Tuesday, August 19, 2025
More

    प्रदेश की विभिन्न जेलों में 80973 महिलाओं ने पहुंचकर राखी बांधी

    गत् वर्ष की तुलना में इस वर्ष 10 हजार से अधिक महिलाओं ने राखी बांधी

    लखनऊ। प्रदेश की विभिन्न जेलों में रह रहे बंदियों को उनकी बहनों ने जेलों में पहुंचकर राखी बाधी। इस वर्ष 80973 महिलाओं ने जेलों में जाकर भाईओं को राखी बांधी। जबकि गत् वर्ष 70 हजार 448 महिलाओं ने राखी बॉधी थी। पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष बंदियों की संख्या कम होने के बावजूद भी 10 हजार 5 सौ से अधिक महिलाओं ने राखी बांधी।

    यह भी पड़े- तीस लाख की अंग्रेजी शराब के साथ तस्कर गिरफ्तार

    यह जानकारी देते हुए कारागार एवं होमगार्ड्स राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) धर्मवीर प्रजापति ने बताया कि रक्षाबंधन पर्व पर वह स्वयं आगरा की जिला जेल एवं सेन्ट्रल जेल पहुंचकर महिलाओं के लिए की गयी व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया और आई हुई महिलाओं एवं उनके परिजनों से हालचाल लिया। इस दौरान बहन-भाई के बीच प्यार व भावुक पल को देखकर वे स्वयं भी भावुक हो गये।

    कारागार मंत्री ने राखी बांधने वाली बहनों को दिए रुपए

    बीती 29 अगस्त को लखनऊ स्थित नारी बंदी निकेतन की महिलाओं ने श्री प्रजापति को राखी बाँधी थी। राखी बांधने वाली बहनों को कारागार मंत्री ने अपनी तरफ से 16500 रुपए दिए थे। इस प्रकार रक्षाबंधन पर बहन को उपहार दिए जाने की परंपरा का उन्होंने निर्वहन किया। श्री प्रजापति ने बताया कि प्रदेश की बहुत सी ऐसी जेले रही, जहॉ पर बड़ी तादात में महिलायें अपने भाईयों को राखी बांधने आई।

    यह भी पड़े-मोबाइल फोन पर अनारक्षित टिकट बुकिंग ( UTS) की सुविधा उपलब्ध

    गाजियाबाद में सबसे अधिक महिलाओं ने राखी बाधी

    गाजियाबाद में सबसे अधिक 4435 महिलाओं ने राखी बाधी। जबकि लखनऊ में 3991, मथुरा में 3741, फिरोजाबाद में 3336, नोएडा में 2810, आगरा में 2501 एवं सेन्ट्रल जेल आगरा में 639,कानपुर नगर 2225 ,अलीगढ़ 2022, महिलाओं ने अपने भाईयों को राखी बांधने आई। इसी प्रकार बहुत सी जेले ऐसी रही जहाँ 1000 से अधिक की संख्या में बहनें राखी बांधने आयीं।

    श्री प्रजापति ने बताया कि रक्षाबंधन के दिन यूपी की सभी जेलों में भाई बहन के पर्व को देखते हुए कैदियों से मिलने आई बहनों के लिए बेहतर व्यवस्था की गई थी। इस त्यौहार के दृष्टिगत जेलों में मिलने आने वाले लोगों के लिए पीने की पानी की व्यवस्था और मिलने आए परिवार के लिए बैठने की उत्तम व्यवस्था की गई थी। उन्होंने कहा कि जो भी लोग आए उन्हें कहीं भी किसी प्रकार की कोई दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ा।

    यह भी पड़े- जैन युवा वर्ग को धार्मिक संस्कारों से संचित कर देश की उन्नति में लगा रहा श्रमण ज्ञान भारती

    उन्होंने कहा कि राखी का त्यौहार बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। रक्षाबंधन के इस पावन पर्व पर प्रदेश के जेलों में रह रहे बंदियों के मध्य भी हर्षोल्लास का माहौल रहा। बहनों ने अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधकर उनके स्वास्थ्य और सफल जीवन की कामना की।

    RELATED ARTICLES

    Most Popular