लखनऊ। विद्युत तकनीकी कर्मचारी संघ के महामंत्री रामवीर सिंह ने ऊर्जा मंत्री को पूर्णतः समर्थन देते हुए पत्र के माध्यम से बताया कि संघ ने लगातार 20 वर्षों से कर्मचारी हितों की रक्षा के लिए एवं कार्पोरेशन के निजीकरण के खिलाफ पुरजोर तरीके से सविधान के अनुरूप समय-समय पर प्रबंधन के खिलाफ विरोध दर्ज किया है।
किन्तु निजीकरण के विरोध के नाम पर संघर्ष समिति द्वारा किया गया आंदोलन कुछ बड़े नेताओं को राजनीतिक लाभ की दिशा मे मोड़ा जा रहा है। इस आंदोलन का स्वरूप निजीकरण या कर्मचारीयों की समस्याओं से अलग प्रतीत हो रहा है।
विद्युत कर्मचारी संघर्ष समिति द्वारा ऊर्जा मंत्री पर लगाए गए आरोप पूर्णतः गंदी राजनीति से प्रेरित हैं। यह एक सोची-समझी और पूर्व नियोजित राजनैतिक साजिश है। विद्युत तकनीकी कर्मचारी संघ पूरी तरह ऊर्जा मंत्री के साथ है।
ऊर्जा मंत्री ने जिस शालीनता, सरलता और सक्षमता के साथ पिछले 3 वर्ष में विभाग का नेतृत्व किया है वह अवर्णनीय और अतुलनीय है। हम इसकी प्रशंसा के साथ उन्हें अपनी शुभकामना देते हैं।
“विद्युत तकनीकी कर्मचारी संघ को यह आशा ही नहीं अपितु पूर्ण विश्वास है कि ऊर्जा मंत्री कर्मचारी हित / जनहित को ध्यान में रखते हुए महत्वपूर्ण एवं ऐतिहासिक निर्णय लें जिससे ऊर्जा क्षेत्र में समरसता / सद्भावना का विकास हो एवं उत्तर प्रदेश उत्तम प्रदेश बनने में एक कदम और अग्रसर हो सके ।