बेंगलुरु। भारत के गोल्डन बॉय और ओलंपिक चैंपियन नीरज चोपड़ा ने शनिवार को एनसी क्लासिक 2025 का खिताब जीतकर एक बार फिर अपनी श्रेष्ठता साबित की। बेंगलुरु के श्री कांतीरवा स्टेडियम में आयोजित इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता में नीरज ने 86.18 मीटर की सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ पहला स्थान हासिल किया।
यह प्रतियोगिता भारत के एथलेटिक्स इतिहास में ऐतिहासिक बन गई क्योंकि यह देश में आयोजित पहला वर्ल्ड एथलेटिक्स कॉन्टिनेंटल टूर गोल्ड लेवल इवेंट (कैटेगरी-ए) था। इस आयोजन में कुल 12 प्रतिभागियों ने भाग लिया, जिनमें 7 अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी शामिल थे।
नीरज चोपड़ा ने प्रतियोगिता की शुरुआत फाउल थ्रो से की, लेकिन दूसरे प्रयास में 82.99 मीटर की दूरी तय की। तीसरे राउंड में उन्होंने 86.18 मीटर का शानदार थ्रो फेंका, जो अंततः उनकी विजयी थ्रो साबित हुई। इसके बाद उन्होंने क्रमशः 84.07 मीटर, 82.22 मीटर के थ्रो किए जबकि एक अन्य प्रयास में फाउल किया।
𝐍𝐞𝐞𝐫𝐚𝐣 𝐂𝐡𝐨𝐩𝐫𝐚 𝐰𝐢𝐧𝐬 𝐢𝐧𝐚𝐮𝐠𝐮𝐫𝐚𝐥 𝐞𝐝𝐢𝐭𝐢𝐨𝐧 𝐨𝐟 𝐍𝐞𝐞𝐫𝐚𝐣 𝐂𝐡𝐨𝐩𝐫𝐚 𝐂𝐥𝐚𝐬𝐬𝐢𝐜 𝟐𝟎𝟐𝟓 𝐰𝐢𝐭𝐡 𝟖𝟔.𝟏𝟖𝐦 𝐭𝐡𝐫𝐨𝐰
Olympic gold medallist #NeerajChopra continued his exceptional form, winning the inaugural edition of the 𝐍𝐞𝐞𝐫𝐚𝐣… pic.twitter.com/DaKeD03DXo
— All India Radio News (@airnewsalerts) July 5, 2025
केन्या के जूलियस येगो, जो रियो ओलंपिक के सिल्वर मेडल विजेता और 2015 वर्ल्ड चैंपियन हैं, उन्होंने अपने चौथे प्रयास में 84.51 मीटर की दूरी के साथ दूसरा स्थान हासिल किया। वहीं, श्रीलंका के रूमेश पथिरगे ने 84.34 मीटर थ्रो कर तीसरा स्थान पाया।
भारत के सचिन यादव, जिन्होंने हाल ही में एशियन एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2025 में सिल्वर मेडल जीता था, वे इस प्रतियोगिता में 82.33 मीटर थ्रो के साथ चौथे स्थान पर रहे। जर्मनी के ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता थॉमस रोहलर केवल 75.85 मीटर थ्रो कर सके और 12 में से 11वें स्थान पर रहे।
NEERAJ CHOPRA WINS NC CLASSIC 2025! 🏆
– The Winning Throw of 86.18m for G.O.A.T 🐐
pic.twitter.com/nPaJhHuJmk— The Khel India (@TheKhelIndia) July 5, 2025
इस प्रतियोगिता का आयोजन नीरज चोपड़ा ने खुद जेएसडब्ल्यू स्पोर्ट्स, एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एएफआई) और वर्ल्ड एथलेटिक्स के सहयोग से किया गया। नीरज ने इसे भारत के युवाओं और एथलेटिक्स के प्रति उनकी जागरूकता को समर्पित बताया। उन्होंने प्रतियोगिता के बाद कहा, एनसी क्लासिक मेरे लिए सिर्फ एक इवेंट नहीं, बल्कि एक सपना है। मैं चाहता हूं कि भारत के युवा ट्रैक एंड फील्ड में वैश्विक मंच पर देश का प्रतिनिधित्व करें।