मोहनलालगंज। कुशलीखेड़ा गांव में बिजली पोल में लगे स्टे वायर में मंगलवार की सुबह उतरे करंट की चपेट में आकर किसान व उसकी भैंस की मौत हो गयी।सूचना पाकर परिजन मौके पर पहुंचे तो कोहराम मच गया। ग्रामीणों से सूचना के बाद इंस्पेक्टर ने पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचकर मृतक किसान के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिये भेजा।
भैंसे को चराने निकले पर हुआ हादसा
नगर पंचायत मोहनलालगंज के कुशलीखेड़ा गांव में किसान दिनेश यादव(55वर्ष) अपनी पत्नी सुमन यादव व दो बेटियों आनिका व आंचल के साथ रहते थे। दिनेश एक निजी मिक्सिंग प्लांट में चौकीदारी की नौकरी कर अपने परिवार का भरण-पोषण करते थे।बड़े भाई रमेश यादव ने बताया मंगलवार की सुबह भाई दिनेश अपनी भैंसे को लेकर चराने निकले थे। गांव के बाहर स्थित निजी स्कूल के सामने सड़क किनारे उगी घास चरते समय भैंस बिजली के पोल में लगे स्टे वायर में उतर रहे करेंट की चपेट में आकर मौके पर गिरकर तड़पने लगी।
भैंस को करंट की चपेट में आकर तड़पता देख भाई दिनेश अपना गमछा बास के डंडे में लपेटकर भैंस को बचाने का प्रयास करने लगे,इस दौरान वो खुद भी करंट की चपेट में आ गये और भाई दिनेश समेत भैंस की करंट की चपेट में आकर मौत हो गयी। ग्रामीणों ने बिजली विभाग समेत पुलिस को सूचना दी। सूचना के बाद बिजली कटने पर भाई दिनेश को स्टे वायर से छुड़ाकर आनन-फानन सीएचसी लेकर गये,जहां इमरजेंसी में मौजूद डाक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इंस्पेक्टर मोहनलालगंज संतोष कुमार आर्य ने पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचकर मृतक के शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिये भेजा।
सड़क जाम कर किया प्रदर्शन
पोस्टमार्टम के बाद मृतक किसान दिनेश यादव का शव दोपहर 2:30 बजे के करीब परिजन घर लेकर पहुंचे तो उनका आक्रोश भड़क उठा और नाराज परिजनों समेत ग्रामीणों ने बिजली विभाग की लापरवाही से मौत होने का आरोप लगाते हुये मृतक का शव मोहनलालगंज-बनी मार्ग पर रखकर प्रदर्शन शुरू कर पत्नी को सरकारी नौकरी व दोनो बेटियों के भरण पोषण व शादी के लिये पांच-पांच लाख रूपये मुआवजे की मांग करने लगे।
प्रदर्शन की सूचना पाकर एसीपी नितिन सिंह, इंस्पेक्टर मोहनलालगंज संतोष कुमार आर्य, इंस्पेक्टर थाना निगोहां विनोद यादव समेत भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचकर आक्रोशित परिजनों को समझाने का प्रयास किया लेकिन वह डीएम को मौके पर बुलाकर तत्काल मुआवजा दिलाये जाने पर अड़ गये।
जिसके बाद एसडीएम मोहनलालगंज हनुमान प्रसाद मौर्य ने मौके पर पहुंचकर एसीपी, एसडीओ, जेई की मौजूदगी में आक्रोशित परिजनों से वार्ता कर उन्हें बिजली विभाग से पांच लाख रूपये का दुर्घटना लाभ व किसान दुर्घटना बीमा, मुख्यमंत्री सहायता राहत कोष से भी आर्थिक मदद दिलाये जाने का आश्वासन देते हुये, मृतक के अन्तिम संस्कार के लिये 50हजार रूपये की त्वरित आर्थिक मदद पीड़ित परिवार को मौके पर मौजूद बिजली विभाग के अफसरों से दिलाई। जिसके बाद परिजनों व ग्रामीणों का आक्रोश शांत हुआ और शव को अन्तिम संस्कार के लिये लेकर गये। प्रदर्शन के चलते करीब डेढ घंटे तक मोहनलालगंज-बनी मार्ग पर बड़े व छोटे वाहनो का आवगमन पूरी तरह ठप्प रहा।प्रदर्शन समाप्त होने पर उक्त मार्ग पर वाहनों का आवगमन सुचारू रूप से शुरू हो सका।
पत्नी व बेटियों के आंसू थमने का नहीं ले रहे थे नाम
स्टे वायर में उतरे करंट की चपेट में आकर मृतक किसान दिनेश यादव की पत्नी सुमन व बेटियों आनिका व आंचल के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे थे,पिता की मौत की खबर पाकर विवाहित बेटी आंशू भी घर पहुंची तो मां व बहनों से लिपटकर बिलख पड़ी।पत्नी व बेटियों का करूणा क्रंदन देख रिश्तेदारों समेत मौके पर मौजूद ग्रामीणों की आंखे नम हो गयी,बरबस सब यही कह रहे थे अब पत्नी व बेटियों का ख्याल कौन रखेगा, कैसे दोनों बेटियों के हाथ पीले होंगे।