लखनऊ। उत्तर प्रदेश में बसपा, सपा और बीजेपी सरकार में अहम भूमिका में रहे आईएएस अधिकारी नवनीत सहगल 35 साल की लंबी प्रशासनिक सेवा पूरी कर सेवामुक्त हो गये हैं। वर्तमान में वह यूपी में अतिरिक्त मुख्य सचिव खेल एवं युवा कल्याण का कार्यभार संभाल रहे थे। आईएएस अधिकारी नवनीत सहगल मायावती से लेकर अखिलेश और योगी आदित्यनाथ तक की कोर टीम में रहे हैं।
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यह यूपी कैडर के 1988 बैच के आईएएस अधिकारी हैं और नवनीत सहगल के पास सीए की डिग्री है।वह मूल रुप से पंजाब के रहने वाले हैं। अगर इनकी पढ़ाई की बात करें तो यह B.Com. C.A.C.S. Cert of Proficiency in French हैं।ट्रेनिंग के बाद उनकी पहली पोस्टिंग साल 1991 में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट देहरादून के पद पर थी। उसके बाद वह हरिद्वार डेवलपमेंट अथारिटी के वीसी भी रहे।
अगर जिलाअधिकारी के तौर पर उनके कार्यकाल पर नजर डाली जाए तो वह जौनपुर, गौंडा, अयोध्या, वाराणसी, लखनऊ में तैनात रहे हैं। केंद्र सरकार में वो पंचायती राज विभाग में निदेशक भी रहे हैं। साल 2007 से लेकर 2012 तक मायावती के मुख्यमंत्री कार्यकाल के दौरान वो सीएम के सचिव के साथ साथ कई महत्वपूर्ण विभागों की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं।
इसमें शहरी विकास, बिजली विभाग शामिल है लेकिन साल 2012 में अखिलेश यादव के सीएम बनने के बाद वो दो सालों तक धार्मिक मामलों के प्रमुख सचिव बनाए गए। फिर साल 2014 में अखिलेश की कोर टीम में शामिल हुए और सूचना विभाग के प्रमुख बने।
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इसी दौरान यूपीडा के भी प्रमुख रहे जिसमें उन्होंने आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे का काम रिकार्ड टाइम में पूरा किया। साल 2017 में योगी आदित्यनाथ की सरकार के आने के बाद वो फिर से हाशिए पर चले गए और खादी विभाग की जिम्मेदारी संभाली। कुछ सालों बाद एक बार फिर उनकी वापसी हुई सूचना विभाग में अतिरिक्त मुख्य सचिव के तौर पर जिम्मेदारी संभाली। साल 2022 में फिर से उन्हें वहां से हटा कर खेल विभाग की जिम्मेदारी दी गई।