ramkishor
लखनऊ। माल थाना के मडवाना पंचायत के मजरे सैदापुर गांव में आरसीसी रोड पर कई वर्षों से पानी जमा हो रहा है।जिससे बुजुर्ग व बच्चों को गुजरने में परेशानी झेलनी पड़ रही है। शिकायतों के बावजूद भी जिम्मेदार नजर
अंदाजकर कर रहे हैं।

ग्रामीणों के अनुसार सैदापुर चौराहा मड़वाना पंचायत का मजरा होने साथ माल इटौंजा रोड़ का विकसित गांव है। जहां हाल ही में थाना माल ने चौकी भी स्थापित की है,लेकिन गांव का विकास रामभरोसे है। इस मजरे मे आरसीसी रोड़ का निर्माण रामकुमार, छोटेलाल, श्रीकांत, शिवराम आदि की गली में किया गया था। लेकिन घरों के गंदे पानी की समुचित व्यवस्था न किये जाने से बीते कई वर्षों से घरों का पानी आरसीसी पर जमा हो जाता है। जिससे ग्रामीणों को आने जाने में परेशानी का सामना करना पड़ता है।

जबकि स्कूल जाने वाले नौनिहालों की पानी से गुजरने में क्या हल होता होगा सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है। ग्रामीणों ने बताया कि इसके अलावा कोई दूसरा रास्ता नहीं है छोटे-छोटे बच्चे व बुजुर्ग आए दिन इसी पानी में गिर जाते हैं और चोटिल भी हो जाते हैं। प्रधान और ग्राम पंचायत अधिकारी से कई बार शिकायत करने के बाद भी कोई सुनवाई नहीं हुई। हम लोग नरकीय जीवन जीने।को मजबूर हैं।
इस संबंध में खंड विकास अधिकारी सर्जना श्रीवास्तव को उनके मोबाइल पर की बार संपर्क किया गया,लेकिन पहुंच से बाहर बताता रहा। ग्रामीणों ने बताया कि अगर खंड विकास अधिकारी संबंधित समस्या का स्वयं निरीक्षण कर ले तो किस तरह से पंचायत सचिव गांव में सरकारी काम करवा रहे हैं किसी को बताने की जरूरत ही नहीं पड़ेगी।
सफाई कर्मचारी भी अपनी जिम्मेदारी निभाने से कतराते
सूत्रों के अनुसार पंचायत में तैनात सफाई कर्मचारी भी अपनी जिम्मेदारी निभाने से कतराते रहते हैं। इनकी लापरवाही से गाँव के रास्तों पर पानी व गंदगी का ढेर लगा रहता है। जिसका परिणाम ग्रामीणों को झेलना पड़ता है। जिम्मेदार सिर्फ खाना पूर्ति करते हैं बाकी जमीनी हकीकत तो कुछ और ही बताती है। अगर किसी भी पंचायत में जिले स्तर का कोई भी अधिकारी बिना ब्लॉक पर जानकारी के पंचायत का निरीक्षण कर ले तो शायद कुछ ग्रामीणों का भला हो जाए। इन जिम्मेदारों की लापरवाही भी सामने आ जाएगी।