अवैध वसूली और उत्पीड़न से परेशान लखनऊ ऑटोरिक्शा थ्रीव्हीलर संघ व लखनऊ ऑनर्स चालक वेलफेयर एसोसिएशन ने खोला मोर्चा
लखनऊ। लखनऊ ऑटोरिक्शा थ्रीव्हीलर संघ व लखनऊ ऑनर्स चालक वेलफेयर एसोसिएशन ने शहीद पथ की सर्विस लेन पर ऑटोरिक्शा का संचालन प्रतिबंधित न होने के बावजूद यातायात पुलिस कर्मियों द्वारा संचालन न करने देने व अवैध धन उगाही करने का आरोप लगाते हुए अधिकारियों से शिकायत की है।
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यूनियन के नेताओं के अनुसार शहीद पथ पर ऑटोरिक्शा व ई-रिक्शा का संचालन तो प्रतिबंधित किया गया है।किन्तु शहीद पथ से लगे एसजीपीजीआई, ट्रामा सेन्टर, लोहिया हॉस्पिटल, मेदांता हॉस्पिटल, कैंसर इंस्टीट्यूट, महिला रेफरल हॉस्पिटल आदि को जाने वाले हजारो मरीजो व दर्जनोआवासीय अपार्टमेंट्स व टाउनशिप (वृन्दावन योजना, अवध विहार योजना, ओमेक्स सिटी, व अन्सल एपीआई, शालीमार , ओमेक्स, रिशिता , गोमतीनगर एक्सटेन्सन -7, गोमतीनगर विस्तार-4, गोमतीनगर विस्तार-1 आदि ) में रहने वाले लोगो को आने-जाने की समस्या को दृष्टिगत रखते हुए शहीद पथ की सर्विस लेन पर ऑटोरिक्शा के संचालन पर प्रतिबन्ध नही लगाया गया है।
नेताओं ने यातयात कर्मियों पर लगाये आरोप
यूनियन के नेता पंकज दीक्षित व किशोर वर्मा का आरोप है कि संचालन प्रतिबंधित न होने के बावजूद यातायात कर्मी जबरन ऑटोरिक्शा को सर्विस लेन पर जाने से रोकते है।बहुत अनुरोध करने पर प्रति पॉइंट रु0 500-1000 प्रतिमाह अवैध वसूली की मांग करते है।और रुपये न देने पर जबरन मोबाइल से फोटो खींचकर चालान कर देते है।जिसके चलते इन रूटों पर ऑटो चालक जाने से मना कर देते है जिसका खामियाजा हॉस्पिटल जाने वाले मरीजो व आम सवारियों को भुगताना पड़ता है।
सर्विसे लेन पर चलने की अनुमति की माँग
ऑटो वालों का कहना है कि कि कानपुर रोड से कमता के बीच शहीद पथ पर नीलमथा रेलवे क्रासिंग,उसके बाद गोमती नदी उसके बाद हुसेड़िया रेलवे क्रासिंग, उसके बाद विभूती खण्ड रेलवे क्रासिंग पड़ती हैं इनको शहीद पथ की सर्विस लेन पर चढ़कर ही पार किया जा सकता हैं लेकिन यातायात कर्मी उक्त क्रासिंगो को पार करने के लिये शहीद पथ की सर्विस लेन पर चढ़ने के लिये जबरन रोक रहे हैं। जिसके चलते वह जनहित में शहीद पथ की सर्विस लेन में ऑटोरिक्शा के संचालन के लिए लिखित आदेश जारी करने की माँग कर रहे है।
इन अधिकारियों को दिए गए पत्र
इस सम्बन्ध में यूनियन के नेताओं ने पुलिस आयुक्त लखनऊ,मण्डलायुक्त लखनऊ,जिलाधिकारी लखनऊ व सम्भागीय परिवहन अधिकारी प्रर्वतन लखनऊ को पत्र लिखकर समस्या का समाधान कराने की माँग की है।