लखनऊ। गर्भावस्था के दौरान समस्त गर्भवती महिलाओं को प्रसव पूर्व एवं प्रसवोपरान्त गुणवत्तापरक स्वास्थ्य सेवायें प्रदान करने के लिये प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व क्लीनिक संचालित की जा रही है। जिसमे प्रसव पूर्व जाँचों से उच्च जोखिम युक्त गर्भवती महिलाओं को चिन्हीकरण एवं उनका ससयम प्रबन्धन करते हुये मातृ मृत्यु अनुपात में गुणात्मक कमी लायी जा सकती है।
प्रत्येक माह में चार बार प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व क्लीनिक संचालित
गर्भस्थ शिशु एवं गर्भावस्था की जानकारी हेतु प्रसवपूर्व अल्ट्रासाउण्ड की आवश्यकता होती है। गर्भावस्था के दौरान अल्ट्रासाउण्ड गर्भावस्था की बेहतर ट्रैकिंग, काउंसलिंग और जन्म की तैयारी करने में सहायक है।
प्रमुख सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य पार्थ सारथी सेन शर्मा ने यह जानकारी देते हुए कहा कि प्रदेश के सभी 75 जनपदों में प्रत्येक माह में चार बार 01, 09, 16 एवं 24 तारीख को प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व क्लीनिक का आयोजन समस्त ब्लॉक स्तरीय स्वास्थ्य इकाइयों, जनपदीय महिला चिकित्सालयों व शहरी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द एवं मेडिकल कॉलेजों में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र (शहरी एवं ग्रामीण), जनपद स्तरीय चिकित्सा इकाइयों एवं राजकीय मेडिकल कॉलेजों में किया जा रहा है। इन दिवसों में प्रसवपूर्व सेवाएं चिकित्सकों ,नर्साें ,लैब टैक्नीशियनों एवं अन्य स्टॉफ की टीम द्वारा व्यापक रूप से स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जाती हैं। जनपदों में इस सुविधा को प्रत्येक स्तर पर पारदर्शी, त्वरित एवं एकरूपता लाने हेतु उक्त सुविधा के लिए ई-रूपी वाउचर के माध्यम से किया जा रहा है।
निःशुल्क अल्ट्रासाउण्ड की सुविधा
दिवसों में ई-रूपी वाउचर के माध्यम से गर्भवती महिलाओं को निजी अल्ट्रासाउण्ड केन्द्रों पर यह सुविधा निःशुल्क प्रदान की जा रही है। मंगलवार को आयोजित योजना में 56,654 गर्भवती महिलाओं का पंजीकरण किया गया एवं निःशुल्क एवं परामर्श प्रदान किया गया। 10,905 गर्भवती महिलाओं को निःशुल्क अल्ट्रासाउण्ड करवाने हेतु क्यूआर कोड जनरेट किये गये। जिसके माध्यम से स्वास्थ्य इकाई पर आई गर्भवती महिलाओं को इम्पैनेल्ड निजी अल्ट्रासाउण्ड केन्द्रों पर निःशुल्क अल्ट्रासाउण्ड सुविधा प्रदान की जायेगी। गर्भवती महिला जेनरेटड क्यूआर का प्रयोग करते हुए 01 माह के अन्दर उक्त सुविधा का लाभ प्राप्त कर सकती है।