रिपोर्ट : सिद्धार्थ जैन
जयपुर। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण जयपुर तथा एस. एस. जैन सुबोध लॉ कॉलेज के संयुक्त तत्वावधान में सोमवार को साइबर हाइजीन और चिकित्सीय उपेक्षा पर विधिक जागरूकता सत्र का आयोजन किया गया। इस अवसर पर ‘साइबर हाइजीन’ एवं ‘चिकित्सीय उपेक्षा’ जैसे समसामयिक विषयों पर छात्रों को महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की गई। कार्यक्रम का उद्घाटन कॉलेज के प्राचार्य डॉ. गौरव कटारिया ने किया।
मुख्य वक्ता जिला विधिक सेवा प्राधिकरण जयपुर के सचिव पवन कुमार जीनवाल ने साइबर हाइजीन के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि किस प्रकार सुरक्षित पासवर्ड, टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन और जिम्मेदार इंटरनेट उपयोग के माध्यम से साइबर अपराधों से बचा जा सकता है। उन्होंने छात्रों को साइबर फिशिंग, डिजिटल अरेस्ट और सोशल मीडिया पर होने वाले फ्रॉड से सतर्क रहने की सलाह दी और छात्रों को हेल्पलाइन नंबर-1930 एवं संचार सारथी पोर्टल की जानकारी दी।
सचिव ने विद्यार्थियों को चिकित्सकीय उपेक्षा के मामलों किस प्रकार के होते है इनकी शिकायत कहां की जावे, ऐसे मामलों की शिकायत हेतु क्या प्रक्रिया अपनाई जाएं, इन सभी के बारे में विधिक जानकारी प्रदान की। कार्यक्रम में समसामयिक विषय जैसे ए.आई. का दुरुपयोग, इमोशनल फ्रॉड एवं चिकित्सीय उपेक्षा जैसे विषय पर छात्रों को जागरुक किया। उन्होंने लीगल ऐड डिफेन्स काउंसिल सिस्टम और जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के कार्यों के बारे में भी छात्रों को अवगत करवाया गया।
छात्रों द्वारा “साइबर के जंगल में झांसा” नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किया गया जिसके द्वारा उन्होंने दर्शकों एवं अपने सहपाठियों को साइबर ठगी जैसे विषय पर जागरूक किया। प्राचार्य डॉ. गौरव कटारिया ने बताया कि एस. एस. जैन सुबोध लॉ कॉलेज निरंतर इस प्रकार के विधिक जागरूकता कार्यक्रमों के माध्यम से समाज में विधिक साक्षरता को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। इस अवसर पर विद्यालय के शिक्षकगण एवं छात्र कार्यक्रम में उपस्थित रहे।