Saturday, July 19, 2025
More

    सीएम योगी ने कैबिनेट के साथ गंगा में डुबकी, प्रवासी पक्षियों को खिलाया दाना

    प्रयागराज, महाकुंभ नगर।उत्तर प्रदेश सरकार ने बुधवार को महाकुंभ मेला क्षेत्र में ऐतिहासिक कदम उठाते हुए मंत्रिमंडल की बैठक आयोजित की। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में यह बैठक त्रिवेणी संकुल में हुई। बैठक के बाद मुख्यमंत्री ने अपने मंत्रिमंडल के साथ त्रिवेणी संगम पर पवित्र डुबकी लगाई। साथ ही, उन्होंने संगम क्षेत्र में प्रवासी पक्षियों को दाना खिलाने की विशेष पहल की।

    महाकुंभ 2025 की तैयारियों को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि इस आयोजन को भव्य और ऐतिहासिक बनाने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। उन्होंने बताया कि अब तक 9.24 करोड़ से अधिक श्रद्धालु त्रिवेणी संगम पर स्नान कर चुके हैं। यह आयोजन न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि प्रदेश के सांस्कृतिक और आर्थिक विकास को भी बढ़ावा देने वाला साबित हो रहा है।

    बैठक के मुख्य निर्णय:
    मंत्रिमंडल की बैठक में प्रदेश के विकास और महाकुंभ की तैयारियों को लेकर कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए:

    1. प्रयागराज में दो नए पुलों का निर्माण: श्रद्धालुओं और आम जनता की सुविधा के लिए दो नए पुल बनाए जाएंगे। ये पुल यातायात को सुगम बनाएंगे और संगम क्षेत्र में भीड़ प्रबंधन में सहायक होंगे।
    2. धार्मिक सर्किट की स्थापना: सात जिलों को मिलाकर एक नया धार्मिक सर्किट बनाया जाएगा। इसमें प्रयागराज, वाराणसी (काशी), चंदौली, गाजीपुर, जौनपुर, मिर्जापुर और भदोही जिले शामिल होंगे। यह सर्किट धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए तैयार किया जाएगा।
    3. विकास परियोजनाओं को मंजूरी: प्रदेश के बुनियादी ढांचे के विकास, सड़क निर्माण, और जल प्रबंधन से संबंधित योजनाओं को मंजूरी दी गई।

    डुबकी लगाने के बाद मुख्यमंत्री और मंत्रिमंडल के सदस्यों ने संगम क्षेत्र में प्रवासी पक्षियों को दाना खिलाया। इस कदम के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण और जैव विविधता के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता का संदेश दिया गया।

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि महाकुंभ भारत की आध्यात्मिक शक्ति और सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक है। यह आयोजन विश्वभर के लोगों को भारतीय संस्कृति से जोड़ने का एक माध्यम है। उन्होंने प्रदेशवासियों से अपील की कि वे इस आयोजन को सफल बनाने में अपना योगदान दें।

    महाकुंभ नगर में आयोजित यह बैठक प्रदेश के विकास और सांस्कृतिक समृद्धि की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुई। मुख्यमंत्री ने यह भी आश्वासन दिया कि प्रयागराज महाकुंभ 2025 को ऐसा ऐतिहासिक स्वरूप दिया जाएगा, जिसे आने वाली पीढ़ियां याद रखेंगी।

    RELATED ARTICLES

    Most Popular