हाईस्कूल में सीतापुर की प्रियांसी सोनी तो इंटर में महोबा के शुभ छापरा रहे टॉपर
लखनऊ। रिकॉर्ड समय में नकलविहीन परीक्षा कराने के बाद योगी सरकार ने एक और बड़ा कीर्तिमान कायम करते हुए महज 67 दिनों में यूपी बोर्ड के 10वीं और 12वीं का परीक्षाफल घोषित करके 100 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। यूपी बोर्ड रिजल्ट जारी नतीजों में हाईस्कूल के 89.78 प्रतिशत छात्र पास हुए हैं, जबकि इंटरमीडिएट में 75.12 प्रतिशत छात्रों ने सफलता प्राप्त की है। सीएम योगी ने सभी उत्तीर्ण छात्रों को शुभकामनाएं दी हैं। साथ ही उन्होंने परीक्षाओं में राज्य स्तर और जनपद स्तर पर शीर्ष 10 में आने वाले छात्र-छात्राओं को सम्मानित करने की भी घोषणा की है।
हाईस्कूल में 179 छात्रों व इंटर में 253 ने टॉप-10 में जगह बनाई
2019 का भी टूटा रिकॉर्ड
ग्रीवांस सेल करेगा छात्रों की समस्या का निराकरण
दिब्यकांत शुक्ल ने बताया कि परीक्षाफल घोषित होने के बाद अब ग्रीवांस सेल छात्रों की समस्याओं का निराकरण करेगा। सभी क्षेत्रीय कार्यालय स्तर पर ग्रीवांस सेल खोले गए हैं, जो अगले सप्ताह से कार्य करना शुरू कर देंगे। प्रार्थना पत्र देने वाले छात्रों की समस्याओं का यहां समयसीमा के अंदर निराकरण होगा। सोमवार के बाद स्क्रूटनी के आवेदन का भी कार्य शुरू कर दिया जाएगा।
सीएम योगी ने दी बधाई
यूपी बोर्ड रिजल्ट उत्तीर्ण छात्र-छात्राओं को सीएम योगी ने ट्वीट कर बधाई दी। उन्होंने लिखा, माध्यमिक शिक्षा परिषद, उत्तर प्रदेश की 10वीं व 12वीं कक्षा की परीक्षा में उत्तीर्ण सभी छात्र-छात्राओं, उनके अभिभावकों व गुरुजनों को हृदय से बधाई। आप सभी ‘नए उत्तर प्रदेश’ के स्वर्णिम भविष्य के आधार स्तंभ हैं। मां सरस्वती की कृपा से आप सभी का भविष्य उज्ज्वल हो, यही कामना है। 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा में राज्य स्तर पर शीर्ष 10 स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को राज्य स्तर पर तथा जनपद स्तर पर शीर्ष 10 स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को जनपद स्तर पर राज्य सरकार द्वारा सम्मानित किया जाएगा।
तय समय से पहले हो गया उत्तर-पुस्तिकाओं का मूल्यांकन
यूपी बोर्ड के सभापति डॉ.महेंद्र देव ने बताया कि इस बार यूपी बोर्ड की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन 18 मार्च से शुरू हुआ था। उत्तर पुस्तिकाओं को जांचने के लिए प्रदेश में 258 केंद्र बनाए थे जिनमे कुल 3.19 करोड़ पुस्तिकाओं का मूल्यांकन किया जाना था। इसके लिए 1,43,933 परीक्षक लगाए गए थे। उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन पूरा होने की तिथि 1 अप्रैल तय की गई थी, लेकिन बोर्ड ने एक दिन पहले यानी 31 मार्च, 2023 को ही मूल्यांकन पूरा कर लिया। यह भी एक कीर्तिमान है। ओएमआर शीट पर पहली बार हुई हाईस्कूल की 20 अंकों की परीक्षा का मूल्यांकन परीक्षा के दौरान ही शुरू करा दिया गया था। मूल्यांकन केंद्रों के चारों ओर 100 मीटर की परिधि में धारा 144 के बीच कड़ी सुरक्षा व्यवस्था और सीसीटीवी कैमरों की नजरों के बीच पारदर्शी तरीके से मूल्यांकन संपन्न कराया गया।