लखनऊ। लखनऊ छावनी स्थित मध्य कमान युद्ध स्मारक ‘स्मृतिका’ पर शनिवार को कारगिल विजय दिवस के उपलक्ष्य में एक गरिमामयी पुष्पांजलि समारोह आयोजित किया गया। इस अवसर पर भारतीय सेना के वीर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई, जिन्होंने 1999 के कारगिल युद्ध में राष्ट्र की रक्षा के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया था।

समारोह में मध्य कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ (जीओसी-इन-सी) लेफ्टिनेंट जनरल अनिंद्य सेनगुप्ता ने भारतीय सेना की ओर से युद्ध स्मारक पर पुष्पचक्र अर्पित कर कारगिल के नायकों को नमन किया। श्रद्धांजलि अर्पण के दौरान सैन्य धुनों की गूंज और गार्ड ऑफ ऑनर ने वातावरण को और अधिक भावुक एवं प्रेरणादायी बना दिया।
पूर्व सैनिक समुदाय के अनेक प्रतिनिधि भी इस अवसर पर उपस्थित रहे। उन्होंने भी अपने-अपने ढंग से श्रद्धासुमन अर्पित कर शहीदों को नमन किया। उपस्थितजनों ने दो मिनट का मौन रखकर शहीदों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की।

लेफ्टिनेंट जनरल सेनगुप्ता ने इस अवसर पर कहा,कारगिल विजय दिवस केवल एक सैन्य उपलब्धि का स्मरण नहीं है, बल्कि यह भारतीय सेना के साहस, दृढ़ संकल्प और बलिदान की अद्वितीय परंपरा का प्रतीक है। हमारे वीर जवानों का यह बलिदान आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणास्रोत बना रहेगा।उन्होंने यह भी कहा कि “शौर्य अमर है, बलिदान अनंत – यह भाव प्रत्येक सैनिक के हृदय में सदैव जीवित रहता है।
पुष्पांजलि समारोह के उपरांत, लेफ्टिनेंट जनरल सेनगुप्ता ने लखनऊ सैन्य स्टेशन में आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में पूर्व सैनिकों के साथ सौहार्दपूर्ण संवाद भी किया। इस संवाद में उन्होंने पूर्व सैनिकों के राष्ट्र निर्माण में योगदान की सराहना करते हुए सेना द्वारा उनके कल्याण के लिए किए जा रहे प्रयासों की जानकारी दी। उन्होंने आश्वासन दिया कि भारतीय सेना पूर्व सैनिकों के हितों की रक्षा के लिए सदैव प्रतिबद्ध है।

समारोह के अंत में उपस्थित जनसमूह ने भारत माता की जय और अमर रहे शहीद के नारों के साथ वीर शहीदों को सलामी दी। इस आयोजन ने न केवल सेना की गौरवशाली परंपराओं को पुनः स्मरण कराया, बल्कि देशभक्ति और राष्ट्रीय एकता का सशक्त संदेश भी दिया।


