जयपुर। भारतीय रेलवे के उपक्रम इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन (आईआरसीटीसी) ने श्रद्धालुओं की बढ़ती मांग को ध्यान में रखते हुए दक्षिण भारत के प्रमुख तीर्थ स्थलों की यात्रा के लिए दक्षिण भारत दर्शन विशेष ट्रेन चलाने की घोषणा की है। 13 अगस्त को सीकर जंक्शन से यात्रा की शुरुआत होगी जो जयपुर, अजमेर, भीलवाड़ा और चित्तौड़गढ़ होते हुए रवाना होगी।
बारह दिवसीय इस धार्मिक यात्रा में यात्रियों को दक्षिण भारत के प्रमुख तीर्थ स्थलों — रामेश्वरम स्थित रामनाथ स्वामी मंदिर, मदुरै का मीनाक्षी मंदिर, कन्याकुमारी, तिरुपति बालाजी और मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग के दर्शन का अवसर मिलेगा। यात्रा का संचालन भारत गौरव टूरिस्ट ट्रेन के माध्यम से किया जाएगा, जिसमें आधुनिक सुविधाओं से युक्त इकॉनमी वातानुकूलित एवं गैर-वातानुकूलित कोच, बायो-टॉयलेट्स और आधुनिक किचन कार जैसी व्यवस्थाएं उपलब्ध होंगी।
सुविधा और बजट के अनुसार यात्रा तीन श्रेणियों में विभाजित
आईआरसीटीसी, जयपुर के क्षेत्रीय प्रबंधक योगेंद्र सिंह गुर्जर ने बताया की इस यात्रा को यात्रियों की सुविधा और बजट के अनुसार तीन श्रेणियों—इकॉनमी, स्टैंडर्ड और कंफर्ट—में विभाजित किया गया है। यात्रा कार्यक्रम के अनुसार, 13 अगस्त को सीकर से प्रस्थान के बाद ट्रेन 15 अगस्त को रामेश्वरम पहुंचेगी, जहां रात्रि विश्राम होगा।
16 अगस्त को रामनाथ स्वामी मंदिर के दर्शन कराए जाएंगे। इसके बाद 17 अगस्त को ट्रेन मदुरै पहुंचेगी, जहां शाम को मीनाक्षी मंदिर के दर्शन कराए जाएंगे और फिर कन्याकुमारी के लिए प्रस्थान किया जाएगा। 18 अगस्त को कन्याकुमारी भ्रमण के बाद ट्रेन रेणीगुंटा की ओर रवाना होगी, जिससे 19 अगस्त को मरकापुर पहुंचा जाएगा। 20 अगस्त को तिरुपति बालाजी के दर्शन कराए जाएंगे।
22 अगस्त को मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग के दर्शन के उपरांत यात्रा की वापसी शुरू होगी, जो 24 अगस्त को सीकर में समाप्त होगी।
इस यात्रा में सभी यात्रियों को कन्फर्म बर्थ, होटल-आवास, संपूर्ण भोजन (नाश्ता, दोपहर व रात्रि का भोजन), स्थानीय परिवहन और मंदिर दर्शन जैसी सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी।
यह यात्रा बीमा सुरक्षा के साथ प्रदान की जाएगी। भारत सरकार और सार्वजनिक उपक्रमों (PSU) के कर्मचारी इस यात्रा पर वित्त मंत्रालय द्वारा स्वीकृत दिशा-निर्देशों के अंतर्गत एलटीसी (लीव ट्रैवल कन्सेशन) का लाभ भी उठा सकते हैं।