Wednesday, July 16, 2025
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    विश्व युवा कौशल दिवस पर मुख्यमंत्री ने किया उत्तर प्रदेश कौशल मेला-2025 का शुभारंभ

    लखनऊ। विश्व युवा कौशल दिवस पर मंगलवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान, गोमतीनगर में उत्तर प्रदेश कौशल मेला का भव्य शुभारंभ किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने प्रदेशभर से आए आईटीआई, आईटीओटी एवं कौशल विकास मिशन से जुड़े प्रशिक्षुओं द्वारा विकसित नवाचारों और तकनीकी उद्यमों की प्रदर्शनी का अवलोकन किया। उन्होंने युवाओं के प्रयासों की सराहना की और प्रदर्शनी में विशेष रुचि दिखाई।

    स्किल यूथ आइकॉन को भी सम्मानित

    मुख्यमंत्री ने टाटा टेक्नोलॉजीज लिमिटेड के ग्लोबल वाइस प्रेसीडेंट सुशील कुमार को इंडस्ट्री एम्बसेडोर, उत्कृष्ट कार्य करने वाले प्रोजेक्ट इम्प्लीमेंटिंग एजेंसियों (पीआईए) और ट्रेनिंग पार्टनर्स को सम्मानित किया। उन्होंने 15 ऐसे स्किल यूथ आइकॉन को भी सम्मानित किया, जिन्होंने प्रशिक्षण के बाद अपने जीवन में उल्लेखनीय सफलता प्राप्त की और अन्य युवाओं के लिए प्रेरणा बने। इन युवाओं ने मुख्यमंत्री के समक्ष अपने अनुभव साझा किए, जो उपस्थित जनसमूह के लिए प्रेरणास्रोत रहे।

    महत्वपूर्ण एमओयू पर हस्ताक्षर किया

    कार्यक्रम में मिशन निदेशक पुलकित खरे ने मुख्यमंत्री की उपस्थिति में मोतीलाल नेहरू राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एमएनएनआईटी), प्रयागराज के साथ एक महत्वपूर्ण एमओयू पर हस्ताक्षर किया। इस समझौते के अंतर्गत युवाओं के लिए नए कोर्स विकसित किए जाएंगे, प्रशिक्षकों को ट्रेनिंग दी जाएगी और आईटीआई के संचालन की गुणवत्ता में सुधार किया जाएगा। एमएनएनआईटी, प्रयागराज की ओर से डीन रिसर्च डा0 शिवेश शर्मा और प्रोफेसर अरुण प्रकाश ने हस्ताक्षर किए.

    स्किल रथों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कार्यक्रम स्थल से 05 स्किल रथों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। टाटा टेक्नोलॉजीज लि० के सहयोग से तैयार किए गए ये स्किल रथ प्रदेश के 75 जनपदों में कौशल विकास मिशन की योजनाओं, आईटीआई में उपलब्ध प्रशिक्षणों तथा रोजगार के अवसरों की जानकारी आमजन तक पहुंचाएंगे। रथों में मल्टीमीडिया के माध्यम से युवाओं को स्किलिंग की प्रक्रिया से अवगत कराया जाएगा।

    व्यावसायिक शिक्षा, कौशल विकास एवं उद्यमशीलता  राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कपिल देव अग्रवाल ने अपने संबोधन में कहा कि मुख्यमंत्री युवा रोजगार योजना के तहत युवाओं को न्यूनतम ब्याज पर ऋण उपलब्ध कराया जा रहा है, ताकि वे खुद का व्यवसाय शुरू कर सकें। उन्होंने यह भी कहा कि अब युवाओं को रोजगार प्राप्त करने वाला नहीं, बल्कि रोजगार देने वाला बनाया जा रहा है। विभाग द्वारा औद्योगिक प्रतिष्ठानों को इंडस्ट्रियल पार्टनर के रूप में जोड़ने की पहल की जा रही है ताकि प्रशिक्षण के उपरांत सीधा रोजगार सुनिश्चित हो सके।

    प्रशिक्षण, प्लेसमेंट और नवाचार पर केंद्रित इस कार्यक्रम में कौशल चौपाल के अंतर्गत प्रशिक्षुओं ने अपनी सफलता की कहानियां साझा कीं। स्किल इनोवेशन शोकेस सत्र में तीन प्रमुख प्रोजेक्ट—इंडस्ट्रियल ऑटोमेशन सिम्युलेटर, ऑटोमेटिक पंप कंट्रोल और LiFi टेक्नोलॉजी—का लाइव डेमो प्रस्तुत किया गया। 11 प्रतिभागियों के साथ औद्योगिक अनुबंध भी किए गए। इसके साथ ही आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, स्किलिंग इकोसिस्टम और इंडस्ट्री-कनेक्ट विषयों पर विशेषज्ञों की पैनल चर्चाएं आयोजित की गईं, जिनसे युवाओं को भविष्य की दिशा में मार्गदर्शन मिला।

    कौशल मेले में 100 से अधिक स्टॉल्स लगाए गए

    कौशल मेले में 100 से अधिक स्टॉल्स लगाए गए थे, जिनमें हस्तशिल्प, टेक्सटाइल, हेल्थकेयर, इलेक्ट्रॉनिक्स, खाद्य प्रसंस्करण एवं स्थानीय उत्पादों की प्रदर्शनी की गई। स्टार्टअप्स, एनजीओ और विभिन्न प्रशिक्षण संस्थानों ने अपने मॉड्यूल्स और लाइव डेमो से युवाओं को स्किल डेवलपमेंट की प्रक्रिया से परिचित कराया। वहीं, स्पोकन इंग्लिश, इंटरव्यू स्किल्स, पर्सनालिटी ग्रूमिंग और सीवी मेकिंग जैसे सॉफ्ट स्किल्स वर्कशॉप्स में बड़ी संख्या में युवाओं ने भाग लिया।

    महिला उद्यमियों की भागीदारी विशेष आकर्षण का केंद्र

    कौशल मेले में महिला उद्यमियों की भागीदारी विशेष आकर्षण का केंद्र रही। आरएसडब्ल्यूएम प्रा. लि. की कोऑर्डिनेटर आयुषी निगम ने बताया कि संस्था द्वारा ग्रामीण बेटियों को आईटी और सॉफ्ट स्किल्स की नि:शुल्क ट्रेनिंग दी जाती है, जिसमें आवास, भोजन और चिकित्सा की सुविधा भी शामिल है। इन युवतियों द्वारा बनाए गए हैंडमेड पोटली बैग्स, डोरमैट, जूट बैग्स, दीवार सजावट सामग्री आदि की प्रदर्शनी ने आगंतुकों का मन मोह लिया। इन उत्पादों की विशेषता यह रही कि वे इको-फ्रेंडली होने के साथ-साथ ग्रामीण युवतियों की आत्मनिर्भरता का प्रतीक भी बने।

    प्रशिक्षण प्राप्त युवा वेस्ट मटेरियल, जूट और पुराने कपड़ों से उपयोगी वस्तुएं बनाना सीखते हैं। उन्हें मशीन के हर पुर्जे की जानकारी दी जाती है और उत्पाद निर्माण की पूरी प्रक्रिया सिखाई जाती है। सरकार द्वारा प्रदान किए गए नि:शुल्क स्टॉल्स पर इन युवाओं ने अपने बनाए उत्पादों को प्रदर्शित किया।

    श्री सिद्धि विनायक एजुकेशन सोसाइटी की ट्रेनर शिवानी सिंह ने बताया कि संस्थान द्वारा युवाओं को तीन माह का पूर्णतः नि:शुल्क प्रशिक्षण दिया जाता है, जिसमें आवास, भोजन, पुस्तकें और कॉर्पोरेट प्लेसमेंट की सुविधा भी शामिल है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रदेशभर के गांवों से युवा आगे आकर अपना भविष्य संवार रहे हैं। कई युवा नोएडा जैसी जगहों में कार्यरत हैं, तो कई स्वरोजगार की राह पर चलकर अन्य युवाओं के लिए उदाहरण बन रहे हैं।

    रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत

    दिन के अंत में विभागीय प्रशिक्षुओं द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए, जिनमें उत्तर प्रदेश की लोक संस्कृति और पारंपरिक कलाओं की झलक दिखाई दी। इन प्रस्तुतियों ने समस्त दर्शकों को भावविभोर कर दिया।

    कार्यक्रम के अगले दिन 16 जुलाई 2025 को विश्व युवा कौशल दिवस के समापन समारोह के अंतर्गत दिनभर विविध गतिविधियां आयोजित की जाएंगी। सुबह पैनल चर्चा में पारंपरिक एवं आधुनिक स्किलिंग में संतुलन विषय पर विशेषज्ञ चर्चा करेंगे। इसके उपरांत नियोक्ता सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा, जिसमें विभिन्न क्षेत्रों के CEO एवं HR हेड युवाओं से सीधा संवाद स्थापित करेंगे।

    कौशल विकास मिशन के नवाचारों पर एक विस्तृत प्रस्तुति दी जाएगी, जिसके पश्चात ‘कौशल चौपाल’ के दूसरे सत्र में युवाओं का टॉक शो आयोजित होगा। ‘ट्रेनर्स स्पीक’ सत्र में प्रशिक्षकों द्वारा अनुभव साझा किए जाएंगे और इसके साथ ही सर्वश्रेष्ठ जिलों द्वारा बनाई गई #Skill Hero रील्स की स्क्रीनिंग की जाएगी।

    दोपहर की पैनल चर्चा में स्किल गैप विश्लेषण अर्थात मांग और आपूर्ति के अंतर पर संवाद होगा। आईटीआई के नवाचारों पर प्रस्तुति दी जाएगी और निदेशक, प्रशिक्षण द्वारा युवाओं को मार्गदर्शन प्रदान किया जाएगा।

    इसके उपरांत स्किल इनोवेशन शोकेस के दूसरे सत्र में यूपीएसडीएम एवं आईटीआई के प्रतिभागी अपने नवाचार प्रस्तुत करेंगे। रोजगार एवं सॉफ्ट स्किल्स विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा, जिसमें ‘Importance of Career Counselling’ और ‘India Skill Report’ जैसे विषयों को शामिल किया गया है।

    समारोह के समापन पर उत्कृष्ट प्रशिक्षकों, प्रशिक्षण केंद्रों और स्टॉल्स को सम्मानित किया जाएगा तथा निदेशक, प्रशिक्षण द्वारा धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया जाएगा। इसके बाद सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया जाएगा, जिसमें प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों की सांस्कृतिक प्रस्तुतियां देखने को मिलेंगी।

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