लखनऊ। देश की अखंडता और सुरक्षा को लेकर प्रतिबंधित किए गए पीएफआई संगठन के दो कार्यकर्ताओं को एटीएस की टीम ने वाराणसी से गिरफ्तार कर लिया। जिनके ऊपर 50-50 हजार का इनाम घोषित किया गया था।
अपर पुलिस महानिदेशक एटीएस नवीन अरोड़ा ने बताया कि संगठन पीएफआई समेत इसके 8 सहयोगी संगठनों को देश विरोधी कार्यप्रणाली को लेकर केंद्र सरकार ने सितंबर वर्ष 2022 में इसे प्रतिबंधित घोषित कर दिया था। जिनके 21 सदस्यों के विरुद्ध जनपद मेरठ, बाराबंकी, वाराणसी, लखनऊ ,अलीगढ़ व अयोध्या में अभियोग पंजीकृत किए गए थे।
एक दिवसीय विशेष गोपनीय अभियान
जिस पर कार्यवाही करते हुए एटीएस ने करीब 121 संदिग्ध लोगों को चिन्हित किया था। जिनके विरुद्ध कार्रवाई करने के लिए एटीएस ने एक दिवसीय विशेष गोपनीय अभियान चलाकर प्रदेश भर से 70 संदिग्ध लोगों को पकड़कर पूछताछ के लिए संबंधित थाने पर लाया गया था। जिनसे सघन पूछताछ की जा रही है।
वाराणसी की लोहता थाना क्षेत्र से गिरफ्तार
अपर पुलिस महानिदेशक ने बताया कि इसी क्रम में एटीएस की टीम ने फरार चल रहे इनामी कार्यकर्ता परवेज अहमद समेत रईस अहमद को वाराणसी की लोहता थाना क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए दोनों अभियुक्त वाराणसी में रहकर कट्टरपंथी विचारधारा को तेजी से फैलाने का कार्य कर रहे थे।
जिससे देश की सुरक्षा को बहुत बड़ा खतरा उत्पन्न हो सकता था। यह दोनों अभियुक्त देश के विभिन्न राज्यों जैसे दिल्ली, उत्तर प्रदेश, केरल आदि में प्रतिबंधित संगठनों की आयोजित होने वाली गोष्ठी और कार्यशाला में सम्मिलित होकर प्रशिक्षण प्राप्त करते थे और इसे जगह-जगह फैलाने का काम करते थे। ये दोनों अभियुक्त काफी समय से फरार चल रहे थे व लोकेशन बदलकर के अलग-अलग राज्यों में रहने का रह रहे थे।