Saturday, July 12, 2025
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    जयपुर पिंक पैंथर्स से जुड़े उदय पार्टे अपने पहले PKLसीजन में अच्छा प्रदर्शन करने को बेताब

    जयपुर। मध्य प्रदेश के सिवनी जिले के 23 वर्षीय उदय पार्टे की किस्मत 1 जून को उस समय चमकी जब प्रो कबड्डी लीग (PKL) सीजन 12 के ऑक्शन में उनका नाम कैटेगरी डी के दूसरे सबसे महंगे खिलाड़ी के रूप में गूंजा। जयपुर पिंक पैंथर्स ने उन्हें अपने स्क्वाड में शामिल किया और यह क्षण उदय के लिए भावनाओं से भरा हुआ था। उस समय कुछ समझ नहीं आ रहा था, बस सोच रहा था कि यह सब हो क्या रहा है, उदय ने कहा।

    भाई से मिली प्रेरणा, मैदान से मिली दिशा
    उदय की कबड्डी यात्रा किसी परंपरागत शैली में शुरू हुई। वे अपने बड़े भाई के साथ कबड्डी खेलने मैदान में गए और वहीं से खेल के प्रति लगाव शुरू हुआ। भाई खेलते थे, तो मैं भी साथ में जाने लगा, उन्होंने बताया। यह भाईचारा धीरे-धीरे जुनून में बदला और छह साल की कठिन मेहनत के बाद उनका प्रोफेशनल सफर शुरू हुआ।

    17 साल में की शुरुआत, फिर नहीं रुके कदम
    जब ज्यादातर एथलीट बचपन में ही खेलना शुरू कर देते हैं, उदय ने कबड्डी की शुरुआत 17 साल की उम्र में की। स्कूल में पढ़ाई के दौरान वे खेल से जुड़े और सिवनी के लोकल टूर्नामेंट्स से होते हुए 2021 में जूनियर नेशनल स्तर तक पहुंचे। यहां के प्रदर्शन ने उन्हें अकादमी और राष्ट्रीय स्तर के टूर्नामेंट्स के लिए तैयार किया।

    मनपसंद टीम ने जताया भरोसा
    ऑक्शन का सबसे खास पहलू यह था कि उदय को उनकी पसंदीदा टीम, जयपुर पिंक पैंथर्स ने चुना। “जयपुर मेरी फेवरेट टीम रही है और जब उन्होंने मुझे चुना तो लगा कि सपना पूरा हो गया,उन्होंने भावुक स्वर में कहा। चयन के बाद सबसे पहले उन्होंने अपने पिता और कोच को फोन कर यह खुशखबरी साझा की।

    कोच महेश गौर की अहम भूमिका
    उदय की तरक्की में जबलपुर के कोच महेश गौर की अहम भूमिका रही है। खुद प्रोफेशनल कबड्डी खिलाड़ी रह चुके गौर ने उन्हें तकनीकी और मानसिक रूप से PKL के लिए तैयार किया। गौर बंगाल वॉरियर्स, पटना पाइरेट्स और यूपी योद्धा जैसी टीमों के लिए खेल चुके हैं और उनके अनुभव ने उदय को बहुत कुछ सिखाया।

    कोच नरेंद्र रेड्डी का मिला भरोसा
    जयपुर पिंक पैंथर्स के मुख्य कोच नरेंद्र रेड्डी ने भी उदय पर भरोसा जताया। “उन्होंने कहा कि वे मुझ पर विश्वास करते हैं और मैं जैसा खेलता हूं वैसे ही खेलूं, बस यही,” उदय ने कहा। कोचिंग स्टाफ के सहयोग से उदय का आत्मविश्वास बढ़ा है और वे अपने पहले PKL सीजन में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए तैयार हैं।

    सीनियर खिलाड़ियों से मिल रहा मार्गदर्शन
    टीम में नितिन रावल और नितिन कुमार धनकर जैसे अनुभवी खिलाड़ी मौजूद हैं जो उदय जैसे युवा खिलाड़ियों को सीखने का मौका दे रहे हैं। “सीनियर्स का अनुभव बहुत काम आ रहा है, वे हमें बताते हैं कि किस परिस्थिति में क्या करना है। उदय ने साझा किया।

    सपनों को हकीकत में बदलने की तैयारी
    उदय ने अपने डेब्यू को लेकर कहा कि अब जब उदय जयपुर पिंक पैंथर्स की जर्सी पहनकर मैट पर उतरेंगे, तो यह सिर्फ एक खिलाड़ी का डेब्यू नहीं होगा, बल्कि एक छोटे शहर के युवा का सपना साकार होने का प्रतीक भी होगा। भगवान का नाम लो और पूरी मेहनत करो, बस अच्छा खेल दिखाना है।

    स्थानीय से अंतरराष्ट्रीय तक की उम्मीदें
    उदय की कहानी उन हजारों युवाओं के लिए प्रेरणा है जो गांव-कस्बों से निकलकर बड़े मंच तक पहुंचने का सपना देखते हैं। अब जब सिवनी का यह रेडर प्रो कबड्डी में कदम रखने जा रहा है, उसकी सफलता पूरे क्षेत्र के लिए गर्व और उम्मीद की बात है।

     

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