जयपुर। राजस्थान कुश्ती संघ के प्रदेशाध्यक्ष राजीव दत्ता ने कहा है कि प्रदेश के पहलवानों को राष्ट्रीय स्तर पर विशेष पहचान दिलाने के लिए संघ की ओर से व्यापक प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि महिला पहलवानों को मुख्यधारा में लाना, उन्हें समुचित प्रशिक्षण और सुविधाएं उपलब्ध कराना उनकी प्राथमिकता में है।
बीकानेर प्रवास के दौरान होटल सागर में पत्रकारों से बातचीत करते हुए दत्ता ने बताया कि राज्यभर के गांव, कस्बों और शहरों में पारंपरिक अखाड़ों को पुनर्जीवित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि हाल ही में पटना और नागपुर में आयोजित राष्ट्रीय कुश्ती प्रतियोगिताओं में राजस्थान के खिलाड़ियों ने कई पदक जीते हैं, जो कि राज्य के लिए गौरव की बात है।
दत्ता ने घोषणा की कि राष्ट्रीय स्तर की कुश्ती प्रतियोगिताओं में स्वर्ण पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को एक लाख रुपये, रजत पदक विजेता को 50 हजार रुपये और कांस्य पदक विजेता को 31 हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि संघ की ओर से प्रदान की जाएगी। उन्होंने कहा कि कुश्ती को एक सशक्त करियर विकल्प बनाने के लिए सरकार से भी संवाद किया जाएगा।
उन्होंने यह भी कहा कि वर्ष 2036 में भारत में प्रस्तावित ओलंपिक खेलों में राजस्थान के पहलवानों को अधिकतम पदक दिलाने का लक्ष्य रखा गया है और इसके लिए दीर्घकालिक रणनीति बनाई जाएगी। महिला खिलाड़ियों के लिए विशेष महिला कोच की नियुक्ति का भी प्रयास किया जाएगा ताकि बालिकाएं सुरक्षित और प्रभावी तरीके से कुश्ती प्रशिक्षण प्राप्त कर सकें।
इस मौके पर समाजसेवी विजय खत्री और भाजपा नेता अशोक प्रजापत भी उपस्थित रहे।