Friday, November 14, 2025
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    सीएमएस कानपुर शाखा को हराकर यूनिटी कालेज फाइनल में पहुंचा

    • डॉ जगदीश गांधी मेमोरियल फुटबॉल टूर्नामेंट में अमान आगा के मात्र एक गोल से यूनिटी की उम्दा जीत

    लखनऊ। चौक स्टेडियम में खेले जा रहे डॉ जगदीश गांधी मेमोरियल फुटबॉल टूर्नामेंट के सेमीफाइनल मैच में बुधवार को अमान आगा के एक गोल की बदौलत यूनिटी कालेज ने सीएमएस कानपुर शाखा को 1-0 गोल से हराकर फाइनल में जगह पक्की कर ली।

    खेले गये पहले हाफ में यूनिटी और सीएमएस के बीच खेल के पूरे समय तक कड़ा संघर्ष के बाद गोलरहित रहा। इस बीच दोनों ओर से आक्रमकता के साथ एक दूसरे की रक्षा पंक्ति भेदने का प्रयास हुआ। मगर पहले हाफ में दोनेां टीमों को गोल की सफलता नहीं मिला।

    खेल के दूसरे हाफ में यूनिटी कालेज ने सीएमएस कानपुर शाखा के खिलाड़ियों पर खास आक्रमकता दिखायी। खेल के 80वें मिनट अंतिम क्षणों में यूनिटी की ओर से अमान आगा ने मैदानी गोल को साथी खिलाड़ी के पास पर ठोक कर 1-0 की बढ़त बनायी जो कि खेल के अंत तक बरकरार रही। अंत में यूनिटी ने मुकाबला जीतकर फाइनल में जगह पक्की कर ली।

    भूटान से लौटे प्रधानमंत्री मोदी एलएनजेपी अस्पताल में दिल्ली ब्लास्ट के घायलों से की मुलाकात

    दिल्ली के एलएनजेपी अस्पताल जाकर सोमवार को हुए लाल किले के पास विस्फोट में घायल लोगों से मिलते पीएम मोदी।

    नयी दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को भूटान की अपनी दो दिवसीय राजकीय यात्रा से भारत लौट आए। राजधानी पहुंचते ही उन्होंने सीधे दिल्ली के एलएनजेपी अस्पताल जाकर सोमवार को हुए लाल किले के पास विस्फोट में घायल लोगों से मुलाकात की।


    अस्पताल में घायलों का हालचाल लेते हुए प्रधानमंत्री ने चिकित्सकों से उपचार की जानकारी ली और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। प्रधानमंत्री की घायलों से मुलाकात की तस्वीरें सामने आई हैं, जिनमें वे मरीजों और उनके परिजनों से बात करते दिखाई दे रहे हैं।

    बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री ने घायलों के प्रति संवेदना और सरकार की ओर से हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया। इस दौरान दिल्ली के वरिष्ठ प्रशासनिक और स्वास्थ्य अधिकारी भी मौजूद रहे।पीएम मोदी आज शाम 5:30 बजे कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी  की बैठक में शामिल होंगे।

    यह बैठक दिल्ली विस्फोट के बाद बेहद अहम मानी जा रही है, जिसमें राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसियों और गृहमंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी देश की सुरक्षा समीक्षा और आगे की कार्रवाई की रणनीति पर चर्चा करेंगे।

     

    स्थानीय नेताजी सुभाष चंद्र बोस राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय में ‘उन्मेष 2025’ का भव्य समापन

    स्थानीय नेताजी सुभाष चंद्र बोस राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय में 'उन्मेष 2025' का भव्य समापन

    लखनऊ। स्थानीय नेताजी सुभाष चंद्र बोस राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय, अलीगंज, लखनऊ में चल रहे दो दिवसीय साहित्यिक सांस्कृतिक समागम ‘उन्मेष 2025’ का समापन आज भव्य एवं रंगारंग कार्यक्रमों के साथ हो गया।इस अवसर पर राज्य सभा सांसद डॉ. दिनेश शर्मा मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे तथा विभिन्न प्रतियोगिताओं में स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया।

    बेटियों को डॉ. दिनेश शर्मा का सम्मान

    अपने उद्बोधन में डॉ. दिनेश शर्मा ने कहा कि “बेटियों के लिए हिंदुस्थान प्रथम है। आज जब बेटियां ओलंपिक के मैदान में उछलती हैं तो ऐसा लगता है भारतीय अर्थव्यवस्था उछल रही हो।

    डॉ. दिनेश शर्मा ने महाविद्यालय में संचालित बी.बी.ए. पाठ्यक्रम के शिक्षण कक्ष हेतु अपनी निधि से दस लाख रुपये का अनुदान देने की घोषणा करते हुए कहा कि प्रस्ताव आने पर स्मार्ट क्लास तथा अन्य आधुनिक उपकरणों के क्रय हेतु भी अनुदान उपलब्ध कराया जायेगा।

    उन्होंने कहा कि शिक्षा एक ऐसा हथियार है जिससे आप कोई भी जंग जीत सकते हैं। उन्होंने अल्प संख्यक वर्ग की बेटियों से विशेष आग्रह किया कि वो शिक्षित और जागरूक बनें। उन्होंने कहा कि कलम की शक्ति सर्वोपरि होती है। डॉ. दिनेश शर्मा ने शिक्षकों का आह्वान किया कि वो परिश्रम से अध्यापन करें क्योंकि आने वाली पीढ़ी उन पर ही निर्भर करती है।

    नई शिक्षा नीति और खेल पर ज़ोर

    विशिष्ट अतिथि सदस्य विधान परिषद अवनीश सिंह ने कहा कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति से छात्राओं को विशेष लाभ होगा क्योंकि शिक्षा को स्किल के साथ जोड़ा जा रहा है। उन्होंने कहा महिलाएं हमेशा विवेकपूर्ण निर्णय लेती हैं। उन्होंने आगे कहा कि सरकार खेलों को भी प्रोत्साहित करने के लिए कटिबद्ध है। कार्यक्रम में स्थानीय पार्षद स्वदेश सिंह भी मौजूद रहे।

     कार्यक्रम का शुभारंभ और अन्य गतिविधियाँ

    सर्वप्रथम मुख्य अतिथि द्वारा माँ सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्वलन किया गया। उसके पश्चात महाविद्यालय के कुलगीत तथा अतिथि स्वागत के गीत का छात्राओं द्वारा सस्वर पाठ किया गया। एन.सी.सी. की छात्राओं द्वारा भी मार्च पास्ट कर अतिथियों को सलामी दी गई।

    मुख्य अतिथि एवं अन्य अतिथियों द्वारा पंचवटी एवं पोषण वाटिका में पीपल, बरगद, आंवला, बेल आदि प्रजातियों के पौधे रोपित किए गए। इस वाटिका का निर्माण पर्यावरण समिति की प्रो. शिवानी श्रीवास्तव तथा अरविंद द्वारा एन.सी.सी., राष्ट्रीय सेवा योजना, रेंजर्स आदि के सहयोग से हुआ। इसी श्रृंखला में अतिथियों द्वारा महाविद्यालय की नवनिर्मित कैफेटेरिया का लोकार्पण भी किया गया।

    प्राचार्य प्रोफेसर रश्मि बिश्नोई ने सभी अतिथियों का परिचय देते हुए उनका स्वागत किया। उन्होंने कहा कि महाविद्यालय छात्राओं की बहुमुखी प्रतिभा के विकास के लिए कृत संकल्पित है। महाविद्यालय की शैक्षिक गुणवत्ता के साथ ही विभिन्न शिक्षणेत्तर गतिविधियों के माध्यम से छात्राओं को अवसर प्रदान किया जाता है। कार्यक्रम का सफल संचालन समारोहक डॉ. शालिनी श्रीवास्तव ने किया तथा धन्यवाद ज्ञापन प्रो. शिवानी श्रीवास्तव ने किया।

    कार्यक्रम में राजधानी के विभिन्न महाविद्यालयों के प्राचार्य, शिक्षक, छात्र एवं छात्राएं तथा महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापक, कर्मचारी एवं बड़ी संख्या में छात्रायें मौजूद रहीं।

    स्थानीय नेताजी सुभाष चंद्र बोस राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय, अलीगंज, लखनऊ में आयोजित द्वि-दिवसीय साहित्यिक सांस्कृतिक समागम ‘उन्मेष 2025’ के विभिन्न प्रतियोगिताओं के परिणाम निम्नलिखित हैं:

    प्रतियोगिता स्थान प्रतिभागी का नाम महाविद्यालय/विश्वविद्यालय
    पोस्टर प्रतियोगिता प्रथम रिचा शर्मा नेताजी सुभाष चंद्र बोस राजकीय महाविद्यालय अलीगंज, लखनऊ
    द्वितीय सिमरन लखनऊ विश्वविद्यालय, लखनऊ
    तृतीय गरिमा शर्मा महाराजा बिजली पासी राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय, लखनऊ
    एकल नृत्य प्रतियोगिता प्रथम अरुणिमा सिंह सुभाष चंद्र बोस राजकीय महाविद्यालय अलीगंज, लखनऊ
    द्वितीय वर्तिका गुप्ता अवध डिग्री कॉलेज, लखनऊ
    तृतीय आंचल रस्तोगी सुभाष चंद्र बोस राजकीय महाविद्यालय अलीगंज, लखनऊ
    केश सज्जा प्रतियोगिता प्रथम प्राची गुप्ता सुभाष चंद्र बोस राजकीय महाविद्यालय अलीगंज, लखनऊ
    द्वितीय सुमैया बानो खुनखुन जी पी.जी. कॉलेज, लखनऊ
    तृतीय मीनाक्षी कश्यप करामत मुस्लिम पी.जी. कॉलेज, लखनऊ
    मेहंदी प्रतियोगिता प्रथम महविश कुरैशी ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती विश्वविद्यालय, लखनऊ
    द्वितीय हेमा नेताजी सुभाष चंद्र बोस राजकीय महाविद्यालय अलीगंज, लखनऊ
    तृतीय अभिषेक नरायण नेशनल पी.जी. कॉलेज, लखनऊ
    क्रिएटिव राइटिंग (रचनात्मक लेखन) प्रथम तेजस्विनी चक्रवर्ती नेताजी सुभाष चंद्र बोस राजकीय महाविद्यालय अलीगंज, लखनऊ
    द्वितीय सिमरन लखनऊ विश्वविद्यालय, लखनऊ
    तृतीय माही मिश्रा करामात मुस्लिम पी.जी. कॉलेज, लखनऊ
    भाषण प्रतियोगिता प्रथम अमानत त्रिपाठी ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती विश्वविद्यालय, लखनऊ
    द्वितीय जानकी पांडे नेताजी सुभाष चंद्र बोस राजकीय महाविद्यालय अलीगंज, लखनऊ
    तृतीय तेजस्विनी चक्रवर्ती नेताजी सुभाष चंद्र बोस महाविद्यालय, लखनऊ
    काव्य पाठ प्रतियोगिता प्रथम तेजस्विनी चक्रवर्ती नेताजी सुभाष चंद्र बोस राजकीय महाविद्यालय अलीगढ़, लखनऊ
    द्वितीय अमन कुमार त्रिपाठी ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती विश्वविद्यालय, लखनऊ
    तृतीय मनीषा अवस्थी पंडित दीनदयाल उपाध्याय राजकीय महाविद्यालय राजाजीपुरम, लखनऊ
    घट सज्जा प्रतियोगिता प्रथम राधा कनौजिया नेताजी सुभाष चंद्र बोस राजकीय महाविद्यालय अलीगंज, लखनऊ
    द्वितीय महा मरियम फखरुद्दीन अली अहमद राजकीय महाविद्यालय महमूदाबाद, सीतापुर
    तृतीय आंसू यादव नेताजी सुभाष चंद्र बोस राजकीय महिला, लखनऊ
    एकल गायन प्रतियोगिता प्रथम सृष्टि वर्मा भातखंडे संस्कृत विश्वविद्यालय, लखनऊ
    द्वितीय आशीष रावत के.के.सी., लखनऊ
    तृतीय कीर्ति मिश्रा नेताजी सुभाष चंद्र बोस राष्ट्रीय महाविद्यालय अलीगढ़, लखनऊ
    फेस पेंटिंग प्रतियोगिता प्रथम दिव्यांशी कुमारी
    द्वितीय सावित्री
    तृतीय नैन्सी
    रंगोली प्रतियोगिता प्रथम पूजा शर्मा करामत मुस्लिम गर्ल्स पी.जी. कॉलेज, लखनऊ
    द्वितीय वैष्णवी मिश्रा नेताजी सुभाष चंद्र बोस राजकीय महाविद्यालय अलीगंज, लखनऊ
    तृतीय लक्ष्मी फखरुद्दीन अली अहमद राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय महमूदाबाद, सीतापुर
    बेस्ट कैप्चरड मोमेंट प्रथम लक्ष्मी शर्मा करामत मुस्लिम कॉलेज, लखनऊ
    द्वितीय अनुष्का बाजपेई नेताजी सुभाष चंद्र बोस राजकीय महाविद्यालय अलीगंज, लखनऊ
    तृतीय संध्या शर्मा लखनऊ विश्वविद्यालय, लखनऊ

    धर्मेंद्र को अस्पताल से छुट्टी, परिवार ने लिया घर पर ही इलाज का फैसला

    धर्मेंद्र को अस्पताल से छुट्टी, परिवार ने लिया घर पर ही इलाज का फैसला

    मुंबई। बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता धर्मेंद्र को बुधवार सुबह दक्षिण मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल से छुट्टी दे दी गयी और अब वह घर पर ही स्वास्थ्य लाभ प्राप्त करेंगे। उनके परिवार ने यह जानकारी दी।

    धर्मेंद्र (89) को थोड़े दिन पहले कुछ जांचों के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था और आज उन्हें छुट्टी दे दी गयी। हालांकि, उनके परिवार और अस्पताल के अधिकारियों ने इन जांचों के बारे में कोई जानकारी नहीं दी है।

    उनके परिवार ने एक बयान जारी कर “निजता का सम्मान” करने का आग्रह किया है। उनके बेटे सनी देओल के जनसंपर्क प्रतिनिधि ने एक बयान में कहा, “श्री धर्मेंद्र को अस्पताल से छुट्टी मिल गई है और वह घर पर ही स्वास्थ्य लाभ प्राप्त करेंगे। हम मीडिया और आम जनता से अनुरोध करते हैं कि वे आगे कोई भी अटकल लगाने से बचें और इस दौरान उनकी और उनके परिवार की निजता का सम्मान करें।”

    इसमें कहा गया है, “हम उनके स्वस्थ होने, अच्छे स्वास्थ्य और लंबी आयु के लिए सभी के प्यार, प्रार्थनाओं और शुभकामनाओं पर आभार जताते हैं। कृपया उनका सम्मान करें क्योंकि वह आपसे प्यार करते हैं।” अभिनेता का इलाज कर रहे ब्रीच कैंडी अस्पताल के डॉ. प्रतीत समदानी ने भी उन्हें छुट्टी दिए जाने की पुष्टि की। उन्होंने कहा, “धर्मेंद्र जी को सुबह करीब 7.30 बजे अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। परिवार ने उनका घर पर ही उपचार कराने का फैसला किया है।

    अभिनेता के स्वास्थ्य के बारे में पूछे जाने पर डॉ़ समदानी ने कहा कि वह केवल इतना कह सकते हैं कि धर्मेंद्र को अस्पताल से छुट्टी दे दी गयी है। एक एम्बुलेंस को अस्पताल से धर्मेन्द्र के बड़े बेटे सनी देओल के उपनगरीय जुहू स्थित आवास के लिए रवाना होते देखा गया। शाहरुख खान, आमिर खान और सलमान खान सहित कई बॉलीवुड हस्तियां अस्पताल में धर्मेंद्र से मिलने पहुंची थीं।

    दिल्ली विस्फोट : गिरफ्तार डॉ. मुजम्मिल ने जनवरी में लाल किला क्षेत्र की कई बार की थी रेकी

    नयी दिल्ली। हाल ही में सफेदपोश आतंकी मॉड्यूल के संबंध में गिरफ्तार किए गए प्रमुख संदिग्धों में से एक डॉ. मुजम्मिल गनई ने इस साल जनवरी में लाल किला क्षेत्र की कई बार टोह ली थी। उसके मोबाइल डेटा का विश्लेषण कर रही पुलिस ने यह जानकारी दी।

    पुलिस ने बताया कि उन्हें संदेह है कि यह रेकी 26 जनवरी को ऐतिहासिक स्मारक को निशाना बनाने की एक बड़ी साजिश का हिस्सा थी, जो उस समय क्षेत्र में गहन गश्त के कारण विफल हो गई होगी।

    पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम उजागर न करने की शर्त पर बताया कि डॉ. मुजम्मिल के मोबाइल फोन से प्राप्त ‘डंप डेटा’ के विश्लेषण से पता चला है कि जनवरी के पहले सप्ताह में लाल किला क्षेत्र में और उसके आसपास उसकी बार-बार उपस्थिति थी।उन्होंने कहा, ये दौरे 26 जनवरी को योजनाबद्ध हमले से पहले विस्तृत रेकी का हिस्सा थे।

    उन्होंने बताया कि डॉ. मुजम्मिल ने अपने साथी डॉ. उमर नबी के साथ सुरक्षा व्यवस्था और भीड़ की प्रवृत्ति का पता लगाने के लिए कई बार लाल किले का दौरा कर किया। टावर लोकेशन डेटा और आसपास के इलाकों से एकत्र किए गए सीसीटीवी फुटेज के जरिए उनकी गतिविधियों की पुष्टि की गई है।

    जांचकर्ताओं ने बताया कि वे अब डॉ. मुजम्मिल के संचार और डिजिटल फ़ुटप्रिंट का विश्लेषण कर रहे हैं ताकि मॉड्यूल की गतिविधियों के लिए धन और विस्फोटकों की प्राप्ति के स्रोत का पता लगाया जा सके। वे यह भी पता लगा रहे हैं कि क्या अन्य संदिग्धों ने भी इसी तरह की टोह ली थी या गिरफ्तार संदिग्धों को रसद सहायता प्रदान की थी।

    पुलिस ने कई मोबाइल ‘डंप डेटा’ भी एकत्र किए हैं, विशेष रूप से लाल किले के पास डॉ. उमर की गतिविधियों के बारे में, ताकि पता चल सके कि विस्फोट से ठीक पहले वह किसी के संपर्क में था या नहीं।

    सोमवार शाम को लाल किला मेट्रो स्टेशन क्षेत्र में एक धीमी गति से चलती कार से हुए एक उच्च-तीव्रता वाले विस्फोट में 12 लोगों की मौत हो गई और कई घायल हो गए। मामले को आगे की जांच के लिए राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) को सौंप दिया गया है।

     

    कूह स्पोर्ट्स क्लब ने बहराइच को हराया, फाइनल में पहुंची टीम

    प्रतिकात्मक फोटो।

    लखनऊ। जीसीआरजी  ग्राउंड पर खेले गए फर्स्ट स्टेट लेवल क्रिकेट चैंपियनशिप के पहले सेमीफाइनल मुकाबले में कूह स्पोर्ट्स क्लब ने शानदार प्रदर्शन करते हुए डीसीए  बहराइच को 7 विकेट से पराजित कर फाइनल में जगह बना ली। मैच का टॉस कूह स्पोर्ट्स क्लब ने जीता और पहले गेंदबाजी करने का निर्णय लिया।

    पहले बल्लेबाजी करते हुए डीसीए  बहराइच की टीम निर्धारित 17 ओवर में 7 विकेट खोकर 120 रन ही बना सकी। टीम की ओर से कप्तान देवाशीष ने 15 गेंदों में नाबाद 22 रन, जबकि रईमान अली ने 16 गेंदों पर 21 रन और शहज़ाद अहमद ने 16 गेंदों में 14 रन का योगदान दिया। कूह  स्पोर्ट्स क्लब की ओर से विवेक सिंह ने उम्दा गेंदबाजी करते हुए 4 ओवर में 28 रन देकर 3 विकेट झटके, वहीं अनिकेत सिंह को 2 और आदित्य सिंह को 1 सफलता मिली।

    लक्ष्य का पीछा करने उतरी कूह स्पोर्ट्स क्लब की टीम ने आक्रामक बल्लेबाजी का प्रदर्शन किया और मात्र 10.5 ओवर में 3 विकेट खोकर 121 रन बनाकर मुकाबला अपने नाम कर लिया। टीम की जीत में आर्यन चौधरी ने ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते हुए 30 गेंदों पर नाबाद 68 रन, जबकि विवेक सिंह ने 18 गेंदों में 32 रन बनाए। मोहम्मद उस्मान ने भी 9 गेंदों पर 12 रन का योगदान दिया।

    डीसीए बहराइच की ओर से तुषार सोनी, देवाशीष और अमन पेश्वन को एक-एक विकेट मिला। मैच के निर्णायक क्षणों में ऑलराउंड प्रदर्शन करने वाले विवेक सिंह को ‘मैन ऑफ द मैच’ चुना गया।

    सीएम योगी ने एफआईएच हॉकी पुरुष जूनियर विश्वकप-2025 की ट्रॉफी का किया भव्य स्वागत

    सीएम योगी ने एफआईएच हॉकी पुरुष जूनियर विश्वकप-2025 की ट्रॉफी का किया भव्य स्वागत
    • मुख्यमंत्री ने कहा- प्रदेशवासियों के लिए आह्लादित होने का क्षण
    • उत्तर प्रदेश में ट्रॉफी का आना यूपी के स्वर्णिम इतिहास का स्मरण कराने वाला क्षणः सीएम योगी
    • सीएम ने हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद और केडी सिंह बाबू के योगदान को भी किया याद
    • बोले- मेरठ में मेजर ध्यानचंद खेल विश्वविद्यालय बनाकर खेलों को दिया जा रहा बढ़ावा
    • बाराबंकी में केडी सिंह बाबू के निवास को म्यूजियम के रूप में किया जा रहा विकसितः मुख्यमंत्री
    • मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने की विश्वकप में हॉकी खिलाड़ियों के विजय की कामना

    लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तमिलनाडु में होने वाले एफआईएच हॉकी पुरुष जूनियर विश्व कप 2025 की प्रतिष्ठित ट्रॉफी का बुधवार को भव्य स्वागत किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि लखनऊ में एफआईएच हॉकी पुरुष जूनियर विश्व कप 2025 की प्रतिष्ठित ट्रॉफी का स्वागत करना मेरे और प्रदेशवासियों के लिए आह्लादित करने वाला क्षण है। जूनियर पुरुष हॉकी वर्ल्ड कप में भारत, चीन, बेल्जियम जापान, स्पेन, न्यूजीलैंड चिली, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया समेत 24 टीम हिस्सा ले रही हैं।

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश में इस ट्रॉफी का आना यूपी के स्वर्णिम इतिहास का स्मरण कराने वाला क्षण है। हॉकी इंडिया में उत्तर प्रदेश का योगदान अविस्मरणीय है। सीएम योगी ने हॉकी के जादूगर के रूप में विख्यात मेजर ध्यानचंद को भी याद किया। उन्होंने कहा कि मेजर ध्यानचंद ने उत्तर प्रदेश की धरती में जन्म लिया था। उनके नेतृत्व में भारतीय हॉकी टीम ने तीन ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतने में सफलता प्राप्त की थी। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार मेरठ में मेजर ध्यानचंद स्पोट्र्स यूनिवर्सिटी का निर्माण कर रही है। इस वर्ष से पहला सत्र प्रारंभ हो चुका है।

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    मुख्यमंत्री ने हॉकी के यशस्वी खिलाड़ी केडी सिंह बाबू का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि वह भी उत्तर प्रदेश में जन्मे थे। उनकी स्मृति को जीवंत रखने के लिए बाराबंकी में उनके निवास को एक म्यूजियम के रूप में बनाया जा रहा है।

    मुख्यमंत्री ने उत्तर प्रदेश हॉकी खिलाड़ियों का भी जिक्र किया और कहा कि प्रदेश ने अनेक ऐसे खिलाड़ी दिए हैं, जिन्होंने हॉकी इंडिया को सम्मान दिलाया। सीएम योगी ने पद्म पुरस्कार से सम्मानित मोहम्मद शाहिद, अशोक कुमार, रवींद्र पाल, सैयद अली, डॉ. आरपी सिंह, सुजीत कुमार, अब्दुल अजीज, सुबोध खांडेकर, रजनीश मिश्र, मोहम्मद शकील, देवेश चौहान, एमपी सिंह, जगवीर सिंह, राहुल सिंह, विवेक सिंह, ललित उपाध्याय, दानिश मुतजबा, राजकुमार पाल, प्रेम माया, रंजना श्रीवास्तव, मंजू बिष्ट, पुष्पा श्रीवास्तव, प्रीति दुबे जैसे हॉकी के खिलाड़ियों के योगदान को भी याद किया।

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि वर्तमान में भी उत्तर प्रदेश के राजकुमार पाल, उत्तम सिंह, विष्णुकांत सिंह, मुमताज, साक्षी, ज्योति, पूर्णिमा महिला व पुरुष वर्ग की सीनियर-जूनियर भारतीय टीम में चयनित होकर प्रदेश और देश को गौरवान्वित कर रहे हैं।

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जूनियर हॉकी वर्ल्ड कप से जुड़े समस्त पदाधिकारियों का लखनऊ आगमन पर स्वागत करते हुए एफआईएच हॉकी पुरुष जूनियर विश्व कप 2025 के सफल आयोजन की भी शुभकामना दी। उन्होंने विश्वकप में भारतीय खिलाड़ियों के सफलता की मंगलकामना भी की।

    समारोह में प्रदेश के खेल एवं युवा कल्याण मंत्री गिरीश चंद्र यादव, खेल एवं युवा कल्याण विभाग के सचिव सुहास एल वाई वी, निदेशक डॉ. आर पी सिंह, हॉकी इंडिया के महासचिव भोलानाथ सिंह, डीजी हॉकी इंडिया कमांडर आर के श्रीवास्तव, उत्तर प्रदेश हॉकी के महासचिव रजनीश कुमार मिश्रा, अंतरराष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी ललित कुमार उपाध्याय समेत हॉकी इंडिया से जुड़े भी अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।

    लखनऊ में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एफआईएच हॉकी पुरुष जूनीयर वर्ल्ड कप 2025 के ट्रॉफी समारोह के दौरान

    बता दें कि एफआईएच हॉकी पुरुष जूनियर विश्व कप 2025 का आयोजन 28 नवंबर से 10 दिसंबर तक चेन्नई और मदुरै में होगा। टूर्नामेंट में पहली बार 24 टीमें भाग लेंगी। मेजबान भारत, जिसने वर्ष 2001 और 2016 में यह खिताब जीता था, इस बार घरेलू धरती पर तीसरी बार खिताब जीतने के लक्ष्य के साथ मैदान में उतरेगा।

    ताइक्वांडो में अवध, योग में दर्शन, कैरम व आर्म बाक्सिंग में मां दुर्गा स्पोर्ट्स एकेडमी चैंपियन

    लखनऊ। स्पोर्ट्स नेटवर्क इंडिया (एसएनआई) के तत्वावधान में मां दुर्गा स्पोर्ट्स एकेडमी, मोहन रोड, लखनऊ द्वारा प्रथम खेल महोत्सव 2025 में मां दुर्गा स्पोर्ट्स एकेडमी ने कैरम और आर्म बाक्सिंग में विजेता ट्रॉफी जीती।एकेडमी परिसर में आयोजित प्रतियोगिताओं में योग में दर्शन एकेडमी और ताइक्वांडो में अवध ताइक्वांडो अकादमी विजेता रहे।

    इस दौरान खिलाड़ियों ने योग, कैरम, ताइक्वांडो और आर्म बॉक्सिंग जैसे खेलों में दमदार प्रदर्शन किया जिसमें कार्यक्रम में स्नेहा शर्मा, सपना सैनी, रोहन और शुभम (ताइक्वांडो) एवं कृतिका स्वरंकर (आर्म बाक्सिंग) उदीयमान खिलाड़ी चुने गए। दूसरी ओर बालकों में सर्वश्रेष्ठ फाइटर शुभम और बालिकाओं में सिमरन चुने गए।समापन समारोह में मुख्य अतिथि डॉ. आनंद किशोर पांडेय (निदेशक, स्पोर्ट्स नेटवर्क इंडिया) ने विजेताओं को पुरस्कृत करते हुए कहा कि खेल न केवल शारीरिक और मानसिक विकास का माध्यम हैं, बल्कि अनुशासन और टीम भावना को भी मजबूत बनाते हैं।

    उन्होंने आगे कहा कि स्पोर्ट्स नेटवर्क इंडिया भविष्य में भी ऐसे आयोजनों के माध्यम से युवाओं को खेलों से जोड़ने और स्वस्थ समाज निर्माण की दिशा में कार्य करता रहेगा।इस दौरान विशिष्ट अतिथि वेदव्रत बाजपेई (राष्ट्रीय कवि) और नसीरुद्दीन, (अध्यक्ष, उत्तर प्रदेश आर्म बॉक्सिंग एसोसिएशन) की भी गरिमामयी मौजूदगी रही।

    महोत्सव के दौरान हुई स्पर्धाओं में आर्म बॉक्सिंग में मां दुर्गा स्पोर्ट्स एकेडमी ने 18 स्वर्ण, 8 रजत व 3 कांस्य पदक के साथ विजेता जबकि दर्शन एकेडमी, आलमबाग, लखनऊ 8 स्वर्ण, 6 रजत व दो कांस्य पदक के साथ उपविजेता रही।
    योग प्रतियोगिता में दर्शन एकेडमी, आलमबाग, लखनऊ 5 स्वर्ण, 4 रजत व 7 कांस्य के साथ पहले स्थान पर रही। मां दुर्गा स्पोर्ट्स एकेडमी को 3 स्वर्ण, 2 रजत व 5 कांस्य के साथ दूसरा स्थान मिला।

    ताइक्वांडो प्रतियोगिता में अवध ताइक्वांडो एकेडमी 24 स्वर्ण, 6 रजत व 3 कांस्य के साथ विजेता बनी जबकि मां दुर्गा स्पोर्ट्स एकेडमी 12 स्वर्ण, 5 रजत व 3 कांस्य पदक के साथ उपविजेता रही। दूसरी ओर कैरम प्रतियोगिता में मां दुर्गा स्पोर्ट्स एकेडमी 2 स्वर्ण, 2 रजत व 4 कांस्य के साथ विजेता बनीं। आयोजन में संजीव कुमार स्वरंकर (अध्यक्ष) और अनुराग सिंह चौहान (सचिव) ने खेल महोत्सव को सफल बनाने में अहम भूमिका निभाई।

    भाषा विश्वविद्यालय में  सीमाओं की समझ और सुरक्षा विषय पर कार्यशाला आयोजित 

    ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय में  सीमाओं की समझ और सुरक्षा विषय पर कार्यशाला आयोजित 

    लखनऊ। ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय के विधि संकाय में सोमवार को “सीमाओं की समझ और सुरक्षा” विषय पर कार्यशाला आयोजित की गई। यह कार्यक्रम एसोसिएशन फॉर एडवोकेसी एंड लीगल इनिशिएटिव्स (आली) संस्था के सहयोग से संपन्न हुआ।

    मुख्य अतिथि के रूप में विधि संकाय के डीन प्रोफेसर मसऊद आलम और विशिष्ट अतिथि के रूप में विभागाध्यक्ष डॉ. पीयूष त्रिवेदी उपस्थित रहे। आली संस्था की ओर से फखरुनिशा, समान रहमान और मन्नतशा ने मंच संचालन किया।

    विश्वविद्यालय के कुलानुशासक डॉ. नीरज शुक्ल ने सीमाओं के महत्व और कर्तव्यों की समझ पर प्रकाश डालते हुए कहा कि विद्यार्थियों को अपने अधिकारों के साथ-साथ अपने दायित्वों का भी ज्ञान होना चाहिए। उन्होंने विधिक पेशे में गरिमा और नैतिक मूल्यों को सर्वोपरि बताया।

    संस्था आली की कार्यक्रम अधिकारी फखरुनिशा ने सहमति-असहमति तथा कार्यस्थल पर महिलाओं की यौन सुरक्षा जैसे विषयों पर विद्यार्थियों को जागरूक किया।

    कार्यक्रम का संचालन सहायक आचार्य डॉ. दीक्षा मिश्रा ने किया। इस अवसर पर प्रो. चंदना डे, डॉ. नलिनी मिश्रा, डॉ. कृष्णा मुकुंद, श्री अंशुल पांडेय, डॉ. श्वेता त्रिवेदी, डॉ. प्रशांत वरुण, तान्या सागर, जैनब इफ्तार, रविकेश मौर्य, भानु प्रताप सिंह सहित बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।

    अंत में अतिथियों ने विद्यार्थियों से अपने अधिकारों के प्रति सजग रहने और सामाजिक सीमाओं का सम्मान करने का आह्वान किया।

    एलएनजेपी अस्पताल पहुंचे गृह मंत्री अमित शाह, कार विस्फोट में घायल  हुए लोगों से मिले

    एलएनजेपी अस्पताल पहुंचे गृह मंत्री अमित शाह, कार विस्फोट में घायल  हुए लोगों से मिले

    नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सोमवार शाम लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास हुए विस्फोट में घायल हुए लोगों से मिलने लोक नायक जय प्रकाश (एलएनजेपी) अस्पताल पहुंचे। लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास सोमवार शाम को एक यातायात सिग्नल पर धीमी गति से चल रही एक कार में जोरदार विस्फोट होने से कम से कम 10 लोगों की मौत हो गई।

    इस दौरान कई वाहन जलकर खाक हो गए। शाम के वक्त इलाके में भारी भीड़ थी और विस्फोट के कारण 24 लोग घायल हो गए। घायलों को पास के एलएनजेपी अस्पताल ले जाया गया। घटना के कुछ घंटों बाद शाह वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों और चिकित्सकों के साथ अस्पताल में घायलों से मिले। उन्होंने अस्पताल के कई वार्डों का दौरा किया और घायलों से बातचीत की। विस्फोट के तुरंत बाद गृह मंत्री ने स्थिति का जायजा लेने के लिए दिल्ली पुलिस प्रमुख और खुफिया ब्यूरो के निदेशक से बात की।

    उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी), राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) और फोरेंसिक विज्ञान के प्रमुखों को भी विस्फोट स्थल पर विशेषज्ञ दल भेजने का निर्देश दिया ताकि जांच में सहायता मिल सके और साक्ष्य एकत्र किए जा सकें।

    लाल किले के पास खड़ी कार में जबरदस्त विस्फोट, 10 की मौत, 24 घायल; हाई अलर्ट जारी

    गृहमंत्री अमित शाह ने पुलिस कमिश्नर- IB चीफ से की बातचीत

    नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी में लाल किले के पास खड़ी एक कार में सोमवार शाम जबरदस्त विस्फोट हुआ, जिसमें कम से कम 10 लोगों की मौत हो गई और 24 अन्य घायल हो गए। अधिकारियों ने बताया कि भीड़भाड़ वाले इलाके में व्यस्त समय में हुए विस्फोट के कारण आसपास मौजूद कई वाहनों में आग लग गई, जबकि कई की खिड़कियों के शीशे टूट गए। विस्फोट में घायल लोगों को लोक नायक जय प्रकाश अस्पताल ले जाया गया। विस्फोट के दृश्यों में जलती हुई कारों से आग की लपटें और धुआं उठता दिखाई दिया।

    घटनास्थल का भयावह मंजर

    चांदनी चौक व्यापारी संघ की ओर से साझा किए गए वीडियो में विस्फोट का भयावह मंजर देखा जा सकता है। इस वीडियो में एक शव एक वाहन पर पड़ा हुआ दिखाई दे रहा है। एक अन्य वीडियो में सड़क पर एक शव पड़ा हुआ नजर आ रहा है। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि विस्फोट स्थल के पास शवों के अंग बिखरे हुए दिखाई दे रहे थे।

    विस्फोट के बाद दिल्ली पुलिस ने पूरे शहर के लिए हाई अलर्ट जारी कर दिया है। दिल्ली अग्निशमन सेवा के मुताबिक, दमकल की 10 गाड़ियां मौके पर भेजी गई हैं। पुलिस ने इलाके की घेराबंदी कर दी है।दमकल अधिकारियों ने बताया कि विस्फोट के कारण लगी आग पर देर शाम 7.29 बजे तक काबू पा लिया गया। आग में छह कारें, दो ई-रिक्शा और एक ऑटोरिक्शा जलकर खाक हो गए।

    राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) की एक टीम घटनास्थल पर पहुंच गई है। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि विस्फोट इतना शक्तिशाली था कि कई मीटर दूर खड़े वाहनों की खिड़कियों के शीशे टूट गए। धमाके की आवाज आईटीओ तक भी सुनी गई।दिल्ली अग्निशमन सेवा के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि विस्फोट लाल किला मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर-एक के पास खड़ी एक कार में हुआ। इसकी तीव्रता काफी अधिक थी।

    घटना में घायल एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि विस्फोट एक कार, संभवतः स्विफ्ट कार, में हुआ। उसने कहा कि “मेरे ऑटो के सामने एक स्विफ्ट कार थी। उस कार में कुछ ऐसा था, जिसमें अचानक विस्फोट हो गया।

    एक अन्य प्रत्यक्षदर्शी ने कहा कि “मैं गुरुद्वारे में था, तभी मैंने एक तेज आवाज सुनी। आवाज इतनी तेज थी कि हम समझ ही नहीं पाए कि यह किस चीज की है।” विस्फोट के कारण आसपास खड़े कई वाहनों के परखच्चे उड़ गए।चांदनी चौक व्यापारी संघ के अध्यक्ष संजय भार्गव, जिनकी दुकान घटनास्थल से लगभग 800 मीटर दूर है, ने बताया कि विस्फोट के कारण पूरी इमारत हिल गई, बाजार में अफरा-तफरी मच गई और लोग भागने लगे।

    फरीदाबाद में विस्फोटक बरामदगी के कुछ घंटों बाद हुआ धमाका

    यह विस्फोट फरीदाबाद के पास एक कश्मीरी डॉक्टर के किराए के मकान से लगभग 360 किलोग्राम संदिग्ध अमोनियम नाइट्रेट और हथियारों एवं गोलाबारूद का जखीरा बरामद होने के कुछ घंटों बाद हुआ।

    हरियाणा पुलिस ने जम्मू-कश्मीर पुलिस के साथ मिलकर फरीदाबाद के धौज इलाके से डॉ. मुजम्मिल गनई को गिरफ्तार किया। उसके किराए के मकान से विस्फोटक सामग्री, हथियार और टाइमर बरामद किए।अधिकारियों ने बताया कि जैश-ए-मोहम्मद और अंसार गजवत-उल-हिंद से जुड़े एक “सफेदपोश” आतंकवादी मॉड्यूल का पर्दाफाश करते हुए 3 डॉक्टर सहित आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया और 2,900 किलोग्राम विस्फोटक जब्त किया गया।इस मॉड्यूल के तार कश्मीर, हरियाणा और उत्तर प्रदेश तक फैले हुए हैं। गिरफ्तार किए गए लोगों में फरीदाबाद में रहने वाला डॉ. गनई और लखनऊ की महिला चिकित्सक डॉ. शाहीन शामिल हैं, जिन्हें हिरासत में पूछताछ के लिए हवाई मार्ग से श्रीनगर ले जाया गया। डॉ. शाहीन की कार से एक एके-47 राइफल बरामद हुई थी।

    अमित शाह ने की हालात की समीक्षा

    केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने लाल किले के निकट हुए धमाके के बाद हालात का जायजा लेने के लिए **दिल्ली पुलिस प्रमुख और खुफिया ब्यूरो के निदेशक से बात की।

    शाह ने राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी), राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) और फॉरेंसिक विज्ञान के प्रमुखों को जांच में सहायता करने और साक्ष्य एकत्र करने के लिए विस्फोट स्थल पर विशेषज्ञ टीम भेजने का भी निर्देश दिया।

    सूत्रों ने बताया कि गृह मंत्री ने विस्फोट के बाद की स्थिति का जायजा लेने के लिए दिल्ली पुलिस आयुक्त, खुफिया ब्यूरो के निदेशक और केंद्रीय गृह सचिव से बात की। तीनों शीर्ष अधिकारियों ने गृहमंत्री को घटना के बारे में जानकारी दी।

    एनएसजी के विशेषज्ञ और एनआईए के जांच अधिकारी विस्फोट स्थल पर पहुंच गए हैं। एनएसजी की टीम में विस्फोटक के विशेषज्ञ शामिल हैं, जबकि एनआईए की टीम में आतंकवादी मामलों के अनुभवी जांच अधिकारी शामिल हैं। फॉरेंसिक विशेषज्ञों की एक टीम भी घटनास्थल पर पहुंच गई है।

     

    अपना दल एस की बैठक संपन्न

    लखनऊ। अपना दल एस की बैठक विधानसभा अध्यक्ष ऋसभ रावत की अध्यक्षता में महाबली इंटर कालेज हसनापुर मलिहाबाद में संपन्न हुई।सभा को मुख्य अतिथि बनवारी लाल मौर्य एडवोकेट हाईकोर्ट, प्रदेश कोषाध्यक्ष एवं प्रभारी मलिहाबाद विधानसभा ने सम्बोधित किया।

    जिसमें धर्मदास, आइमन व राखी रावत सहित कई लोगों ने अपना दल एस की सदस्यता ग्रहण किया। सभा में मुख्य रूप से पद्मावती रावत प्रबन्धक महाबली इंटर कालेज, जयभान,सुभम, सत्यम शर्मा,जेबा सिद्दीकी,नागवंशी राजपूत,गौरव मौर्य ,सपना शर्मा, नाइमन, राखी रावत, कोमल, गरिमा यादव, मंजू, धर्मदास,साबीना सहित कई दर्जन लोग मौजूद रहे।

    सेठ आनंदराम जैपुरिया स्कूल, कानपुर ने जीती ओवरऑल चैंपियंस ट्रॉफी

    • खेल रत्न पुरस्कार विजेता साक्षी मलिक ने जैपुरिया खेल उत्सव ‘एथलेटिका 2025’ की शोभा बढ़ाई

    लखनऊ। सेठ आनंदराम जैपुरिया ग्रुप ऑफ स्कूल्स ने गुरु गोविंद सिंह स्पोर्ट्स कॉलेज, लखनऊ में वार्षिक अंतर-स्कूल खेल चैंपियनशिप एथलेटिका 2025 का आयोजन किया।
    चैंपियनशिप में ओवरऑल चैंपियंस ट्रॉफी सेठ आनंदराम जैपुरिया स्कूल, कानपुर ने जीती जबकि दूसरे स्थान पर गाजियाबाद की टीम रही। वहीं तीसरे, चौथे और पांचवें स्थान की ट्रॉफियां क्रमशः आलमबाग, नानपारा और न्यू जाजमऊ के जैपुरिया स्कूलों ने जीतीं।

    सेठ आनंदराम जैपुरिया स्कूल, गाजियाबाद ने सभी तीन प्रमुख ट्रॉफियां ट्रेलब्लेज़र ट्रेंडसेटर और टाइटन्स ट्रॉफी जीती।इस दौरान मुख्य अतिथि पद्मश्री व खेल रत्न से सम्मानित पूर्व ओलंपियन और भारत की अग्रणी कुश्ती चैंपियन साक्षी मलिक ने पुरस्कार बांटे।

    इस दौरान विशेष अतिथि पूर्व ओलंपियन और अर्जुन पुरस्कार विजेता सत्यव्रत कादियान और सम्मानित अतिथि यश जैपुरिया, कार्यकारी निदेशक – पार्टनर स्कूल और आईटी इनोवेशन, सेठ आनंदराम जैपुरिया ग्रुप ऑफ एजुकेशनल इंस्टीट्यूशंस और तरूण चावला, वरिष्ठ उपाध्यक्ष, पार्टनर स्कूल भी उपस्थित थे।कार्यक्रम की शुरुआत प्रार्थना, ध्वजारोहण और एक जीवंत मार्च पास्ट के साथ हुई, जिसके बाद मशाल जलाकर औपचारिक रूप से एथलेटिका 2025 का उद्घाटन किया गया।

    इस दौरान जैपुरिया नेटवर्क के 20 स्कूलों का प्रतिनिधित्व करने वाले 500 से अधिक छात्रों ने ट्रैक और फील्ड, टेबल टेनिस, बैडमिंटन और शतरंज की एक विस्तृत श्रृंखला में अपनी एथलेटिक कौशल का प्रदर्शन किया।

    चैंपियनशिप ने न केवल जीत का जश्न मनाया बल्कि भागीदारी, टीम वर्क और दृढ़ता का भी जश्न मनाया। व्यक्तिगत एथलीटों और स्कूल टीमों को उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए ट्रॉफियां और पदक प्रदान किए गए। समापन समारोह में साक्षी मलिक ने युवा एथलीटों की उनके दृढ़ संकल्प के लिए सराहना की और उन्हें मैदान के अंदर और बाहर उत्कृष्टता के लिए प्रयास करते रहने के लिए प्रोत्साहित किया।

    उन्होंने कह कि मुझे खुशी होती है जब स्कूल खेल को न केवल एक पाठ्येतर गतिविधि के रूप में बल्कि एक जुनून के रूप में बढ़ावा देने की पहल करते हैं जो छात्रों के लिए जीवन भर का आह्वान बन सकता है। यह बहुत अच्छी बात है, क्योंकि खेल करियर की तैयारी स्कूलों में शुरू होती है। छात्रों से मैं कहना चाहती हूं कि अगर वे समर्पण के साथ अपने जुनून का पीछा करते हैं, तो वे अपने लक्ष्य हासिल करेंगे।

    अपने विचार साझा करते हुए यश जैपुरिया ने कहा, पदक जीतना अद्भुत है। लेकिन प्रतिस्पर्धा करने का साहस, प्रशिक्षण के लिए अनुशासन और कभी हार न मानने का जज्बा भी उतना ही सराहनीय है। मेरी नजर में, प्रतिभागियों में हर कोई विजेता है। तरूण चावला ने जैपुरिया समूह के नेटवर्क के स्कूलों में खेल प्रतिभाओं के पोषण और उत्थान के लिए अपना दृष्टिकोण साझा किया।

    सेठ आनंदराम जैपुरिया ग्रुप ऑफ एजुकेशनल इंस्टीट्यूशंस की 80 साल की विरासत का प्रमाण, एथलेटिका 2025 समग्र विकास के लिए समूह की अटूट प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है – शैक्षणिक प्रतिभा, मूल्य-आधारित शिक्षा और खेल और पाठ्येतर संवर्धन पर एक मजबूत जोर के माध्यम से युवाओं का विकास करना।

     

    प्रदीप कुमार व मुस्कान कनौजिया बने सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी

    • श्री जय नारायण मिश्र महाविद्यालय लखनऊ की 53वीं वार्षिक एथलेटिक मीट

    लखनऊ। श्री जय नारायण मिश्र महाविद्यालय लखनऊ की 53वीं वार्षिक एथलेटिक मीट में पुरुषों में प्रदीप कुमार और महिलाओं में कुमारी मुस्कान कनौजिया सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुने गए।

    कालेज खेल मैदान में आयोजित मीट के समापन समारोह में उत्तर प्रदेश ओलंपिक एसोसिएशन के कोषाध्यक्ष डॉ सैयद रफत जुबैर रिजवी ने पुरस्कार वितरित किए।उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि खेलकूद, आज के जमाने में अन्य करियर की तरह ही स्थान प्राप्त कर चुका है। यह समझिए कि खेलकूद से राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति के साथ-साथ अपने करियर को संवारने में भी सफल हो सकते हैं।

    उन्होंने छात्र-छात्राओं को प्रोत्साहित किया कि वह अपनी खेल प्रतिभा को पहचाने और उसका निरंतर संवर्धन करें तथा बड़ी प्रतियोगिताओं के लिए स्वयं को तैयार करें।इस अवसर पर उन्होंने अपने उन अनुभवों को साझा किया जब वह महाविद्यालय के पूर्व छात्र के रूप में यहां से बीपीएड की पढ़ाई करते थे।

    एथलेटिक मीट के आयोजन और उसमें प्रतिभागियों के खेल को देखकर वह बहुत ही प्रभावित हुए और उन्होंने महाविद्यालय को 51 हजार रुपए की धन राशि खेल के विकास के लिए दान करने की घोषणा की। उन्होंने यह भी कहा कि महाविद्यालय के वार्षिक खेलकूद प्रतियोगिताओ के आयोजन में लगने वाले खर्च को भी आगामी वर्षों में वहन करने का प्रयास करेंगे।

    विशिष्ट अतिथि, संजय मिश्रा, असिस्टेंट कमिश्नर, एक्साइज ने कहा कि जो युवा 25 वर्ष की आयु तक परिश्रम करते हैं, वह अपने आगे आने वाले जीवन को बहुत ही आनंद से व्यतीत करते हैं और जो शुरू के इन वर्षों में परिश्रम नहीं करते उनके लिए उनका आगामी जीवन कठिन और चुनौतियों से भरा हो सकता है।

    समारोह की अध्यक्षता, जीसी शुक्ला, मंत्री प्रबंधक, महाविद्यालय प्रबंधन समिति ने की। इस अवसर पर उन्होंने विजयी छात्र-छात्राओं को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि जो लोग प्रथम स्थान पर नहीं आते है उनको निराश होने की जरूरत नहीं है।

    महाविद्यालय प्राचार्य, प्रो विनोद चंद्रा ने सभी अतिथियों का स्वागत पुष्पगुच्छ एवं स्मृति चिन्ह देकर किया। उन्होंने अधिक से अधिक युवाओं को महाविद्यालय की खेल सुविधाओं का लाभ लेने की पेशकश की।

    एथलेटिक मीट की संयोजक, प्रो मधु गौड ने बताया कि एथलेटिक मीट के दूसरे दिन हुई प्रतियोगिताओं में ट्रिपल जंप 10000 मी 1500 मीटर दौड़, 4 x100 मीटर दौड आदि प्रमुख रही। प्रतियोगिता में सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी पुरस्कार, प्रदीप कुमार को और सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी महिला वर्ग का पुरस्कार, कुमारी मुस्कान कनौजिया को दिया गया।

    कार्यक्रम के समापन पर प्रो शुची मिश्रा ने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन, डॉ विजय राज श्रीवास्तव ने किया।

    इस अवसर पर महाविद्यालय उप प्राचार्य प्रो के के शुक्ला, प्रो एसपी शुक्ला, डॉअंशुमाली शर्मा, प्रो भारती पांडेय सहित महाविद्यालय के अनेक शिक्षक, स्पोर्ट्स बोर्ड के सभी सदस्य, कर्मचारी गण एवं छात्र-छात्राएं बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।

    सादर
    प्रो विनोद चंद्रा
    प्राचार्य

    लखनऊ के खिलाड़ियों का दबदबा,ओवरऑल चैंपियनशिप ट्रॉफी अपने नाम किया

    • 41वीं सब जूनियर, नौवीं कैडेट एवं 42वीं यूपी स्टेट सीनियर ताइक्वांडो चैंपियनशिप

    लखनऊ। लखनऊ के खिलाड़ियों ने 41वीं सब जूनियर, नौवीं कैडेट एवं 42वीं सीनियर यूपी स्टेट ताइक्वांडो चैंपियनशिप में शानदार प्रदर्शन करते हुए सर्वाधिक 28 स्वर्ण पदक जीतते हुए ओवरऑल चैंपियनशिप ट्रॉफी आपने नाम किया।

    उत्तर प्रदेश ताइक्वांडो एसोसिएशन के तत्वावधान में लखनऊ जिला ताइक्वांडो एसोसिएशन द्वारा केडी सिंह बाबू स्टेडियम स्थित भारत रत्न श्री अटल बिहारी बाजपेयी बहुउद्देश्यीय हॉल में आयोजित चैंपियनशिप में लखनऊ ने 28 स्वर्ण, 35 रजत व 32 कांस्य पदक जीते।

    चैंपियनशिप में आगरा की टीम 07 स्वर्ण, 06 रजत व 05 कांस्य पदक के साथ उपविजेता रही जबकि गोरखपुर को 07 स्वर्ण, 05 रजत व 05 कांस्य पदक के साथ तीसरे स्थान से संतोष करना पड़ा।

    चैंपियनशिप के समापन व पुरस्कार वितरण समारोह में मुख्य अतिथि कला एवं संस्कृति के डायरेक्टर श्री नरेंद्र सक्सेना ने पदक विजेताओं को पुरस्कार एवं विजेता टीम को चैम्पियन ट्रॉफी भी प्रदान की।

    समापन समारोह की अध्यक्षता उत्तर प्रदेश ताइक्वांडो एसोसिएशन के अध्यक्ष शैलेश कुमार सिंह शैलू ने की जबकि एसोसिएशन के सचिव राजकुमार ने धन्यवाद ज्ञापित किया।

    इस अवसर पर उत्तर प्रदेश ताइक्वांडो एसोसिएशन के कोषाध्यक्ष देवेंद्र सिंह, उपाध्यक्ष आनंद मणि जुगरान, संयुक्त सचिव मोहित कुमार एवं बड़ी संख्या में खेल प्रेमी मौजूद रहे।

    अंतिम दिन खेले गए मुकाबलों के परिणाम

    सब जूनियर बालक (अंडर-32 किग्रा) में लखनऊ के दिपांशु सिंह ने स्वर्ण, लखनऊ के वैभव सिंह रजत एवं लखनऊ के अर्नव मैती व बहराइच के त्रंबकेश्वर ने कांस्य पदक जीते।

    सब जूनियर बालक (अंडर-35 किग्रा) में आगरा के कार्तिक ने स्वर्ण, लखनऊ के देवांश प्रताप ने रजत एवं गाजिपुर के अभिराज सिंह व आगरा के उज्जवल प्रताप सिंह ने कांस्य पदक जीता।

    सब जूनियर बालक (अंडर-38 किग्रा) में लखनऊ के मानव कश्यप ने स्वर्ण, लखनऊ के वैभव सिंह ने रजत एवं लखनऊ के आदित्य प्रताप सिंह व गोरखपुर के शरण्य कुमार ने कांस्य पदक जीता।

    सब जूनियर बालिका (अंडर-29 किग्रा) में कोशांबी की हनी सिंह ने स्वर्ण, आगरा की पूर्णिमा देव ने रजत जबकि लखनऊ की आद्रिका यादव व आशना राय ने कांस्य पदक अपने नाम किया।

    सब जूनियर बालिका (अंडर-32 किग्रा) में लखनऊ की उर्वशी ने स्वर्ण , गोरखपुर की सुचिता ने रजत पदक एवं लखनऊ की संमिता एवं आराध्या वर्मा ने कांस्य पदक पर जीता।

    सब जूनियर बालिका (अंडर-35 किग्रा) में लखनऊ हिमांशी ने स्वर्ण, गोरखपुर की अंशिका ने रजत और लखनऊ की श्वेता व आकर्षि ने कांस्य पदक जीता।

    कैडेट बालिका (अंडर 44 किग्रा) में लखनऊ की आर्ना कुमारी ने स्वर्ण, लखनऊ की मान्या पांडे ने रजत एवं लखनऊ की आराध्या और मुरादाबाद की मानवी ने कांस्य पदक जीता।

    कैडेट बालक (अंडर 49 किग्रा)में प्रयागराज के ओम मिश्रा ने स्वर्ण, कोशांबी के आदित्या ने रजत एवं लखनऊ के प्रखर तिवारी और देवरिया के अतुल्य प्रताप ने कांस्य पदक अपने नाम किया।

    सीनियर पुरुष(अंडर 80 किग्रा) में गाजियाबाद के आकाश ने स्वर्ण, गोरखपुर के घनश्याम यादव ने रजत जबकि लखनऊ के अभिषेक कुमार एवं मथुरा के लोकेंद्र सिंह ने कांस्य पदक जीता।

    सीनियर पुरुष(अंडर 87 किग्रा) में गाजियाबाद के अभिमन्यु ने स्वर्ण, मुरादाबाद के अभिषेक ने रजत एवं सहारनपुर के अक्ष प्रताप एवं बनारस के दीपांशु ने कांस्य पदक जीता।

    सीनियर महिला (अंडर 62 किग्रा) में जौनपुर की सरोजनी ने स्वर्ण, प्रयागराज की रोज़ी बानो ने रजत एवं लखनऊ की मनु ने कांस्य पदक जीता।

    सीनियर महिला (अंडर 67 किग्रा) में प्रयागराज की श्रद्धा तिवारी ने स्वर्ण एवं बाराबंकी की प्राची ने रजत पदक जीता।

    लखनऊ के खिलाड़ियों का जलवा, दूसरे दिन जीते चार स्वर्ण

    • 41वीं सब जूनियर, नौवीं कैडेट एवं 42वीं यूपी स्टेट सीनियर ताइक्वांडो चैंपियनशिप
     
    लखनऊ, खेल संवाददाता। लखनऊ की यशस्वी सिंह, अनन्या श्रीवास्तव, चांद बाबू व शुभम ने 41वीं सब जूनियर, नौवीं कैडेट एवं 42वीं सीनियर यूपी स्टेट ताइक्वांडो चैंपियनशिप के दूसरे दिन तालिका में मेजबानों का दबदबा कायम रखा।
    उत्तर प्रदेश ताइक्वांडो एसोसिएशन के तत्वावधान में लखनऊ जिला ताइक्वांडो एसोसिएशन द्वारा केडी सिंह बाबू स्टेडियम स्थित भारत रत्न श्री अटल बिहारी बाजपेयी बहुउद्देश्यीय हॉल में आयोजित चैंपियनशिप के दूसरे दिन लखनऊ ने चार स्वर्ण, चार रजत व 6 कांस्य पदक अपने नामक किए। इसी के साथ लखनऊ के खिलाड़ी अब तक 10 स्वर्ण, 12 रजत व 11 कांस्य के साथ आगे चल रहे है।
    आज कानपुर नगर की सरिता शर्मा, बागपत की साइमा, कौशांबी के उत्सव दुबे, गोरखपुर के आयुष कुमार, प्रयागराज के अयान व मथुरा की विशाखा ने भी स्वर्णिम सफलता हासिल की।
    दूसरे दिन मेजबान के लिए क्षमा जोशी, स्पर्श गुप्ता, मनिष्का सिंह, गायत्री शुक्ला ने रजत जबकि दृश्या श्रीवास्तव, सिद्धार्थ कुमार, शिवांश यादव, चंदन कुमार, अर्णव माहेश्वरी, सत्यम यादव ने कांस्य पदक अपने नाम किए।
    दूसरे दिन के परिणामों में बालिका सब जूनियर (अंडर 20 किग्रा) में लखनऊ की यशस्वी सिंह ने स्वर्ण व चंदौली की अमायरा गुप्ता ने रजत पदक अपने नाम किए। वहीं बालिका सब जूनियर (अंडर 22 किग्रा) में लखनऊ की अनन्या श्रीवास्तव ने स्वर्ण, क्षमा जोशी ने रजत एवं दृश्या श्रीवास्तव ने कांस्य पदक जीते।
    बालक कैडेट (अंडर 33 किग्रा) में भी सभी पदक विजेता लखनऊ के खिलाड़ी रहे जिसमें चांद बाबू ने स्वर्ण, स्पर्श गुप्ता ने रजत एवं सिद्धार्थ कुमार व शिवांश यादव ने कांस्य पदक जीते। महिला सीनियर (अंडर 57 किग्रा) में कानपुर नगर की सरिता शर्मा ने स्वर्ण व लखनऊ की मनिष्का सिंह ने रजत पदक जीते।
    महिला सीनियर (अंडर 53 किग्रा) में बागपत की साइमा ने स्वर्ण, प्रयागराज की तृप्ति कुमार ने रजत एवं गाजीपुर की आंचल यादव व देवरिया की शिवानी शर्मा ने कांस्य पदक जीते। कैडेट बालक (अंडर 37 किग्रा) में लखनऊ के शुभम ने स्वर्ण, महराजगंज के अंकित चौहान ने रजत एवं लखनऊ के चंदन कुमार व अर्णव माहेश्वरी ने कांस्य पदक जीते।

    सीनियर पुरुष ( अंडर 63 किग्रा) में कौशांबी के उत्सव दुबे ने स्वर्ण, देवरिया के हर्ष कुमार ने रजत एवं लखनऊ के सत्यम यादव व सहारनपुर के राहुल मलिक ने कांस्य पदक जीते।सीनियर पुरुष (अंडर 68 किग्रा) में गोरखपुर के आयुष कुमार ने स्वर्ण, आगरा के मुनेंद्र कुमार ने रजत एवं गाजियाबाद के यक्षवर्द्धन व बागपत के मुकुल कुमार ने कांस्य पदक जीते।

    कैडेट बालक (अंडर 41 किग्रा) में प्रयागराज के अयान ने स्वर्ण, झांसी के कृष्णा राजपूत ने रजत एवं आगरा के पुनीत कुमार व प्रयागराज के विशु पाल ने कांस्य पदक जीते। सीनियर महिला (अंडर 49 किग्रा) में मथुरा की विशाखा ने स्वर्ण, लखनऊ की गायत्री शुक्ला ने रजत एवं महराजगंज ने आकृति गुप्ता व प्रयागराज की संध्या यादव ने कांस्य पदक जीते।

    राज्य ताइक्वांडो : विश्वनाथ एकेडमी आशियाना ने जीते 3 स्वर्ण सहित चार पदक

    लखनऊ। विश्वनाथ एकेडमी आशियाना के विद्यार्थियों ने लखनऊ के महाराजा अग्रसेन शिक्षण संस्थान मोतीनगर में 1 व 2 नवंबर, 2025 को आयोजित यूपी राज्य ताइक्वांडो प्रतियोगिता में 3 स्वर्ण, 1 रजत सहित 4 पदक अपने नाम करते हुए लखनऊ का परचम लहराया।

    प्रतियोगिता में लखनऊ टीम का प्रतिनिधित्व करते हुए ऐश्वर्या श्री ने बालिका व्यक्तिगत पूमसे में, श्रेयस अतुल बृहद व प्रद्युम्न शुक्ला ने बालक व्यक्तिगत पूमसे में स्वर्ण पदक जीता जबकि शशांक सिंह ने रजत पदक अपने नाम किया।

    ये सभी विद्यार्थी विश्वनाथ एकेडमी आशियाना में मास्टर अतुल यादव (मुख्य प्रशिक्षक-आक्सफोर्ड ताइक्वांडो अकादमी, ब्लैक बेल्ट तृतीय डॉन, अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी व राष्ट्रीय निर्णायक) व आकांक्षा विश्वकर्मा व की देखरेख में ताइक्वांडो का विशेष प्रशिक्षण ले रहे है।

    पदक विजेताओं की इस सफलता पर स्कूल की प्रधानाचार्या चारु खरे, इंचार्ज संजय मिश्रा व समस्त शिक्षकगणों ने बधाई दी एवं उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।

     

    आलोचना के दौर में हरमन और स्मृति ने टीम को एकजुट रखा: नीतू डेविड

    नयी दिल्ली। नीतू डेविड को भारतीय महिला क्रिकेट टीम के मुख्य चयनकर्ता के तौर पर अपने पांच साल के कार्यकाल के इससे बेहतर समापन की उम्मीद नहीं होगी क्योंकि उन्होंने रविवार रात को हरमनप्रीत कौर की अगुआई वाली टीम के विश्व कप जीतने से पहले बड़े मंच पर कई दिल तोड़ने वाले पल देखे थे।

    हाल ही में नई चयन समिति नियुक्त की गई थी लेकिन नीतू और उनकी टीम ने ही स्वेदश में होने वाले एकदिवसीय विश्व कप के लिए टीम चुनी थी।

    सभी तरह के संसाधन होने के बावजूद भारतीय महिला टीम का विश्व खिताब जीतने का इंतजार लंबा होता जा रहा था जिसमें आईसीसी प्रतियोगिताओं में अच्छी स्थिति में होने के बावजूद हारना आम बात हो गई थी।

    हरमनप्रीत, स्मृति मंधाना, जेमिमा रोड्रिग्स सहित सीनियर खिलाड़ियों की अहम पलों में लड़खड़ाने के लिए कड़ी आलोचना हुई थी। घरेलू दर्शकों के सामने भारत ने हालांकि परीकथा जैसा अंत किया और किस्मत तथा हिम्मत के सही मेल से आखिरकार ट्रॉफी जीत ली गई।

    नवी मुंबई में इस शानदार नतीजे के बाद पीटीआई से बात करते हुए आईसीसी हॉल ऑफ फेम में शामिल और पूर्व भारतीय स्पिनर नीतू ने उन वजहों के बारे में बताया कि वर्षों की निराशा के बाद इस बार भारत कैसे जीत हासिल कर पाया।नीतू ने कहा कि इस टीम की काफी आलोचना हुई थी लेकिन सीनियर खिलाड़ियों ने टीम को एकजुट रखा और इसका फायदा मिला।

    उन्होंने कहा,इस टीम की बहुत आलोचना हुई। कोच आए और गए। बहुत सारे उतार-चढ़ाव आए। लोग कह रहे थे कि जब बीसीसीआई उनके लिए सब कुछ कर रहा है तब भी वे हारते रहते हैं। लोगों ने कहा कि वे हर बार ऑस्ट्रेलिया से हार जाते हैं लेकिन सीनियर खिलाड़ियों (हरमन, स्मृति मंधाना, जेमिमा रोड्रिग्स, दीप्ति शर्मा) ने टीम को एकजुट रखने में अहम भूमिका निभाई।

    नीतू ने कहा,जब अमोल मजूमदार मुख्य कोच बने (अक्टूबर 2023 में) तो उनका विजन साफ था। यह अब या कभी नहीं वाली बात थी। पिछले 18 महीनों में लड़कियों और सहायक स्टाफ की कड़ी मेहनत मैंने खुद शिविर में देखी है, अब यह सबके सामने है।नीतू ने कहा कि आलोचना के बावजूद सीनियर खिलाड़ियों ने इसे सकारात्मक रूप से लिया क्योंकि अगर वे नकारात्मक हो जातीं तो शायद वापसी नहीं कर पातीं।

    उन्होंने कहा,जब आपकी आलोचना होती है तो आपको बुरा लगता है लेकिन उन्होंने (हरमन, स्मृति, जेमी, दीप्ति) इसे सकारात्मक तरीके से लिया। अगर वे नकारात्मक हो जातीं तो शायद वे वापसी नहीं कर पातीं। नतीजा आपके सामने है। स्वदेश में इतने अधिक दबाव वाले माहौल में प्रदर्शन करना। लड़कियों दबाव से काफी अच्छी तरह से निपटीं।

    नीतू ने कहा,यह कोई तुक्का नहीं था। हमने ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका को हराया। हमें तीनों विभाग में सुधार की जरूरत थी, विशेषकर क्षेत्ररक्षण में और हमने वह कर दिखाया। गेंदबाजी कोच अविष्कार साल्वी की कोशिशें भी काबिले तारीफ हैं। स्ट्रेंथ और अनुकूलन कोच हर्षा आए और उन्होंने शानदार काम किया है।

    उन्होंने कहा, अमोल ने लड़कियों के साथ बिना थके काम किया और टीम की हर सदस्य के साथ अलग-अलग बल्लेबाज सत्र किए। वह शांत दिखते हैं लेकिन बहुत आक्रामक हैं।

    हाल में अंतरराष्ट्रीय पदार्पण करने वाली क्रांति गौड़, श्री चरणी और प्रतिका रावल जैसी युवा खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर नीतू ने कहा,जब चोटों की वजह से रेणुका सिंह और पूजा वस्त्राकर टीम में नहीं थीं तो हम तेज गेंदबाजी आक्रमण को लेकर चिंतित थे। हमें क्रांति मिली जिसमें आगे बढ़ने का जज्बा कमाल का है। वह अपनी उम्र के हिसाब से बहुत परिपक्व है। वह पाकिस्तान के मैच में स्लिप में क्षेत्ररक्षक लगाना चाहती थी और जल्द ही उसे विकेट मिल गया। उसका ध्यान बहुत केंद्रित है।

    उन्होंने कहा,प्रतिका भारतीय टीम के लिए बेहतरीन खोज रही हैं। अमनजोत कौर ने भी ऑलराउंडर के तौर पर बड़ा प्रभाव डाला है। इस जीत के बाद मैं कहूंगा कि भारत में महिला क्रिकेट का भविष्य सबसे उज्ज्वल है। आपको बहुत सारी प्रतिभा देखने को मिलेगी।

     

    इंग्लैंड से हार ने सिखाया सबक, गलतियों को न दोहराने की सीख से हुई वापसी: कप्तान हरमनप्रीत

    नवी मुंबई । महिला विश्व कप का खिताब जीतने वाली पहली भारतीय कप्तान बनीं हरमनप्रीत कौर ने कहा कि लीग चरण में इंग्लैंड से मिली हार ने टीम की आंखे खोल दी और उसने गलतियों को नहीं दोहराने का सबक लेकर अपना खिताबी अभियान पूरा किया।

    दक्षिण अफ्रीका और आस्ट्रेलिया से ग्रुप चरण में हार के बाद इंग्लैंड के खिलाफ 289 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारतीय टीम एक समय तीन विकेट पर 234 रन बनाकर जीत की ओर बढ़ रही थी लेकिन मध्यक्रम के लड़खड़ाने के बाद टीम छह विकेट पर 284 रन ही बना सकी।इस हार के बाद टीम पर टूर्नामेंट से बाहर होने का खतरा मंडरा रहा था लेकिन उसने शानदार वापसी की।

    भारतीय कप्तान ने विश्व कप फाइनल में दक्षिण अफ्रीका को 52 रन से हराने के बाद कहा, ‘‘इंग्लैंड के खिलाफ हारने के बाद हर किसी को लगा कि यह मैच तो हमारे लिए जीतने वाला था, हमारी पारी ऐसे कैसे लड़खड़ा गयी।’’

    उन्होंने कहा,हमारे साथ पहले भी ऐसा हो चुका था और सर (कोच अमोल मजूमदार) ने भी कहा था कि आप एक ही गलती बार-बार नहीं दोहरा सकते हैं। आपको यह बाधा पार करनी होगी और उस मैच के बाद हमारी सोच में काफी बदलाव आया।उन्होंने कहा कि फाइनल मुकाबले से पहले टीम अतिआत्मविश्वास से बचते हुए जीत को लेकर सकारात्मक थी।उन्होंने कहा,हमें पहली गेंद से लग रहा था कि हम जीतेंगे क्योंकि पिछले तीन मैचों के प्रदर्शन से हमारा आत्मविश्वास काफी बढ़ा हुआ था।

    उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा, टॉस तो हम जीतते नहीं है इसलिए पता था कि हमें पहले बल्लेबाजी करनी होगी। स्मृति और शेफाली को श्रेय मिलना चाहिये उन्होंने पहले 10 ओवर अच्छे से संभाल कर रखे। भारतीय कप्तान ने कहा कि गेंदबाजी में काबिलियत के कारण टीम ने प्रतिका रावल के चोटिल होने के बाद शेफाली वर्मा को मौका दिया।

    उन्होंने शेफाली के चयन को ‘डेस्टिनी (नियति)’ करार देते हुए कहा, ‘‘ मुझे लगता है कि यह डेस्टिनी थी । हम बिल्कुल नहीं चाहते थे प्रतिका (रावल) को कुछ ऐसा हो। विश्व कप से पहले ही यास्तिका भाटिया भी चोटिल होकर बाहर हो गयी थी तब हर कोई भावुक हो गया था। यह टीम ऐसी ही है, यह बहुत खास है, हम एक दूसरे के साथ रहते हैं और अच्छे-बुरे समय में एक दूसरे का पूरा समर्थन करते है।

    उन्होंने कहा, शेफाली जब टीम में आयी तो हम चाहते थे कि उसे ऐसा महसूस ना हो कि वह बाहर से आ रही है। सबने हर एक चीज सकारात्मक तरीके से ली और हम बस यही सोच रहे थे कि हमारा अंतिम लक्ष्य यह खिताब है।

    हरमनप्रीत ने कहा,शेफाली के टीम से जुड़ने से पहले प्रतिका कुछ ओवर गेंदबाजी कर रही थी और शेफाली इस दौरान घरेलू क्रिकेट में लगातार गेंदबाजी कर रही थी। सर ( मजूमदार) ने उन्हें कहा था कि जरूरत पड़ी तो दो-चार ओवर गेंदबाजी करनी पड़ेगी तो शेफाली ने कहा कि मैं 10 ओवर डालने के लिए तैयार हूं। इससे उसका आत्मविश्वास झलक रहा था।

    उन्होंने कहा, मैदान में अचानक से मेरे दिगाम में ख्याल आया कि मुझे शेफाली से गेंदबाजी करवानी चाहिये क्योंकि आज उसका दिन है। यह थोड़ा जोखिम भरा था लेकिन मैं उसकी गेंदबाजी को लेकर सकारात्मक थी।हरियाणा की 21 साल की हरफनमौला शेफाली ने शुरुआती दो ओवरों में सुने लुस और मारिजान काप के विकेट के साथ मैच का रूख पलट दिया।

    हरमनप्रीत और स्मृति मंधाना पिछले कुछ सालों में कई बार बड़े टूर्नामेंटों में हार का सामना किया है लेकिन विश्व कप खिताब जीतने के बाद दोनों ने एक दूसरे को गले से लगा लिया और कुछ देर तक वैसे ही खड़े रहे।

    भारतीय कप्तान ने कहा, मैंने और स्मृति ने एक साथ कई विश्व कप खेले हैं और हारने के बाद जब घर जाते थे तो अपने में ही खो जाते थे। वापस आने के बाद हम फिर से शून्य से शुरू करने के बारे में बात करते थे। हम हर बार वैश्विक खिताब को जीतने से चूक रहे थे और सोचते थे कि हम कब इस बाधा को पार करेंगे और आज ऐसा मौका मिल गया।

    उन्होंने टीम को मजबूत बनाने का श्रेय मुख्य कोच मजूमदार को श्रेय देते हुए कहा, कोच अमोल मजूमदार का पिछले दो साल में योगदान काफी रहा है। उनके आने से स्थिरता आयी है। उनके जिम्मेदारी लेने से पहले काफी जल्दी जल्दी कोच बदल रहे थे लेकिन उन्होंने टीम को पूरा समय दिया। इस टीम को बनाने का श्रेय उनको जाता है। उन्होंने हमें काफी अभ्यास कराया और हमारी कमजोरियों को दूर किया।

     

    यह जीत 1983 के पुरुष विश्व कप जैसी क्रांति लाएगी: कोच अमोल मजूमदार

    नवी मुंबई।भारतीय महिला टीम के कोच अमोल मजूमदार ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ विश्व कप के फाइनल में रविवार को मिली जीत की तुलना 1983 के पुरुष विश्व कप से करते हुए कहा कि इसमें भारतीय क्रिकेट में बड़ा बदलाव लाने की क्षमता है।भारत ने महिला विश्व कप के फाइनल दक्षिण अफ्रीका को 52 रन से हराकर वैश्विक खिताबी सूखे को खत्म किया। टीम इससे पहले 2005 और 2017 में उपविजेता रही थी।

    कपिल देव की अगुवाई में भारतीय पुरुष टीम के 1983 में विश्व चैंपियन बनने के बाद देश में क्रिकेट की लोकप्रियता काफी बढ़ गयी थी और इसने कई पीढ़ियों को इस खेल से जुड़ने के लिए प्रेरित किया था।

    मजूमदार ने मैच के बाद कहा, ‘‘ यह भारतीय क्रिकेट में ‘वाटरशेड मूवमेंट (बड़ी प्रगति और बड़े सकारात्मक बदलाव का प्रतिक)’ है। पिछले तीनों मैचों में यह स्टेडियम खचाखच भरा हुआ था। करोड़ों की संख्या में दर्शक टेलीविजन पर देख रहे थे। इससे कुछ दर्शक जरूर प्रेरित हुए होंगे। 1983 की विश्व कप जीत ने कई पीढ़ियों को प्रेरित किया था और इस जीत में भी ऐसा करने की क्षमता है।

    उन्होंने भारत के विश्व चैंपियन बनने को अविश्वसनीय करार देते हुए कहा कि उन्हें इसे आत्मसात करने में थोड़ा समय लगेगा।मजूमदार ने कहा,यह अविश्वसनीय एहसास है और मुझे लगता है जैसे जैसे दिन बीतेगा इसे आत्मसात करता जाऊंगा।

    भारत पर टूर्नामेंट के लीग चरण में दक्षिण अफ्रीका, इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया से लगातार हार के बाद बाहर होने का खतरा मंडरा रहा था लेकिन मजूमदार ने इसके बाद शानदार वापसी करने पर टीम के जज्बे की तारीफ की।

    उन्होंने कहा,  मैं उनसे यही कहता था कि हम हार नहीं रहे हैं। बस उस बाधा को पार करने से चूक जा रहे हैं। हम उन तीनों मैचों में काफी प्रतिस्पर्धी रहे और ये सभी मैच काफी करीबी थे।उन्होंने कहा, ‘‘इन लड़कियों ने इस तीन मैच में निराशा के बाद कमाल का जज्बा दिखाया। क्वार्टर फाइनल जैसे मैच में न्यूजीलैंड, सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया और फिर फाइनल में दक्षिण अफ्रीका को हराना शानदार रहा।’’

    भारत के लिए चोटिल सलामी बल्लेबाज प्रतिका रावल की जगह शेफाली वर्मा को टीम में शामिल करना फायदेमंद रहा। उन्होंने फाइनल में अपने हरफनमौला खेल (87 रन और दो विकेट) से टीम की जीत में अहम योगदान दिया। वह फाइनल में ‘प्लेयर ऑफ मैच भी चुनी गयी।कोच ने कहा कि शेफाली के टीम में शामिल करने के पीछे उनकी गेंदबाजी क्षमता की अहम भूमिका थी।

    उन्होंने कहा, ‘‘प्रतिका रावल कमाल की खिलाड़ी है उन्होंने (वनडे में) रिकॉर्ड 23 मैचों में 1000 रन पूरे किये हैं। वह जब से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में आयी है, शानदार रही है। दुर्भाग्य से वह यहां चोटिल हो गयी और शेफाली को मौका मिल गया। उन्होंने आज (फाइनल) जादुई पारी खेली ।

    शेफाली ने सेमीफाइनल में पहले भारतीय टीम में शामिल होने के बाद नेट सत्र में सबसे अधिक समय बिताया था और फाइनल में इस 21 साल की खिलाड़ी ने अपनी पारी से प्रतिभा का लोहा मनवाया।

    घरेलू क्रिकेट के सबसे दिग्गज खिलाड़ियों में शामिल मजूमदार ने कहा, ऐसा नहीं है कि शेफाली आज ही टीम में आयी है। वह सिर्फ एकदिवसीय प्रारूप में पिछले कुछ महीने से टीम का हिस्सा नहीं थी । वह टी20 अंतरराष्ट्रीय तो खेल ही रही थी और इंग्लैंड के हालिया दौरे पर भी हमारे साथ ही थी।

    उन्होंने कहा, शेफाली से गेंदबाजी के बारे में हमने बातचीत की थी क्योंकि वह घरेलू क्रिकेट में लगातार गेंदबाजी कर रही थी। हमें पता था कि वह जरूरत पड़ने पर कुछ ओवर डाल सकती है लेकिन इस मैच में उन्हें गेंदबाजी पर लाने का सारा श्रेय कप्तान हरमनप्रीत को जाता है।

    मजूमदार ने कहा कि टूर्नामेंट से पहले ही बल्लेबाजी को मजबूत रखने के लिए यह तय हो चुका था कि किसी बल्लेबाज को छठे गेंदबाज की कमी पूरी करनी होगी।उन्होंने कहा, टूर्नामेंट से पहले हमने इस बारे में बात की थी कि टीम में अगर छठा गेंदबाज आयेगा तो एक बल्लेबाज कम हो जायेगा ऐसे में किसी को उसकी भरपाई करनी होगी।

    उन्होंने टीम के खिलाडियों के साथ अपने काम को शानदार करार देते हुए कहा कि इस टीम में प्रतिभा का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि शेफाली जैसी खिलाड़ी को टूर्नामेंट के शुरुआती 15 खिलाड़ियों की सूची में भी जगह नहीं मिली।

    उन्होंने कहा, इस तरह के प्रतिभाओं के साथ काम करना शानदार है क्योंकि वे कौशल के मामले में कमाल के हैं। आप इस टीम में प्रतिभा का अंदाजा इसी से लगा सकते हैं कि शेफाली जैसी खिलाड़ी को भी शुरुआती 15 खिलाड़ियों की टीम में जगह नहीं मिली थी।