जयपुर। राजस्थान के झालावाड़ जिले के मनोहरथाना ब्लॉक के पीपलोदी गांव में शुक्रवार को हुए दिल दहला देने वाले स्कूल हादसे में जान गंवाने वाले सात बच्चों के परिजनों को राज्य सरकार की ओर से 10-10 लाख रुपये की आर्थिक सहायता और एक सदस्य को संविदा नियुक्ति देने की घोषणा की गई है।
शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने बताया कि राज्य सरकार इस हृदयविदारक हादसे में प्रभावित परिवारों को हर संभव मदद दे रही है। मृतक बच्चों के परिवारों को 10 लाख रुपये की आर्थिक मदद के साथ-साथ एक परिजन को संविदा आधार पर रोजगार दिया जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि गांव में एक करोड़ रुपये की लागत से नए स्कूल भवन का निर्माण होगा, जिसके कक्ष दिवंगत बच्चों के नाम पर होंगे।
हादसे के बाद शनिवार सुबह पीपलोदी और चांदपुरा भीलान गांवों के श्मशानों में सात बच्चों का एक साथ अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान गांवों में शोक की लहर दौड़ गई। भाई-बहन कान्हा और मीना की अर्थी एक साथ उठी तो हर आंख नम हो उठी। इस दौरान झालावाड़ जिला कलेक्टर अजय सिंह राठौड़ भी पीपलोदी गांव पहुंचे और पीड़ित परिवारों से मिलकर संवेदना जताई।
उच्च स्तरीय जांच के आदेश
शिक्षा विभाग द्वारा जारी सूची के अनुसार हादसे में जान गंवाने वालों में कान्हा (7), कुंदन (10), हरीश (11), प्रियंका (12), पायल (13), मीना (10) और कार्तिक (8) शामिल हैं। सभी बच्चे सरकारी प्राथमिक विद्यालय में पढ़ते थे। हादसे में घायल 21 बच्चों की उम्र 6 से 13 वर्ष के बीच है, जिनका इलाज सरकारी खर्च पर कराया जा रहा है।
गौरतलब है कि शुक्रवार सुबह स्कूल की जर्जर इमारत का हिस्सा ढह गया था, जिसमें दर्जनों बच्चे दब गए थे। हादसे की गंभीरता को देखते हुए शिक्षा विभाग ने स्कूल की प्रधानाध्यापिका सहित पांच शिक्षकों को निलंबित कर दिया है।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने हादसे की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। वहीं, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े, केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान सहित कई नेताओं ने इस दर्दनाक हादसे पर गहरा शोक व्यक्त किया है।
शिक्षा मंत्री दिलावर ने कहा कि घायलों के इलाज और परिजनों की मदद ही सरकार की प्राथमिकता है। दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।