जयपुर। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो मुख्यालय की टीम ने कार्रवाई करते हुए नगर निगम अलवर के राजस्व अधिकारी युवराज युधिष्ठिर मीणा और उसके दलाल मुकेश को परिवादी से तीन लाख रुपये की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है।
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के महानिदेशक डॉ. रवि प्रकाश मेहरड़ा ने बताया कि एसीबी की जयपुर नगर-द्वितीय को परिवादी ने शिकायत दी थी कि उसकी फर्म को नगर निगम अलवर क्षेत्र में यूडी टैक्स एकत्रित करने का टेण्डर मिला है।
पांच लाख रुपये रिश्वत
उस टेण्डर की सर्वे रिपोट-डाटा कलेक्शन को वेरिफाई करने व टेण्डर प्रक्रिया पूरी करने की एवज में नगर निगम अलवर का राजस्व अधिकारी युवराज युधिष्ठिर मीणा पांच लाख रुपये रिश्वत की मांग कर रहा है।
एसीबी के महानिदेशक ने बताया कि एसीबी की टीम ने यह कार्रवाई राजस्थान विधानसभा के बाहर गेट नंबर-3 पर की। जहां आरोपित युवराज मीणा ने जयपुर में कंपनी के प्रतिनिधि से रुपये लाने के लिए कहा था और मंगलवार रात अपने एक साथी के साथ डील करने के लिए विधानसभा के बाहर पहुंचा था।
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एसीबी की जयपुर नगर-द्वितीय टीम ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ओमप्रकाश किलानिया के नेतृत्व में शिकायत का सत्यापन कर ट्रेप की कार्रवाई करते हुए राजस्व अधिकारी युवराज युधिष्ठिर मीणा और उसके दलाल मुकेश को तीन लाख रुपये की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया गया। जानकारी के अनुसार राजस्व अधिकारी युवराज मीणा जयपुर के आमेर का रहने वाला है और उसकी 2012 में अनुकंपा पर नियुक्ति हुई थी।
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खुद को हाई प्रोफाइल दिखाना पसंद
बता दें की आरोपित मीणा को लोगों के सामने खुद को हाई प्रोफाइल दिखाना पसंद है। उसका चचेरा भाई प्रवर्तन निदेशालय में अधिकारी है। वह दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार करने वाली टीम में भी था। एसीबी की टीम ने रुपये बरामद करने के बाद मीणा के जयपुर स्थित निवास और अलवर ऑफिस में कागजों को खंगाला। फिलहाल पुलिस राजस्व अधिकारी और उसके दलाल को गिरफ्तार कर मामले की जांच कर रही है।