सीरियल किलर गैंग,एसटीएफ
सीरियल किलर गैंग के है सक्रिय सदस्य
लखनऊ। सीरियल किलर भाइयो के गैंग के दो सक्रिय सदस्यों को एसटीएफ की टीम ने उस समय गिरफ्तार कर लिया जब वह एक सर्राफा कारोबारी को रैकी कर लूटने के इरादे से जा रहे थे। जिसे पुलिस ने घेराबंदी कर थाना गुडम्बा जनपद लखनऊ से गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस उपाधीक्षक धर्मेष कुमार शाही ने बताया की संगठित तौर पर हत्या, रंगदारी लूट व अपहरण जैसे जघन्य अपराध करने वाले सीरियल किलर ब्रदर सलीम,रूस्तम व सोहराब गैंग के सक्रिय सदस्यों के सम्बन्ध में सक्रिय होने की सूचनायें प्राप्त हो रही थी।

अभिसूचना संकलन के दौरान निरीक्षक निरीक्षक राधवेन्द्र सिंह मय उ0नि0 अतुल चतुर्वेदी, प्रदीप सिंह मुख्य आरक्षी नीरज पाण्डेय,सुशील सिंह, रामनिवास शुक्ला, राजीव कुमार, आरक्षी अमित त्रिपाठी, अमर श्रीवास्तव व चालक चन्द्रभान वर्मा की टीम को मुखबिर खास से सूचना प्राप्त हुयी कि सलीम गैंग का सक्रिय सदस्य कुर्सी रोड पर एक सर्राफा व्यासायी से लूट करने वाले है। ये बदमाशों एक युवती का अपहरण कर हत्या के मामले में भी फरार चल रहे है।
इस सूचना पर टीम ने घेराबंदी कर स्कार्पियों क्लब मोड़, कुर्सी रोड, थाना गुडम्बा से सलमान उर्फ आफतब मलिक निवासी न्यू मदेहगंज खदरा सीतापुर रोड समेत मो0 अरषद सिद्दीकी निवासी बाबा का पुरवा मुरई टोला को बल प्रयोग कर गिरफ्तार कर लिया गया।
बदनामी के कारण की थी हत्या
गिरफ्तार अभियुक्त मो0 अरषद ने पूछताछ पर बताया कि बीती चार सितम्बर की रात को मैने व सलमान ने मानसी नाम की एक लड़की की हत्या करने के उद्देष्य से इन्टीग्रल यूनिवर्सिटी के पास से अपहरण कर लिया था। मानसी का मेरे भाई से सम्बन्ध हो गया था। मेरे व परिवार वालों के कई बार मना करने के बाद भी मानसी और मेरा भाई मान नही रहा था और शादी करने वाला था। जबकि मेरा भाई शादी-शुदा था। इस कारण से मेरे घर में तनाव का महौल चल रहा था एवं काफी बदनामी हो रही थी। मैंने अपने घर में किसी को बिना बताये सलमान को पूरी बात बतायी थी व सलमान को मानसी की हत्या करने के लिये राजी कर लिया था।
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चाकुओं से गोद कर की थी हत्या
मानसी यादव निवासिनी देवकलिया बक्सी, थाना देवा, जनपद बाराबंकी की रहने वाली थी। जो इन्टीग्रल यूनिवर्सिटी के पास था। वहां धोके से बुलाकर उसको चाकुओं से गर्दन व मुह पर कई बार मारा था। जिसके घायल करके हम लोग उसे लेकर बहराईच रोड पर घघरा पुल से नदी में फैक दिया था। उसके साथ में दोनों चाकू व मानसी का मोबाइल फोन भी घाघरा नदी में ही पुल से फेक दिया था।