लखनऊ। पर्यटन भवन लखनऊ में बुधवार को ग्राम वासोचंदपुर, जनपद बिजनौर स्थित श्रीकृष्णायन देशी गौरक्षाला में वैदिक ग्राम, इको-टूरिज्म एवं वेलनेस टूरिज्म केन्द्र की स्थापना के लिए भावी कार्ययोजना पर विचार-विमर्श किया गया।
यह स्थल गंगा तट और राजाजी नेशनल पार्क के समीप प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर 20 एकड़ भूमि पर स्थित है, जो इसे ग्रामीण, सांस्कृतिक एवं आध्यात्मिक पर्यटन के लिए अत्यंत उपयुक्त बनाता है।
बैठक में प्रमुख सचिव पर्यटन मुकेश कुमार मेश्राम एवं पर्यटन निदेशक प्रखर मिश्रा की मौजूदगी में साइट निरीक्षण, संकल्पना प्रस्तुति और संभावनाओं पर गहन चर्चा हुई। शीघ्र ही इस परियोजना को मूर्त रूप देने हेतु उत्तर प्रदेश पर्यटन बोर्ड और श्रीकृष्णायन संस्था के बीच एम.ओ.यू. की प्रक्रिया प्रारंभ की जाएगी।
कार्यक्रम में पर्यटन, संस्कृति और ग्रामीण विकास से जुड़े अनेक विशिष्टजन उपस्थित रहे, जिनमें स्वामी आत्मानंद, स्वामी अनंतानंद, स्वामी ऋषभदेवानंद, श्रीकृष्णायन के संतगण, साथ ही ग्रामीण पर्यटन के विशेषज्ञ डॉ. अंकित अग्रवाल, दीपांशु एवं अभिषेक शामिल थे।
यह प्रस्तावित केन्द्र न केवल पर्यावरणीय संरक्षण, गौ-पालन, और वैदिक जीवनशैली को बढ़ावा देगा, बल्कि स्थानीय स्तर पर आजीविका, रोजगार और पर्यटकों के लिए “प्रकृति + स्वास्थ्य” आधारित एक नई पर्यटन श्रेणी को सशक्त करेगा।