब्दुल रज्जाक ने 33 और नदीम ने 23 रनों की अहम पारियां खेलीं।

    ध्रुव क्रिकेट अकादमी की ओर से गेंदबाजी में अनुराग कसौधन और अमन नबी ने दो-दो विकेट हासिल किए।

    लक्ष्य का पीछा करने उतरी ध्रुव क्रिकेट अकादमी की टीम विश्वांक राजपूत की धारदार गेंदबाजी के आगे टिक नहीं सकी और पूरी टीम 21.1 ओवर में केवल 104 रनों पर सिमट गई। अरमान रज़ा ने 18 और हर्ष वी. पंत ने 14 रन बनाए, लेकिन बाकी बल्लेबाज़ दोहरे अंक तक नहीं पहुंच पाए।

    एसएमआर के लिए विश्वांक राजपूत ने 7.1 ओवर में दो मेडन डालते हुए मात्र 5 विकेट झटके। उनके अलावा अब्दुल रज्जाक, नदीम अहमद, सम्राट और मुंसर उद्दीन को एक-एक विकेट मिला।एसएमआर ने यह मुकाबला 152 रन से जीतकर अपनी श्रेष्ठता साबित की और विश्वांक राजपूत ने अपने प्रदर्शन से सभी का ध्यान आकर्षित किया।

    भीषण गर्मी को देखते हुए अब 16 जून को नहीं 1 जुलाई को खुलेंगे स्कूल

    फोटो आभार गूगल।

     लखनऊ । जून का महीना इस बार सबसे गर्म माना जा रहा है। भीषण गर्मी से लोग बेहाल हो गए है और बच्चों का तो बुरा हाल है। इसी को ध्यान में रखते हुए भीषण गर्मी के चलते उत्तर प्रदेश के स्कूलों में छुट्टियां बढ़ा दी गईं हैं। अभी तक स्कूलों में छुट्टी 15 जून तक थी लेकिन भीषड़ गर्मी के चलते 30 जून तक बेसिक शिक्षा परिषद में बच्चों का अवकाश घोषित कर दिया गया है। अब स्कूल एक जुलाई में खुलेंगे और बच्चे नियमित आयेंगे।

    यह आदेश सिर्फ बेसिक शिक्षा परिषद् के नियंत्रण में आने वाले स्कूलों और मान्यता प्राप्त विद्यालयों पर ही लागू होंगे। शिक्षक, शिक्षा मित्र और अनुदेशक 16 जून से शैक्षणिक, विभागीय , प्रशासनिक काम पूरा करेंगे। मौजूदा समय में भीषण गर्मी व हीट-वेव चलते 30 जून तक विद्यालय में विद्यार्थी नहीं आयेंगे।

    अब एक जुलाई से छात्र-छात्राएं नियमित रूप से विद्यालय में उपस्थित रहेंगे व पढ़ाई होगी। बताया जा रहा है वर्तमान में अत्याधिक गर्मी एवं हीट-वेव के दृष्टिगत 30 जून तक विद्यालय में छात्र-छात्राएं विद्यालय में उपस्थित नहीं होंगे। 1 जून 2025 से पठन पाठन के लिए बच्चे नियमित रूप से विद्यालय में उपस्थित रहेंगे। हालांकि, परिषदीय विद्यालयों के टीचर, शिक्षामित्र और सभी कर्मचारी तय समय से स्‍कूल पहुंचेंगे।

     डाले के नीचे मिला युवक का शव

    लखनऊ। बंथरा थाना क्षेत्र में डाले के नीचे युवक का शव पड़ा मिला । बंथरा थाना के नगर पंचायत के वार्ड नंबर आठ में शिव सिंह जनरल स्टोर के पास में शाम करीब 6 बजे  डाले के नीचे बेहोश पड़े युवक को देखकर स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी ।
    मौके पर पहुंची पुलिस ने 108 एंबुलेंस से युवक को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सरोजनीनगर भेजा। जहां पर डॉक्टरों ने उसको मृत घोषित कर दिया। पुलिस का कहना है कि मृतक युवक की उम्र करीब 40 वर्ष है । अभी उसकी पहचान नहीं हो पा रही है ।पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और उसकी फोटो पहचान करने के लिए आसपास  के थानों में भिजवा दी है। पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मृत्यु के कारण का पता चल सकेगा।

    उत्तर प्रदेश सरकार कैलाश मानसरोवर की तीर्थयात्रा पर जाने वाले यात्रियों को देगी एक लाख रूपये की आर्थिक सहायता

    लखनऊ। कैलाश मानसरोवर की तीर्थ यात्रा पर जाने वाले यात्रियों को राज्य सरकार की ओर से एक लाख रूपये की आर्थिक सहायता प्रदान की जायेगी।

    वर्तमान समय में प्रदेश का मूलनिवासी होना अनिवार्य

    इसके लिए यात्रा में सम्मिलित होने वाले यात्रियों का  वर्तमान समय में प्रदेश का मूलनिवासी होना अनिवार्य है।
    प्रमुख सचिव धर्मार्थ कार्य विभाग मुकेश कुमार मेश्राम ने बताया की भारत सरकार द्वारा आयोजित की जाने वाली कैलाश मानसरोवर यात्रा में सम्मिलित होने वाले यात्रियों के अतिरिक्त अपने व्यक्तिगत स्रोतों से तथा प्राइवेट ट्रेवल एजेंसी के माध्यम से यात्रा पूर्ण करने वाले यात्रियों को भी अनुदान प्रदान किया जायेगा।

    वेबसाइट www.updharmarthkarya.in पर 90 दिवस के भीतर आवेदन

    इसके लिए यात्रा पूर्ण करने वाले यात्रियों को धर्मार्थ कार्य विभाग की वेबसाइट www.updharmarthkarya.in पर 90 दिवस के भीतर आवेदन करना होगा। इस आवेदन के साथ नवीनतम फोटोग्राफ, आधारकार्ड, पेनकार्ड, निवास प्रमाण पत्र, पासपोर्ट एवं वीजा, बैंक खाते का विवरण, यात्रा पूर्ण करने का प्रमाण पत्र एवं अन्य अभिलेख ऑनलाइन अपलोड करना होगा। कोई भी आवेदन पत्र भौतिक रूप से स्वीकार नहीं किया जायेगा।
    प्रमुख सचिव ने बताया कि अनुदान हेतु आवेदन पत्र के साथ अपलोड अभिलेखों का परीक्षण धर्मार्थ कार्य निदेशालय उ0प्र0 लखनऊ द्वारा किया जायेगा। परीक्षण के उपरांत आवेदन सही पाये जाने पर धर्मार्थ निदेशालय द्वारा अनुदान राशि सीधे लाभार्थी के बैंक खाते में स्थानान्तरित की जायेगी।

    यात्री को एक बार ही अनुदान

    आवेदन पत्र एवं अभिलेखों में किसी प्रकार की त्रुटि/कूटरचित होने पर आवेदन निरस्त करते हुए आवेदक को रजिस्टर्ड मोबाइल नम्बर/ई-मेल पर मैसेज के माध्यम से सूचित किया जायेगा। कैलाश मानसरोवर यात्रा अनुदान प्रदान किये जाने संबंधित शिकायत का निवारण निदेशक धर्मार्थ कार्य निदेशालय द्वारा करते हुए शासन को अवगत कराया जायेगा। जीवनकाल में किसी यात्री को एक बार ही अनुदान दिया जायेगा।
    उन्होंने यह भी बताया कि यात्रियों को दी जाने वाली सहायता राशि की सम्पूर्ण धनराशि निदेशक धर्मार्थ कार्य निदेशालय उ0प्र0 लखनऊ के निवर्तन पर रखी जायेगी। किसी यात्री की मृत्यु होने की दशा में पति/पत्नी या आश्रित के द्वारा प्रस्तुत आवेदन पर अनुदान की प्रतिपूर्ति विचारोपरान्त निर्णय लिया जायेगा।

    अनुदान हेतु आवेदन पत्र धर्मार्थ कार्य विभाग की वेबसाइट www.updharmarthkarya.in पर समस्त निर्देशों के साथ अपलोड है। आवेदक द्वारा समस्त निर्देशों का अनुपालन करते हुए सुसंगत अभिलेखों का स्कैन कर अपलोड कराना होगा। जिस वर्ष में आवेदन किया गया है, उसी वित्तीय वर्ष के बजट प्राविधान से ही अनुदान प्रदान किया जायेगा। अगले वित्तीय वर्ष में अनुदान हेतु विचार नहीं किया जायेगा।
    श्री मेश्राम ने यह भी बताया कि किसी यात्री द्वारा कूटरचित अभिलेखों या अन्य सुसंगत साक्ष्यों को छुपाकर अनुदान प्राप्त कर लिये जाने पर, उससे अनुदान की धनराशि वसूल कर ली जायेगी तथा उसके विरूद्ध नियमानुसार कार्यवाही की जायेगी।

    पेनल्टी शूटआउट में 11वीं वाहिनी सीतापुर को हरा 35वीं वाहिनी लखनऊ बनी विजेता

    पेनल्टी शूटआउट में 11वीं वाहिनी सीतापुर को हरा 35वीं वाहिनी लखनऊ बनी विजेता।
    • 27वीं अन्तर वाहिनी पीएसी मध्य जोन फुटबॉल प्रतियोगिता के फाइनल में 35वीं वाहिनी पीएसी लखनऊ ने पेनल्टी शूटआउट में 11वीं वाहिनी पीएसी सीतापुर को 5-4 से हराकर जीती ट्रॉफी

    लखनऊ। 35वीं वाहिनी पीएसी लखनऊ के फुटबॉल मैदान पर आयोजित 27वीं अन्तर वाहिनी पीएसी मध्य जोन फुटबॉल प्रतियोगिता-2025 का समापन शुक्रवार को हुआ। इस प्रतियोगिता में कुल 8 टीमों ने भाग लिया। फाइनल मुकाबला 35वीं वाहिनी पीएसी लखनऊ और 11वीं वाहिनी पीएसी सीतापुर के बीच खेला गया। दोनों टीमों ने 1-1 गोल कर मैच ड्रॉ कराया, जिसके बाद पेनल्टी शूटआउट में 35वीं वाहिनी लखनऊ ने 5-4 से जीत हासिल की और विजेता बनी।

    वहीं इससे पहले सुबह दूसरा सेमीफाइनल में 11 वीं वाहिनी पीएसी सीतापुर और 10वीं वाहिनी पीएसी बाराबंकी के बीच खेला गया जिसमें सीतापुर की ओर शानदार प्रदर्शन करते हुए हादी हसन ने दो गोल दागकर टीम को 2-0 से जीताकर फाइनल में पहुंचा दिया था।

    प्रतियोगिता का उद्घाटन 35वीं वाहिनी पीएसी, महानगर, लखनऊ स्थित फुटबॉल ग्राउंड पर हुआ। फाइनल मुकाबले में दोनों टीमों ने शानदार खेल का प्रदर्शन किया। पहले हाफ में हादी हसन के एक गोल की मदद से 11वीं वाहिनी सीतापुर ने 1-0 की बढ़त बनाई, लेकिन दूसरे हाफ में 35वीं वाहिनी लखनऊ के आबिद सिददीकी ने एक गोल कर स्कोर 1-1 से बराबर कर दिया। दोनों टीमों के बीच तक आखिरी तक एक राेमांचक मुकाबला चला। इसके बाद पेनल्टी शूटआउट में 35वीं वाहिनी लखनऊ ने 11वीं वाहिनी सीतापुर को 5-4 से हराकर ट्रॉफी अपने नाम की ली।

    सर्वश्रेष्ठ गोलकीपर का खिताब 35वीं वाहिनी पीएसी लखनऊ के प्रदीप कुमार राय को तथा सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी का खिताब 11वीं वाहिनी सीतापुर के हादी हसन को दिया गया।

    ’‘AI प्रज्ञा’ के माध्यम से युवाओं को मिलेगा रोजगारोन्मुखी अत्याधुनिक तकनीकी कौशल का प्रशिक्षण

    लखनऊ। सूचना प्रौद्योगिकी एवं इलेक्ट्रॉनिक्स विभाग के द्वारा आज राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आईटीआई), अलीगंज, में ‘AI प्रज्ञा’ नामक विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ किया गया।

    कार्यक्रम का उद्घाटन नेहा जैन, विशेष सचिव, सूचना प्रौद्योगिकी एवं इलेक्ट्रॉनिक्स विभाग, उत्तर प्रदेश शासन/राज्य समन्वयक, सेंटर फॉर ई-गवर्नेंस (CeG) एवं आर.के. यादव, प्रधानाचार्य,आईटीआई अलीगंज द्वारा दीप प्रज्वलन कर किया गया।
    कार्यक्रम का आयोजन सूचना प्रौद्योगिकी एवं इलेक्ट्रॉनिक्स विभाग, उत्तर प्रदेश शासन तथा 1M1B (One Million for One Billion) संस्था के संयुक्त सहयोग से किया गया है। इस प्रशिक्षण के प्रथम चरण में संस्थान के 100 से अधिक छात्र-छात्राओं ने सहभागिता की। प्रतिभागियों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), साइबर सुरक्षा, इमर्जिंग टेक्नोलॉजीज एवं प्रोजेक्ट आधारित शिक्षण विधियों के माध्यम से व्यावहारिक एवं उद्योगोन्मुखी प्रशिक्षण प्रदान किया गया।

    कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राज्य समन्वयक, सेंटर फॉर ई-गवर्नेंस ने कहा कि यह प्रशिक्षण तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव लाने के साथ-साथ युवाओं को रोजगारोन्मुखी कौशल से सुसज्जित करेगा। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि भविष्य में प्रदेश के अन्य औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों में भी इस प्रकार के नवाचारपरक प्रशिक्षण कार्यक्रम संचालित किए जाएंगे।
    इस अवसर पर संस्थान के प्रधानाचार्य श्री आर.के. यादव ने कहा कि AI प्रज्ञा कार्यक्रम छात्र-छात्राओं के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है, जिससे उन्हें आधुनिक तकनीकों की गहन समझ प्राप्त होगी। वर्तमान समय में तकनीकी ज्ञान के साथ-साथ समकालीन व्यावसायिक कौशल भी अत्यंत आवश्यक हैं।

    यह प्रशिक्षण उन्हें भविष्य की आवश्यकताओं के अनुरूप तैयार करेगा। कार्यक्रम के दौरान संस्थान के शिक्षकगण, आईटी एवं इलेक्ट्रॉनिक्स विभाग, उत्तर प्रदेश शासन के अधिकारीगण तथा सेंटर फॉर ई-गवर्नेंस (CeG) की टीम भी उपस्थित रही।

     

    स्व. रणबहादुर सिंह स्मारक लखनऊ जिला बैडमिंटन चैम्पियनशिप 26 से

    स्व. रणबहादुर सिंह स्मारक लखनऊ जिला बैडमिंटन चैम्पियनशिप 26 से बीबीडी बैडमिंटन आकादमी में

    लखनऊ। स्व. रणबहादुर सिंह स्मारक लखनऊ जिला बैडमिंटन चैम्पियनशिप 2025 का आयोजन 26 जून से 29 जून तक गोमती नगर स्थित बीबीडी बैडमिंटन अकादमी में किया जाएगा।

    जिला बैडमिंटन संघ के सचिव अनिल कुमार ध्यानी ने बताया कि इस प्रतियोगिता में लखनऊ जिले के करीब 275 से 325 खिलाड़ी भाग लेंगे। इसमें बालक-बालिका, पुरुष-महिला एकल, युगल और मिश्रित युगल मुकाबले होंगे। इस चैम्पियनशिप के आधार पर लखनऊ जिला टीम का चयन किया जाएगा, जो आगे राज्य और अखिल भारतीय प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेगी।

    चैम्पियनशिप में विजेताओं को पुरस्कारों के साथ-साथ विशेष सम्मान भी दिए जाएंगे। प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए प्रवेश फॉर्म 17 जून से मिलेंगे। फॉर्म जमा करने की अंतिम तिथि 23 जून है। मुकाबलों का ड्रॉ 24 जून की शाम घोषित किया जाएगा। इच्छुक खिलाड़ी रोजाना शाम 4 से 7 बजे के बीच बीबीडी बैडमिंटन अकादमी में संपर्क कर सकते हैं।

    राज्य बैडमिंटन संघ के सचिव डॉ. सुर्धमा सिंह ने बताया कि यह प्रतियोगिता पूर्व आईपीएस अधिकारी स्व. रणबहादुर सिंह की स्मृति में आयोजित की जा रही है। उन्हें राष्ट्रपति सम्मान भी मिल चुका है। वे सरोजनी नगर विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह के पिता थे।

    रुपईडीहा में गायन-नृत्य कार्यशाला का भव्य समापन

    मुख्य अतिथि डॉक्टर उमाशंकर वैश्य, चेयरमैन आदर्श नगर पालिका रुपईडीहा ने कार्यशाला में प्रतिभाग करने वाले प्रतिभागियों को संस्कृति विभाग उत्तर प्रदेश के प्रमाण पत्र प्रदान किये।

    रुपईडीहा। संस्कृति विभाग उत्तर प्रदेश के सौजन्य से भातखंडे संस्कृति विश्वविद्यालय लखनऊ एवं लैंड पोर्ट अथॉरिटी रुपईडीहा के संयुक्त तत्वाधान में 1 जून से सरस्वती विद्या मंदिर, रुपईडीहा में आयोजित गायन, नृत्य की प्रस्तुतीकरण कार्यशाला का समापन शुक्रवार को हुआ।

    समापन समारोह के मुख्य अतिथि डॉक्टर उमाशंकर वैश्य, चेयरमैन आदर्श नगर पालिका रुपईडीहा ने कार्यशाला में प्रतिभाग करने वाले प्रतिभागियों को संस्कृति विभाग उत्तर प्रदेश के प्रमाण पत्र प्रदान किये।कार्यक्रम संयोजक लैंड पोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के मैनेजर सुधीर शर्मा ने संस्कृति विभाग उत्तर प्रदेश की विशेष सचिव एवं भातखंडे संस्कृति विश्वविद्यालय के कुल सचिव डॉक्टर सृष्टि धवन के विशेष सहयोग की सराहना की।

    कार्यक्रम के संयोजक सुधीर शर्मा,कथक व गायन की इति तिवारी को अंग वस्त्र व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित करते नगर पालिका रुपईडीहा के अध्यक्ष डॉक्टर उमाशंकर वैश्य ।

    उन्होंने आशा जताई कि भविष्य में संस्कृति विभाग उत्तर प्रदेश इस तरह की कार्यशाला का आयोजन बच्चों के सर्वांगीण विकास हेतु करता रहेगा।इस अवसर पर प्रतिभागियों द्वारा कथक नृत्य की विभिन्न मुद्राओं का सजीव प्रदर्शन किया गया जिसकी करतल ध्वनि से सभी ने प्रशंसा की। कथक की भातखंडे संस्कृति विश्वविद्यालय की मिल्की गुप्ता ने कथक का प्रशिक्षण प्रदान किया।

    गायन के प्रतिभागियों द्वारा शास्त्रीय संगीत के अलाप की प्रस्तुति की सभी ने मुक्त कंठ से प्रशंसा की। गायन का प्रशिक्षण में भातखंडे संस्कृति विश्वविद्यालय इति तिवारी द्वारा प्रदान किया गया।

    इस अवसर पर नगर पालिका रुपईडीहा के अध्यक्ष डॉक्टर उमाशंकर वैश्य द्वारा अंग वस्त्र व स्मृति चिन्ह देखकर कार्यक्रम के संयोजक सुधीर शर्मा,कथक व गायन की इति तिवारी व मिल्की गुप्ता, प्रधानाचार्य अनुज कुमार सिंह व सुश्री सोनाली को सम्मानित किया गया।

    धन्यवाद ज्ञापन प्रधानाचार्य सरस्वती शिशु विद्या मंदिर द्वारा ज्ञापित किया गया। इस अवसर पर समाज सेवी, प्रचारक अभिभावक भारी संख्या में उपस्थित रहे।

    यूपीसीए ने डॉ. गौर हरि सिंघानिया के 90वीं जयंती पर दी श्रद्धांजलि

    यूपीसीए ने डॉ. गौर हरि सिंघानिया के 90वीं जयंती पर दी श्रद्धांजलि

    कानपुर। उत्तर प्रदेश क्रिकेट संघ (यूपीसीए) ने शुक्रवार को लंबे समय तक महत्वपूर्ण पदों पर रहते हुए राज्य में क्रिकेट के ढांचे और संस्कृति को विकसित करने में बड़ी भूमिका निभाने वाले वरिष्ठ प्रशासक डॉ. गौर हरि सिंघानिया की 90वीं जयंती के अवसर पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।

    संघ के कार्यालय में आयोजित समारोह में संघ के पदाधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे। श्रद्धांजलि सभा में यूपीसीए सचिव अरविंद श्रीवास्तव, कोषाध्यक्ष प्रेम मनोहर गुप्ता और मुख्य कार्यकारी अधिकारी अंकित चटर्जी की मौजूदगी रही। इस दौरान सभी ने डॉ. सिंघानिया के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धा-सुमन अर्पित किए।

    सभा को संबोधित करते हुए सचिव श्रीवास्तव ने कहा कि डॉ. गौर हरि सिंघानिया के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश क्रिकेट ने प्रशासनिक और बुनियादी ढांचे के स्तर पर ऐतिहासिक प्रगति की।

    उन्होंने कहा कि उनकी दूरदर्शिता और समर्पण ने यूपीसीए को एक संगठित और आधुनिक संस्था के रूप में स्थापित किया, जिसका लाभ आज की पीढ़ी के खिलाड़ी उठा रहे हैं।

    उन्होंने यह भी जोड़ा कि डॉ. सिंघानिया का क्रिकेट के प्रति समर्पण और उत्तर प्रदेश को राष्ट्रीय क्रिकेट मानचित्र पर स्थापित करने का सपना, वर्तमान कार्यशैली के लिए मार्गदर्शक बना हुआ है।

    आज जब हम उन्हें स्मरण करते हैं और उनके दिखाए रास्ते पर ईमानदारी और समर्पण के साथ चलने का संकल्प भी लेते हैं। कार्यक्रम का समापन श्रद्धांजलि स्वरूप पुष्प अर्पण और दो मिनट के मौन के साथ हुआ। इस अवसर पर संघ के सभी कर्मचारी और पदाधिकारी उपस्थित रहे।

     

     

     

     

     

    लखनऊ जिला फुटबॉल लीग 8 जुलाई से,विजेता टीम खेलेगी थर्ड डिवीजन आई-लीग क्वालिफायर्स में

    • यह लीग स्वर्गीय सतीश कुमार शुक्ला (पूर्व अध्यक्ष, लखनऊ फुटबॉल संघ) की स्मृति में आयोजित की जा रही है।

    लखनऊ। लखनऊ फुटबॉल प्रेमियों के लिए अच्छी खबर है। बहुप्रतीक्षित लखनऊ जिला फुटबॉल लीग की शुरुआत 8 जुलाई 2025 से दिलकुशा स्टेडियम में होने जा रही है। इसकी आधिकारिक घोषणा लखनऊ फुटबॉल संघ के अध्यक्ष वीरेंद्र कुमार शुक्ला ने गुरुवार को की।

    यह लीग स्वर्गीय सतीश कुमार शुक्ला (पूर्व अध्यक्ष, लखनऊ फुटबॉल संघ) की स्मृति में आयोजित की जा रही है। आयोजन उत्तर प्रदेश फुटबॉल संघ के सचिव मोहम्मद शाहिद के दिशा-निर्देश में किया जाएगा, जिसे उत्तर प्रदेश फुटबॉल संघ की आधिकारिक अनुमति प्राप्त है।

    श्री शुक्ला ने बताया कि जो भी क्लब, संस्था या विभाग इस प्रतिष्ठित लीग में भाग लेना चाहता है, वह 15 जून 2025 को सायं 6 बजे सदर बाजार (कैंट) स्थित अध्यक्ष कार्यालय में आयोजित मीटिंग में भाग ले सकते हैं। इस मीटिंग में लीग से संबंधित सभी नियम, प्रक्रिया व जानकारी साझा की जाएंगी।

    इस बार की लीग खास है क्योंकि इसमें हिस्सा लेने वाले सभी खिलाड़ियों व टीमों को अखिल भारतीय फुटबॉल फेडरेशन (AIFF) के पोर्टल पर पंजीकृत किया जाएगा। यूपी फुटबॉल संघ ने लखनऊ फुटबॉल संघ को AIFF लॉगिन आईडी प्रदान की है, जिसके माध्यम से खिलाड़ियों का रजिस्ट्रेशन होगा।

    महत्वपूर्ण रूप से, केवल इस लीग में भाग लेने वाले खिलाड़ी ही जिला, राज्य और राष्ट्रीय स्तर की ट्रायल में हिस्सा ले सकेंगे।सबसे बड़ी घोषणा यह रही कि लीग की विजेता टीम को थर्ड-डिवीजन आई-फुटबॉल लीग में क्वालिफाइंग मैच खेलने का अवसर मिलेगा, जिससे राष्ट्रीय स्तर पर खेलने का मार्ग खुलेगा।

    फुटबाल प्रतियोगिता : गोरखपुर को 2-0 से हराकर लखनऊ फाइनल में पहुंचा

    पहले सेमीफाइनल में 26वीं वाहिनी पीएसी गोरखपुर को 2-0 से हराने के बाद जश्न मनाती लखनऊ की टीम।

    लखनऊ। 35वीं वाहिनी पीएसी लखनऊ ने 27वीं अन्तर वाहिनी पीएसी मध्य जोन फुटबाल प्रतियोगिता-2025 के पहले सेमीफाइनल में 26वीं वाहिनी पीएसी गोरखपुर को 2-0 से हराकर फाइनल में स्थान सुरक्षित किया।

    35वीं वाहिनी पीएसी, महानगर, लखनऊ के फुटबॉल ग्राउंड पर मैच से पहले खिलाड़याें से हाथ मिलाकर परिचय प्राप्त करते मुख्य अतिथि।

    35वीं वाहिनी पीएसी, महानगर, लखनऊ के फुटबॉल ग्राउंड पर खेले गए सेमीफाइनल में 35वीं वाहिनी पीएसी के गोलकीपर प्रदीप कुमार राय ने शानदार प्रदर्शन करते हुए गोरखपुर टीम के कई अटैक को नाकाम किया। खेल के 18वें मिनट में परवेज खान व 20वें मिनट में सुमित कुमार ने गोल करते हुए 35वीं वाहिनी पीएसी लखनऊ को जीत दिलाई।