रिपोर्ट – सिद्धार्थ जैन
जयपुर। विश्वकर्मा रोड नंबर 17 स्थित करणी विहार कॉलोनी की एक प्लास्टिक फैक्ट्री में बुधवार को अचानक आग लग गई। आग ने कुछ ही पलों में विकराल रूप ले लिया, जिससे पूरे क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गई। स्थानीय लोगों ने तुरंत पुलिस और दमकल विभाग को सूचना दी। सूचना मिलते ही विश्वकर्मा औद्योगिक क्षेत्र से छह दमकलें मौके पर पहुंचीं और करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया।
दमकलकर्मियों ने त्वरित कार्रवाई करते हुए फैक्ट्री से सटे आवासीय मकानों को खाली कराया और वहां रखे घरेलू गैस सिलेंडरों को सुरक्षित बाहर निकाला। जानकारी के अनुसार फैक्ट्री के ऊपरी हिस्से में एक मजदूर का परिवार भी रह रहा था, जो समय रहते बाहर निकल आया। दमकलकर्मियों ने जान जोखिम में डालते हुए सिलेंडरों को बाहर निकाला, जिससे बड़ा हादसा होने से टल गया।
बताते चलें की ‘शुभ महालक्ष्मी पोली पाइप’ के नाम से चल रही फैक्ट्री में प्लास्टिक के काले पाइप बनाए जाते थे। फैक्ट्री मालिक कपिल अग्रवाल भी मौके पर मौजूद थे। आग से फैक्ट्री में रखे लाखों रुपये के कच्चे और तैयार माल के साथ-साथ मशीनें भी जलकर राख हो गईं। दमकल विभाग के अनुसार, फैक्ट्री में सात घरेलू गैस सिलेंडर पाए गए, जिन्हें सावधानीपूर्वक बाहर निकाला गया।
सहायक अग्निशमन अधिकारी भंवरसिंह हाड़ा ने बताया कि आग लगने की सूचना कंट्रोल रूम को सुबह प्राप्त हुई थी, जिसके बाद एक-एक कर छह दमकलें भेजी गईं। फैक्ट्री के पास ही रिहायशी मकान और एक कैमिकल फैक्ट्री भी है, जिन्हें नुकसान नहीं पहुंचा, लेकिन मुख्य फैक्ट्री की दीवारें और छत की पट्टियां क्षतिग्रस्त हो गईं।
आग की प्राथमिक वजह शॉर्ट सर्किट मानी जा रही है। हालांकि गनीमत रही कि इस हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ। यह फैक्ट्री घनी आबादी वाले इलाके में संचालित हो रही थी, जिससे प्रशासनिक लापरवाही भी उजागर हुई है। विशेषज्ञों का कहना है कि आवासीय क्षेत्रों में इस तरह की वाणिज्यिक गतिविधियां भविष्य में बड़े खतरे को जन्म दे सकती हैं।