निष्ठापूर्वक किया तो सभी कार्यों में सफलता मिलेगी- श्री सुप्रभ सागर जी महाराज
लखनऊ। श्री पार्श्वनाथ दिगम्बर जैन मंदिर सआदतगंज में विराजमान श्री सुप्रभ सागर जी महाराज के सानिध्य में दो दिवसीय महान कालजई तीर्थंकर जिन अर्चना विधान का शुभारंभ शनिवार को हुआ।
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महिलाओं ने मंगलकलश लेकर घट यात्रा निकाली
जिसमें 1008 भगवान शान्तिसागर जी की भव्य प्रतिमा को पालिक में बैठा कर भ्रमण कर स्वामी योगानंद बालिका विद्यालय ग्राउंड टिकैटराय तालाब ले जाया गया। इस दौरान महिलाओं ने मंगलकलश लेकर घट यात्रा निकाली जो स्कूल में जाकर सम्पन्न हुयी। जिसमें बाद भगवान जी को स्थापित कर पूजा अर्चना की गयी। जिसके उपरान्त दो दिवसीय कॉलजई तीर्थंकर जिन अर्चना पूजा का आयोजन किया गया जिसमें 51 जोड़े, शुद्ध वस्त्र पहनकर बैठे और सभी ने भगवान की शांति धारा करने के पश्चात अष्ट द्रव्य से अर्चना की। कालजयी जिनेंद्र महा अर्चना विधान में सौधर्म इंद्र वैभव काला, कुबेर इंद्र सिद्धार्थ जैन,महायज्ञ नायक विमल बाकलीवाल,यज्ञ नायक शोभित काला, ध्वजा रोहन विमल बाकलीवाल, अशौक सौगानी,विजय काला,अमित जैन समेत कई महिलायें शामिल थी।
मानव जीवन के लिए बहुत कष्टकारी
इस अवसर पर महाराज श्री ने कहा कि मानव मैं जीवन जीने की शक्ति धीरे-धीरे खत्म हो रही है। मनुष्य जब मंदिर में जाताहै तो उसे घर की याद आती है। जब घर पर रहता है तो उसे मंदिर की याद आती है। जब भक्ति मैं मन नहीं लगता तो वह दूसरी जगह ध्यान लगता है। जब वहां मन नहीं लगता तो फिर दूसरी जगह मन लगाता है। लेकिन कोई भी कार्य सिद्ध नहीं कर पता है। यह स्थिति मानव जीवन के लिए बहुत कष्टकारी होती है अगर मन और ध्यान लगाकर निष्ठापूर्वक तो उसे सभी कार्यों में सफलता मिलेगी।
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चातुर्मास समिति के कार्याध्यक्ष जागेश जैन एवं संयोजक संजीव जैन ने संयुक्त रूप से बताया कि परम पुज्य मुनि श्री सुप्रभ सागर के दीक्षा दिवस पर आयोजित तीन दिवसीय आयोजन में स्थानीय जैन भक्तों के साथ देश भर से सैकड़ो की संख्या में गुरु भक्तों की पधारने की संभवना है। जिसमें खास तौर में मुख्य मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ नाथ शामिल होगें।