नोएडा । प्रोफेशनल मुक्केबाज नीरज गोयत ने हरियाणा स्टीलर्स और जयपुर पिंक पैंथर्स के बीच हुए प्रो कबड्डी लीग (पीकेएल) मैच से पहले आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कबड्डी लीग की भूमिका और उसके प्रभाव पर अपने विचार साझा किए। नीरज ने बताया कि कैसे पीकेएल ने ग्रामीण क्षेत्रों के खिलाड़ियों के लिए अंतरराष्ट्रीय पहचान और वित्तीय स्थिरता के अवसर खोले हैं।
नीरज गोयत ने कहा, “पीकेएल ने पिछले 11 वर्षों में कबड्डी को पूरी तरह से बदल दिया है। यह लीग अब केवल एक खेल नहीं बल्कि खिलाड़ियों के लिए अवसरों का एक प्लेटफॉर्म बन चुकी है, खासकर उन खिलाड़ियों के लिए जो छोटे शहरों और गांवों से आते हैं। पहले ये खिलाड़ी अपनी सीमाओं से बाहर नहीं सोच पाते थे, लेकिन अब उन्हें दुनिया भर में अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका मिल रहा है।”
इस अवसर पर नीरज ने कबड्डी के महत्व को भी रेखांकित किया, जो भारत की सांस्कृतिक धरोहर का अहम हिस्सा है। उन्होंने कहा, “कबड्डी हमारे देश की परंपरा में गहरे समाया हुआ है, और यह लीग उसे एक ग्लोबल मंच पर लाने का काम कर रही है।”
जब उनसे पूछा गया कि यदि वह कबड्डी खेलते तो किस पोजीशन पर होते, तो नीरज ने कहा, “मैं डिफेंडर होता, लेकिन मेरा काउंटर अटैक भी मजबूत होता। डिफेंस की अहमियत तो है ही, लेकिन हमले में भी उतना ही खेल की कुंजी है।
प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद, नीरज गोयत ने हरियाणा स्टीलर्स के कप्तान जयदीप दहिया और मुख्य कोच मनप्रीत सिंह के साथ एक विशेष जर्सी एक्सचेंज समारोह में भी भाग लिया। इस दौरान, नीरज ने हरियाणा स्टीलर्स की प्रतिबद्धता और समर्पण की सराहना की और कहा,हरियाणा स्टीलर्स का समर्पण वाकई प्रेरणादायक है। इस प्रकार की टीम भावना ही खेल को और आगे बढ़ाती है।
नीरज की उपस्थिति ने एक बार फिर यह सिद्ध कर दिया कि विभिन्न खेलों का आपसी संबंध और सहयोग भारतीय खेल संस्कृति को और मजबूत बना रहे हैं, और यह लीग विशेष रूप से युवा खिलाड़ियों के लिए एक नई दिशा खोलने का काम कर रही है।