लखनऊ । शोक सभा कॉलेज के खतीब-ऐ-अकबर लाइब्रेरी में आयोजित की गयी| सभा का प्रारम्भ डॉ. सादिक़ हुसैन आबिदी द्वारा तिलावत-ऐ-क़ुरान पढ़कर किया गया | इस हादसे पर शोक व्यक्त करते हुए सचिव मजलिस-ए-उलमा शिया पीजी कॉलेज, मौलाना यासूब अब्बास साहब ने कहा कि राष्ट्रपति अयातुल्लाह सैय्यद इब्राहिम रईसी व उनके साथियों की हेलीकाप्टर हादसे में हुई आकस्मिक मृत्यु से पूरी दुनिया में शोक की लहर है। उनका जाना इस्लामी जगत के लिए बहुत बड़ा नुक्सान है। मैं हुकूमत ए ईरान को इस हादसे पर ताज़ियत पेश करता हूँ।
उन्होंने भारत सरकार का शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि मैं भारत सरकार का धन्यवाद करना चाहता हूँ की उन्होंने अयातुल्लाह सैय्यद इब्राहिम रईसी और उनके साथियों की हादसे में हुई मौत पर दुःख व्यक्त करते हुए एक दिन के राष्ट्रीय शोक का एलान किया है। भारत और ईरान के रिश्ते हमेशा से मज़बूत रहे हैं और आगे भी रहेंगे।
प्राचार्य शिया पीजी कॉलेज प्रो शबीहे रज़ा बाक़री ने कहा कि अयातुल्लाह सैय्यद इब्राहिम रईसी एक महान व्यक्तित्व वाले इंसान थे, राष्ट्रपति बनने से पहले वह मशहद में इमाम ए रेज़ा (अस) के हरम के खादिम भी रहे हैं, जो मौका हर किसी को प्राप्त नहीं होता है। वह अपनी सादी ज़िन्दगी और दूरदर्शी विचारों के लिए जाने जाते थे।
प्रो सरताज सब्बर रिज़वी, प्रो आग़ा परवेज़ मसीह, नवाब मसूद अब्दुल्लाह व प्रो जमाल हैदर ज़ैदी ने भी अयातुल्लाह सैय्यद इब्राहिम रईसी के व्यक्तित्व पर रौशनी डाली और ताज़ियत पेश की।
इस मौके पर शिया पी.जी. कॉलेज के तमाम शिक्षक व शिक्षणेत्तर कर्मचारियों ने मौजूद रहकर श्रद्धांजलि दी।