प्रयागराज। नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री श्री ए.के. शर्मा ने कहा कि प्रयागराज महाकुंभ 2025 की शुरुआत में ही आस्था और भक्ति का विशाल जन सैलाब उमड़ पड़ा है। वर्तमान में प्रयागराज तीर्थ में आस्था, भक्ति और आध्यात्मिकता का एक अनुपम संगम देखने को मिल रहा है। महाकुंभ के प्रथम अमृत स्नान के अवसर पर, जो मकर संक्रांति के पावन दिन आयोजित हुआ, 3.50 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं, साधु-संतों, सन्यासियों और कल्पवासियों ने पवित्र गंगा और संगम में स्नान कर पुण्य लाभ अर्जित किया।
विदेशी श्रद्धालुओं ने भी भारतीय संस्कृति, अध्यात्म और आस्था का अनुभव करते हुए इस आयोजन को अपनी स्मृतियों में संजोया। उनके लिए यह महाकुंभ शांति और नई ऊर्जा का स्रोत बन रहा है। इस शुभ अवसर पर श्री ए.के. शर्मा ने सभी श्रद्धालुओं का अभिनंदन करते हुए मकर संक्रांति के पावन पर्व पर देशवासियों और प्रदेशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं दीं।
साधु-संतों की प्रेरणा और महाकुंभ की दिव्यता
श्री शर्मा ने कहा कि सनातन धर्म के साधु-संत और संन्यासी भक्ति और शक्ति के प्रेरणास्रोत हैं। उनकी तपस्या और आस्था से महाकुंभ की दिव्यता और भव्यता और भी बढ़ रही है। मकर संक्रांति पर अमृत स्नान का विशेष महत्व है। यह न केवल हमारी प्राचीन परंपराओं और संस्कृति का प्रतीक है, बल्कि भारत की आध्यात्मिकता और भक्ति की अनमोल धरोहर भी है।
बेहतर व्यवस्थाओं से सुगम आयोजन
नगर विकास मंत्री ने बताया कि केंद्र और प्रदेश सरकार की बेहतर व्यवस्थाओं के चलते महाकुंभ में श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना नहीं करना पड़ा। महाकुंभ में देश-विदेश से करोड़ों श्रद्धालुओं के आगमन को ध्यान में रखते हुए सभी व्यवस्थाएं उच्च स्तर पर की गईं। **पौष पूर्णिमा** और **मकर संक्रांति** के पावन स्नान को सफलतापूर्वक संपन्न कराने के लिए मेला प्रशासन, नगर विकास विभाग, ऊर्जा विभाग, पुलिस और अन्य विभागों की सराहना की गई।
स्वच्छता और आधुनिक तकनीकी का समन्वय
श्री शर्मा ने कहा कि महाकुंभ 2025 में स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। मेला क्षेत्र को स्वच्छ बनाए रखने के लिए 14,000 सफाई कर्मी 24 घंटे कार्यरत हैं। स्वच्छता बनाए रखने के लिए आधुनिक तकनीक और मशीनों का भी उपयोग किया गया है। मेला क्षेत्र में 1.50 लाख टॉयलेट, 250 पानी के एटीएम, 9 स्नान घाट और महिलाओं के लिए चेंजिंग रूम बनाए गए हैं।
मेला क्षेत्र को सुरक्षित और सुव्यवस्थित बनाने के लिए 50,000 से अधिक विद्युत पोल पर जीआईएस आधारित क्यूआर कोड लगाए गए हैं। इस तकनीक की मदद से श्रद्धालु सुविधाओं का लाभ उठा रहे हैं।
भव्य आयोजन की प्रशंसा
विदेशी श्रद्धालु भी महाकुंभ की व्यवस्थाओं, स्वच्छता और सुरक्षा की सराहना कर रहे हैं। मेला क्षेत्र में प्रकाश व्यवस्था और सफाई को लेकर प्रदेश सरकार की व्यापक प्रशंसा हो रही है। नगर विकास मंत्री ने श्रद्धालुओं, कल्पवासियों और दुकानदारों से मेला क्षेत्र को स्वच्छ बनाए रखने में सहयोग करने की अपील की। साथ ही उन्होंने देशवासियों से इस दिव्य, भव्य और अलौकिक महाकुंभ का साक्षी बनने के लिए तीर्थराज प्रयाग आने का आह्वान किया।