- निकहत, परवीन, मीनाक्षी, प्रीति, अरुंधति और नूपुर ने खिताब जीते जबकि जैस्मीन ने ओलंपिक पदक विजेता वू शिह यी को हराकर जीता गोल्ड ,पुरूष वर्ग में सचिन और हितेश की जीत के साथ भारत ने रिकॉर्ड पदक जीते।
- भारत ने वर्ल्ड बॉक्सिंग कप फाइनल्स 2025 में रिकॉर्ड नौ स्वर्ण,छह रजत और पांच कांस्य पदक जीतते हुए अपना अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया।
ग्रेटर नोएडा, रघुवीर शर्मा। शहीद विजय सिंह पथिक स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में गुरुवार का दिन भारतीय मुक्केबाज़ी इतिहास का स्वर्णिम अध्याय बन गया। भारत ने वर्ल्ड बॉक्सिंग कप फाइनल्स 2025 में रिकॉर्ड नौ स्वर्ण,छह रजत और पांच कांस्य पदक जीतते हुए अपना अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन दर्ज किया। खास बात यह रही कि भारत के सभी 20 मुक्केबाज़ पदक लेकर लौटे—जो अपने आप में एक असाधारण उपलब्धि है।
महिला मुक्केबाज़ों का स्वर्णिम पंच
फाइनल दिवस पूरी तरह भारतीय महिला मुक्केबाज़ों के नाम रहा। दो सत्रों में भारत की महिलाओं ने सात स्वर्ण पदक जीतते हुए दबदबा दिखाया। दोपहर सत्र में मिनाक्षी (48 किग्रा), प्रीति (54 किग्रा), अरुणधती चौधरी (70 किग्रा) और नूपुर (80+ किग्रा) ने गोल्ड की लय शुरू की।शाम होते-होते निकहत जरीन (51 किग्रा), जैस्मिन लम्बोरिया (57 किग्रा) और पर्वीन (60 किग्रा) ने क्रमशः शानदार जीत दर्ज करते हुए भारत की झोली में एक साथ तीन और स्वर्ण डाल दिए।
सबसे बड़ा मुकाबला रहा जैस्मिन लम्बोरिया का, जिन्होंने पेरिस ओलंपिक पदक विजेता वू शिह यी को 4-1 से मात देकर बड़ा उलटफेर किया। आत्मविश्वास से भरी जैस्मिन ने शुरुआती राउंड से ही लय कायम रखी और अंत तक दबाव झेलते हुए जीत पक्की की।
दो बार की विश्व चैंपियन निकहत जरीन ने चीनी ताइपे की गुओ यी ज़ुआन को 5-0 से हराकर अपने अनुभव और क्लास का परिचय दिया। वहीं पर्वीन ने जापान की आयाका तगुची को 3-2 से हराते हुए शानदार जुझारूपन दिखाया।मिनाक्षी ने एशियाई चैंपियन फ़र्ज़ोना फ़ोज़िलोवा को 5-0 से हराया, जबकि प्रीति ने इटली की सिरिन चारेबी के खिलाफ एकतरफा जीत हासिल की। अरुणधती ने 18 महीने बाद शानदार वापसी करते हुए उज्बेकिस्तान की अज़ीज़ा ज़ोकीरोवा को 5-0 से पराजित किया, वहीं नूपुर ने कड़े मुकाबले में 3-2 से जीत दर्ज की।
पुरुष वर्ग में भी भारत का गोल्डन पंच
पुरुष मुक्केबाज़ों ने भी दो स्वर्ण जीतकर भारत के सर्वश्रेष्ठ अभियान को मुकुट पहनाया।सचिन (60 किग्रा) ने किर्गिस्तान के मुनारबेक उउलू सेइइतबेक को 5-0 से हराते हुए बेहतरीन तकनीक दिखाई।हितेश (70 किग्रा) ने कज़ाखस्तान के नुर्बेक मुर्साल पर 3-2 की रोमांचक जीत दर्ज की। शुरुआती राउंड में पिछड़ने के बाद उन्होंने शानदार वापसी की।
अन्य देशों का प्रदर्शन
उज़्बेकिस्तान, इंग्लैंड, जापान, चीन ताइपे और ऑस्ट्रेलिया के मुक्केबाज़ों ने भी कई वर्गों में दमदार प्रदर्शन किया। उज़्बेकिस्तान ने चार गोल्ड जीते, जबकि इंग्लैंड ने दो खिताब अपने नाम किए।

