लखनऊ। भारत विरोधी षडयंत्र रचने व पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के लिए जासूसी करने के दो आरोपिओ को यूपी एटीएस की टीम ने मुंबई से गिरफ्तार किया है। जिन्हे ट्रांजिट रिमाड पर लेकर जेल भेज दिया गया।
यूपी एटीएस चीफ नवीन अरोरा ने बताया की विगत 16 जुलाई को पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के लिए जासूसी करने व भारत विरोधी षडयंत्र रचने के आरोप मे गोंडा निवासी मो. रईस को गिरफ्तार किया था। रईस से हुई पूछताछ में उसने बताया था कि जब वह मुम्बई में काम करता था तभी इसकी मुलाकात मुंबई निवासी अरमान अली सैय्यद नाम के एक व्यक्ति से हुई थी।
जिसने भारत में मुस्लिमों पर हो रहे जुल्म और बाबरी मस्जिद की शहादत का जिक्र करते हुए बरगलाया और भारत के विरुद्ध जासूसी करने के लिए उकसाया था।अरमान ने ही उसका नंबर पाकिस्तान में बैठे ISI एजेंट को उपलब्ध करवाया और उसका सपर्क पाकिस्तानी ISI एजेंट्स से करवाया।अरमान और पाकिस्तानी ISI एजेंट्स के कहने पर ही रईस ने अपने अन्य साथियों को जासूसी के लिए प्रेरित किया। जिसके क्रम में मो. सलमान निवासी गोंडा को भी अपने साथ जासूसी करने के लिए प्रेरित किया।
जासूसी करने के एवज में जो धनराशि पाकिस्तानी एजेन्टों द्वारा उपलब्ध कराई गयी उसमे से अपने हिस्से की धनराशि लेने के उपरांत शेष धनराशि अभियुक्त सलमान द्वारा रईस के बैंक खाते में जमा करायी गयी थी। अरमान पेशे से प्लम्बर जबकि सलमान पुताई का काम करता था।
पूछताछ में रईस के द्वारा बताए गए तथ्यों को पुष्ट करने के पश्चात यूपी एटीएस की टीम मुंबई रवाना की गयी थी। जहां बीती 16 जुलाई को दोनों अभियुक्तों अरमान अली सैय्यद व मो. सलमान सिद्दीकी को गिरफ्तार कर मुंबई मे न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत कर ट्रांजिट रिमाड लेकर लखनऊ लाया गया। जहां से उन्हें न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया।