रुपईडीहा। संस्कृति विभाग उत्तर प्रदेश के सौजन्य से भातखंडे संस्कृति विश्वविद्यालय लखनऊ एवं लैंड पोर्ट अथॉरिटी रुपईडीहा के संयुक्त तत्वाधान में 1 जून से सरस्वती विद्या मंदिर, रुपईडीहा में आयोजित गायन, नृत्य की प्रस्तुतीकरण कार्यशाला का समापन शुक्रवार को हुआ।
समापन समारोह के मुख्य अतिथि डॉक्टर उमाशंकर वैश्य, चेयरमैन आदर्श नगर पालिका रुपईडीहा ने कार्यशाला में प्रतिभाग करने वाले प्रतिभागियों को संस्कृति विभाग उत्तर प्रदेश के प्रमाण पत्र प्रदान किये।कार्यक्रम संयोजक लैंड पोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के मैनेजर सुधीर शर्मा ने संस्कृति विभाग उत्तर प्रदेश की विशेष सचिव एवं भातखंडे संस्कृति विश्वविद्यालय के कुल सचिव डॉक्टर सृष्टि धवन के विशेष सहयोग की सराहना की।

उन्होंने आशा जताई कि भविष्य में संस्कृति विभाग उत्तर प्रदेश इस तरह की कार्यशाला का आयोजन बच्चों के सर्वांगीण विकास हेतु करता रहेगा।इस अवसर पर प्रतिभागियों द्वारा कथक नृत्य की विभिन्न मुद्राओं का सजीव प्रदर्शन किया गया जिसकी करतल ध्वनि से सभी ने प्रशंसा की। कथक की भातखंडे संस्कृति विश्वविद्यालय की मिल्की गुप्ता ने कथक का प्रशिक्षण प्रदान किया।
गायन के प्रतिभागियों द्वारा शास्त्रीय संगीत के अलाप की प्रस्तुति की सभी ने मुक्त कंठ से प्रशंसा की। गायन का प्रशिक्षण में भातखंडे संस्कृति विश्वविद्यालय इति तिवारी द्वारा प्रदान किया गया।
इस अवसर पर नगर पालिका रुपईडीहा के अध्यक्ष डॉक्टर उमाशंकर वैश्य द्वारा अंग वस्त्र व स्मृति चिन्ह देखकर कार्यक्रम के संयोजक सुधीर शर्मा,कथक व गायन की इति तिवारी व मिल्की गुप्ता, प्रधानाचार्य अनुज कुमार सिंह व सुश्री सोनाली को सम्मानित किया गया।
धन्यवाद ज्ञापन प्रधानाचार्य सरस्वती शिशु विद्या मंदिर द्वारा ज्ञापित किया गया। इस अवसर पर समाज सेवी, प्रचारक अभिभावक भारी संख्या में उपस्थित रहे।