जयपुर। राजस्थान के नव नियुक्त पुलिस महानिदेशक आईपीएस राजीव शर्मा ने बुधवार को राजधानी जयपुर में विधिवत रूप से पदभार ग्रहण कर लिया। इस अवसर पर उन्होंने प्रदेश की जनता और पुलिस बल के प्रति अपनी पूर्ण निष्ठा और समर्पण व्यक्त करते हुए कहा कि वे इस महत्वपूर्ण जिम्मेदारी को पूरी गंभीरता से निभाएंगे।
उन्होंने कहा कि राजस्थान पुलिस की गौरवशाली परंपरा को आगे बढ़ाते हुए हम राज्य को पुलिसिंग के क्षेत्र में देशभर में एक मॉडल राज्य के रूप में स्थापित करेंगे। डीजीपी ने कहा कि पुलिस व्यवस्था को आमजन के अनुकूल और भरोसेमंद बनाना उनकी प्राथमिकताओं में शामिल रहेगा।
पुलिसिंग में आमूलचूल सुधार की ओर इशारा
पुलिस महानिदेशक ने कहा कि प्रदेश के हर थाने को ऐसा बनाया जाएगा, जहां नागरिकों को सम्मान, संवेदनशीलता और त्वरित सहायता मिले। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि अपराध नियंत्रण के लिए सख्त रणनीति अपनाई जाएगी और पुलिस पूरी तत्परता व जवाबदेही के साथ कार्य करेगी।
तेजी से बढ़ते साइबर अपराध को भी उन्होंने गंभीर चुनौती बताया और कहा कि इस पर अंकुश लगाने के लिए विशेष रणनीति तैयार की जा रही है। साथ ही उन्होंने प्रदेशवासियों से आह्वान किया कि हम सब मिलकर एक सुरक्षित और सशक्त राजस्थान का निर्माण करें।
पुलिस सेवा में 30 वर्षों का अनुभव
उल्लेखनीय है कि आईपीएस अधिकारी राजीव शर्मा को पुलिस सेवा का 30 वर्षों से अधिक का अनुभव है। डीजीपी का चार्ज लेने से पहले वे नई दिल्ली में ब्यूरो ऑफ पुलिस रिसर्च एंड डेवलपमेंट (BPR&D) के डायरेक्टर जनरल के पद पर कार्यरत थे।
राजस्थान में अपने करियर के दौरान वे एंटी करप्शन ब्यूरो, स्टेट डिजास्टर रिलीफ फोर्स, और राजस्थान पुलिस अकादमी में बतौर डीजी सेवाएं दे चुके हैं। इसके अलावा वे जोधपुर, झालावाड़, दौसा, राजसमंद, भरतपुर और जयपुर नॉर्थ जैसे जिलों में एसपी रह चुके हैं। जयपुर ट्रैफिक, सीबीआई जयपुर और सीबीआई दिल्ली में भी उन्होंने महत्वपूर्ण दायित्व निभाए हैं।
डीजीपी रवि प्रकाश मेहरडा के सेवानिवृत्त होने पर संजय अग्रवाल को मंगलवार को कार्यवाहक डीजीपी का जिम्मा सौंपा गया था। बुधवार शाम को औपचारिक स्वागत कार्यक्रम के बाद राजीव शर्मा ने उनसे चार्ज ग्रहण किया।