Tuesday, June 10, 2025

महिला स्वावलंबन व सशक्तिकरण में मील का पत्थर साबित हो रही है प्रेरणा कैंटीन

महिलाओं की प्रेरणा कैंटीन आजीवका के साथ मरीजों को खिला रही है गरमागरम भोजन

लखनऊ। राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत गठित स्वयं सहायता समूहों, संकुल स्तरीय संगठनों व ग्राम स्तरीय संगठनों से जुड़ी महिलाओं को स्वावलंबी व आत्मनिर्भर निर्भर बनाने लिये प्रदेश के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं द्वारा प्रेरणा कैंटीन खोली गयी हैं।

इससे स्वयं सहायता समूहों की महिलाएं आत्मनिर्भर होने के साथ साथ, आमदनी बढ़ने से अपने घर-परिवार का आर्थिक, सामाजिक व शैक्षिक विकास और अधिक बेहतर ढंग से कर सकेंगी। मरीजों सहित तीमारदारो को भी इन दीदी कैफे से ताजा भोजन और नास्ता मिल रहा है। महिलाओं की आर्थिक स्थिति को संवारने वाला यह महत्वपूर्ण कदम है।

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उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने मन्शा जाहिर की है कि इन प्रेरणा कैंटीनों में मोटे अनाज के व्यंजन भी बनाए जाय तो और अधिक बेहतर होगा। राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन की मिशन निदेशक इन्दुमती ने बताया कि  समूहों की महिलाओं की आमदनी बढ़ाने के लिये विभाग द्वारा हर सम्भव कदम उठाए जा रहे हैं और समूहों की महिलाओं को विभिन्न गतिविधियों से जोड़ कर उन्हें स्वावलंबी बनाया जा रहा है।

मिशन निदेशक ने निर्देश दिए थे कि प्रेरणा कँटीन संचालन हेतु सामुदायिक निवेश निधि ग्राम संगठन आजीविका निधि अथवा सीसीएल का उपयोग करवाते हुए कैंटीन हेतु ऐसे स्थान का चुनाव किया जाए जहां पर आवागमन ज्यादा हो, जिससे स्वास्थ्य केन्द्र के अलावा आम जनमानस द्वारा भी कैंटीन का उपयोग किया जा सके तथा समूहों को भी नियमित व निश्चित लाभ प्राप्त हो। जिस के तहत 832 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में प्रेरणा कैंटीन समूहों की महिलाओं द्वारा संचालित हो रही हैं।

समूह की महिलाओं को रोजगार

सीएचसी पर प्रेरणा कैंटीन खोलने का उद्देश्य है कि राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन योजना के अंतर्गत संचालित समूह की महिलाओं को रोजगार दिया जा सके। महिलाओं के लिए सुरक्षा, सम्मान व स्वावलंबन पर सरकार फोकस कर रही है। ग्रामीण आजीविका मिशन की यह योजना काफी कारगर साबित हो रही है। इससे महिलाओं के साथ ही स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से शुद्ध भोजन भी उपलब्ध कराया जा रहा है।

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यूपी में 832सीएचसी  पर खोली गई कैंटीन

आगरा, बुलंदशहर ,गोरखपुर ,व हरदोई में 17-17, अलीगढ़ बलिया बाराबंकी व बरेली में 15 -15, अंबेडकर नगर, फर्रुखाबाद , फिरोजाबाद ,हमीरपुर लखनऊ, मऊ, मेरठ व वाराणसी में 9-9,  अमेठी, गाजीपुर, देवरिया, महाराजगंज, मिर्जापुर, व शाहजहांपुर में 13-13 ,अमरोहा, औरैया ,बांदा, एटा, मुरादाबाद, शामली, श्रावस्ती,व सोनभद्र-7-7, अयोध्या, बिजनौर ,झांसी ,मथुरा व सिद्धार्थ नगर में 11-11 ,आजमगढ़ में 23, बागपत ,कासगंज ललितपुर व रामपुर में 5-5 ,बहराइच ,खीरी व उन्नाव में 16- 16, बलिया व बरेली में 15-15, बलरामपुर, फतेहपुर, कन्नौज, कानपुर नगर, मैनपुरी, मुजफ्फरनगर, व संभल में 10-10 ,बस्ती बदायूं ,कुशीनगर ,व सुल्तानपुर में 14 -14 ,चंदौली गाजियाबाद व महोबा में 4-4, चित्रकूट, हापुड़, संत कबीर नगर व  संत रविदास नगर में 6-6, इटावा, हाथरस, जालौन, कौशांबी, व पीलीभीत 8-8 ,गौतमबुद्ध नगर में तीन, प्रतापगढ़ व प्रयागराज में 20-20 ,जौनपुर में 21, कानपुर देहात में 12, सहारनपुर में 19 ,रायबरेली में 18 प्रेरणा कैंटीन चल रही है।

मरीजों को गरमागरम भोजन

अस्पताल में भर्ती रोगियों व तीमारदारों को कैंटीन का गरमागरम भोजन मुहैया कराने का उद्देश्य स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देना भी है। महिलाओं के हाथों का बना खाना जहां मरीजों को उत्तम स्वास्थ्य दिला रहा है, वहीं स्वयं सहायता समूह की यह पहल महिलाओं को आत्मनिर्भरता से भी जोड़ रही है।

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मिशन निदेशक, राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के नेतृत्व में समूह सदस्यों के जीवन में एक अभूतपूर्व परिवर्तन का मार्ग प्रशस्त किया है इस कार्य को मुकम्मल अन्जाम देने के लिए इन्दुमती ने प्रदेश के समस्त जनपदों के मुख्य विकास अधिकारियों व आजीविका मिशन से जुड़े सभी अधिकारियों, कर्मचारियों व समूह सदस्यों की सराहना की है।

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