जयपुर। भीलवाड़ा जिले के कोटड़ी थाना क्षेत्र के खरेड़ गांव में रविवार को दर्दनाक हादसे में दो चचेरे भाइयों की जान चली गई। बरसात के चलते उफने नाले में फिसलकर डूबने से दोनों मासूमों की मौत हो गई। हादसे के बाद गांव में शोक की लहर है, जबकि परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
मृतकों की पहचान 12 वर्षीय सांवरलाल भील और 12 वर्षीय शैतान भील के रूप में हुई है। दोनों बच्चे रविवार को छुट्टी का दिन होने के कारण जंगल में बकरियां चराने गए थे। सुबह लगभग 11 बजे जब वे एक बरसाती नाले के पास पहुंचे, तो पैर फिसलने से दोनों गहरे पानी में डूब गए।
घटना की जानकारी मिलते ही जंगल में मौजूद अन्य पशुपालकों ने परिजनों और पुलिस को सूचना दी। सूचना पर सवाईपुर चौकी प्रभारी मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों की मदद से दोनों बच्चों को नाले से बाहर निकाला गया। इसके बाद उन्हें कोटड़ी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्र सिंह यादव ने बताया कि यह हादसा रविवार सुबह हुआ। बच्चों के शवों का पोस्टमार्टम करवा कर परिजनों को सौंप दिया गया है। अचानक हुई इस त्रासदी से मृतकों के घरों में कोहराम मचा हुआ है। गांव के लोगों ने प्रशासन से इस स्थान पर चेतावनी बोर्ड लगाने और सुरक्षात्मक उपाय करने की मांग की है ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हों।
ग्रामीणों ने बताया कि हर साल बरसात में यह नाला काफी खतरनाक हो जाता है, लेकिन इसके बावजूद वहां कोई सुरक्षा उपाय नहीं किए गए हैं। इस हादसे ने एक बार फिर प्रशासन की अनदेखी और ग्रामीण इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था की कमी को उजागर कर दिया है।