Wednesday, October 22, 2025
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    जनपद हापुड़ में पहली बार हुआ एयरो मॉडलिंग का अभिनव प्रयोग

    सहकारिता विभाग ने रचा इतिहास

    लखनऊ। आखिल भारतीय सहकारिता सप्ताह के अन्तर्गत सहकारिता विभाग हापुड़ एवं विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी सहकारी समिति के तत्वावधान में बी0-पैक्स हापुड़ पूर्वी पर ‘‘सहकारिता में उभरते क्षेत्र और प्रौद्योगिकी का अंगीकरण’’ विषय पर संगोष्ठी व कार्यशाला का आयोजन किया गया।

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    एसटीसीएस (साइंस एंड टेक्नोलॉजी कॉर्पाेरेटिव सोसाइटी लिमिटेड) भारत में विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में पहली ऐसी सहकारी समिति है और कई मायनों में अद्वितीय भी है।एसटीसीएस का प्राथमिक दृष्टिकोण भारत में उच्च तकनीक अग्रणी सहकारी बनने की प्रक्रिया में अपने ग्राहकों को गुणवत्तापूर्ण, ईमानदार, भरोसेमंद और प्रतिबद्ध तकनीकी सेवाएं और समाधान प्रदान करना है।

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    इसके सदस्य ज्यादातर आईआईटी, एनआईटी, आईआईएससी (बैंगलोर), लंदन के इंपीरियल कॉलेज, आईआईएम और अन्य प्रमुख राष्ट्रीय संस्थानों से हैं जिनके पास उच्च गुणवत्ता वाली सेवाएं प्रदान करने का अनुभव और विशेषज्ञता है।सोसायटी का उद्देश्य सहकारी नीति और कार्यक्रम के अनुरूप एक स्मार्ट आधुनिक, पेशेवर सहकारी समिति बनाना है।

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    एसटीसीएस द्वारा दी जाने वाली विभिन्न सेवाएं हैं- सॉफ्टवेयर एप्लीकेशन डेवलपमेंट जैसे वेबसाइट डिजाइनिंग, ऐप डेवलपमेंट आदि, डेटा एनालिटिक्स, क्लाउड कंप्यूटिंग और संबंधित समाधान, तकनीकी प्रशिक्षण, डिजाइनिंग, उद्यमिता विकास कार्यक्रम, डिजिटल मार्केटिंग सेवाएं (सोशल मीडिया प्रबंधन) पीआर प्रबंधन।

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    एसटीसीएस एक छत के नीचे विभिन्न आईटी संबंधित सेवाएं (सॉफ्टनर और हार्डवेयर), तकनीकी प्रशिक्षण और स्टैंड-अप मॉनिटरिंग, डिजिटल मार्केटिंग, सिविल इंजीनियरिंग परामर्श और ऑडिट और वित्तीय अनुपालन सेवाएं प्रदान करती है।इस आयोजन में जनपद के सहकारिता विभाग के अधिकारियो और कर्मचारियो सहित क्षेत्र के प्रगतिशील कृषको द्वारा प्रतिभाग किया गया।

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    नवीनतम तकनीक के प्रयोग

    कार्यक्रम का शुभारम्भ पदमश्री डॉ0 भारत भूषण त्यागी एवं सहायक आयुक्त एवं सहायक निबन्धक अभिषेक कुमार मिश्रा द्वारा किया गया। श्री त्यागी द्वारा कृषको से जैविक खेती करने एवं कृषि कार्य में नवीनतम तकनीक के प्रयोग करने का आहवान किया। कार्यक्रम में अमित परमार द्वारा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी सहकारी समिति (एसटीसीएस) के गठन एवं एग्रीटेक के बारे में जानकारी दी गई।

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    प्रो0 विष्णु अग्रवाल द्वारा एग्री बिजनेस एवं फूड प्रोसेसिंग पर अपना व्याख्यान दिया गया। भारतीय राष्ट्रीय सहकारी संघ के सलाहकार श्री सुमित सिंह द्वारा उभरती अर्थव्यवस्था में सहकारिता के उन्नयन पर बल दिया गया। कृषि विभाग उ0प्र0 में एफपीओ सेल के सलाहाकार पीएस ओझा इस कार्यक्रम में विडियो कोन्फ्रेंसिग के माध्यम से जुडे उन्होने किसान उत्पादक समूह, स्वंय सहायता समूह एवं सहकारिता के सशिक्तकरण की आवश्यकता पर बल दिया।

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    एयरोमॉडलिंग का प्रस्तुतीकरण एवं प्रदर्शन

    उन्होने कृषकों को कृषि उत्पादो में मूल्य संवर्द्धन कर आय बढाने का महत्वपूर्ण सुझाव दिया। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी सहकारी समिति के सौरभ द्वारा विद्यालय के छात्र-छात्राओं के समक्ष एयरोमॉडलिंग का प्रस्तुतीकरण एवं प्रदर्शन किया। खेतो में उर्वरक व कीटनाशक आदि के छिडकाव के लिये ड्रोन को भविष्य की आवश्यकता बताया गया। कार्यशाला में आरम्भशील कृषक उत्पादक समूह के अध्यक्ष हर्ष त्यागी द्वारा अपने प्राकृतिक व जैविक उत्पादो- सरसो का तेल, गुड, मिलेट बिस्किट, दाल आदि का प्रदर्शन किया गया।

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    कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उप आयुक्त एवं उप निबन्धक संजीव राय रहे। जिन्होने अपने सम्बोधन में सहकारिता का भविष्य उज्जवल बताते हुये सहकारिता से समृद्धि की परिकल्पना को साकार करने का आहवान किया। उनके द्वारा जानकारी दी गई कि समितियों में जन सेवा केन्द्र व जन औषधि केन्द्र खोले जा रहे है जिससे जन सामान्य को लाभ होगा और समितियों की आय में भी वृद्धि होगी।

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    विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी सहकारी समिति द्वारा निम्न घोषणाये की गई

    1. सहकारिता विभाग हापुड़ की वेबसाईट एसटीसीएस द्वारा स्पॉन्सर की जायेगी।
    2. एसटीसीएस आपसी समझौते के आधार पर समितियों, एफपीओ एवं स्वंय सहायता समूहो को तकनीकी सहायता उपलब्ध करायेगी।
    3. मोतीलाल नेहरू राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान इलाहाबाद के द्वारा एस0टी0सी0एस0 के साथ मिलकर सहकारी समितियों, एफपीओ एवं स्वंय सहायता समूहो को एग्री बिजनेस एवं क्वालिटी कंट्रोल टेस्टिंग में पूरी तरह से मदद की जायेगी।
    उ0प्र0 में प्रथमबार हापुड़ जनपद में यह कार्यक्रम आयोजित हुआ है। जिसमें एयरोमॉडलिंग व एग्रीटेक कार्यशाला का आयोजन किया गया।

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