लखनऊ । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को अपने सरकारी आवास पर जनजातीय युवा आदान-प्रदान कार्यक्रम 2025 के तहत ओडिशा, झारखंड, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश से आए युवाओं से संवाद किया। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जनजातीय संस्कृति के संरक्षण और सशक्तिकरण के लिए किए जा रहे कार्यों की सराहना की।
मुख्यमंत्री ने भगवान बिरसा मुंडा की जयंती को “जनजातीय दिवस” के रूप में मनाने की घोषणा को ऐतिहासिक बताया और इसे जनजातीय गौरव को नई ऊंचाई पर ले जाने का प्रयास करार दिया। उन्होंने युवाओं को राष्ट्रधर्म की महत्ता समझाते हुए कहा कि “देश सुरक्षित है तो हम सब सुरक्षित हैं। राष्ट्रधर्म सर्वोपरि है और इससे कोई समझौता नहीं हो सकता।
यूपी: 25 करोड़ की आबादी में व्यवस्था का अनुकरणीय उदाहरण
मुख्यमंत्री ने उत्तर प्रदेश की विशेषताओं को साझा करते हुए कहा कि यह राज्य 25 करोड़ की आबादी के बावजूद सुव्यवस्थित है। उन्होंने कुंभ मेले और अन्य धार्मिक-सांस्कृतिक स्थलों का उदाहरण देते हुए कहा कि यूपी न केवल सांस्कृतिक धरोहरों का केंद्र है, बल्कि तेजी से आर्थिक विकास करने वाला अग्रणी राज्य भी है।
जनजातीय समुदाय का योगदान अमूल्य
सीएम योगी ने जनजातीय समुदाय के ऐतिहासिक योगदान को रेखांकित करते हुए कहा कि प्राचीन काल से ही यह समुदाय राष्ट्र और धर्म के प्रति निष्ठा में अग्रणी रहा है। उन्होंने भगवान राम के वनवास के दौरान जनजातीय योद्धाओं की भूमिका और समुद्र में पुल निर्माण जैसे अद्वितीय योगदान का उल्लेख किया।
युवाओं के लिए रोजगार और विकास के अवसर
मुख्यमंत्री ने युवाओं को रोजगार, निवेश और विकास से जुड़ने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा, “अगले तीन वर्षों में भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनेगा। यह युवाओं के लिए रोजगार और विकास के नए अवसर लेकर आएगा।
स्वच्छता और आधुनिकता पर जोर
सीएम योगी ने स्वच्छ भारत मिशन के तहत स्वच्छता बनाए रखने की अपील की और यूपी में मेट्रो, एयरपोर्ट, और स्मार्ट इंफ्रास्ट्रक्चर जैसे विकासशील पहलुओं को देखने का सुझाव दिया। कार्यक्रम में प्रमुख सचिव (गृह एवं सूचना) संजय प्रसाद, केंद्रीय गृह मंत्रालय से निष्ठा तिवारी, और नेहरू युवा केंद्र के राज्य निदेशक महेंद्र सिंह सिसौदिया सहित कई अधिकारी उपस्थित रहे।