रिपोर्ट – रघुबीर शर्मा
महाकुम्भ नगर । महाकुम्भ 2025 का आगाज मानो 144 वर्षों की प्रतीक्षा का अंत और अनन्य आस्था, अगाध भक्ति, हर्ष-उमंग का उल्लासमय संगम बन गया। देश-विदेश से आए लाखों श्रद्धालुओं ने इस दिव्य आयोजन को मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर के रूप में आत्मसात किया। तीर्थराज प्रयागराज के संगम नोज और अन्य घाटों पर श्रद्धालुओं की भीड़ ने भक्ति और एकता का अनुपम दृश्य प्रस्तुत किया। भीगी पलकों और भाव-विह्वल हृदयों से श्रद्धालु इस ऐतिहासिक क्षण को जीते हुए पूजा-अर्चना और भक्ति में तल्लीन नजर आए।
महाकुम्भ 2025: श्रद्धालुओं का अपार उत्साह और योगी सरकार की व्यवस्थाओं की सराहना
पौष पूर्णिमा के दिन महाकुम्भ 2025 का शुभारंभ हुआ, और पहले स्नान के अवसर पर मेला क्षेत्र में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखने को मिली। श्रद्धालुओं ने उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा की गई व्यवस्थाओं की सराहना करते हुए महाकुम्भ पर्व की सुव्यवस्थित तैयारियों को मुक्त कंठ से स्वीकार किया।
स्नान के दो दिन पहले ही लाखों श्रद्धालुओं ने संगम में स्नान किया, और पहले दिन का उत्साह यह संकेत देता है कि आने वाले 45 दिनों में महाकुम्भ में श्रद्धालुओं की संख्या और भी बढ़ सकती है। कल्पवासियों ने भी स्नान कर पुण्य की प्राप्ति के लिए संकल्प लिया, और महादेव की उपासना का विशेष महत्व इस दिन और बढ़ गया था।
पहले ही दिन प्रयागराज और आसपास के क्षेत्रों समेत विभिन्न राज्यों और देशों से श्रद्धालुओं का तांता संगम घाट पर देखने को मिला। विदेशी श्रद्धालुओं ने भी इस ऐतिहासिक अवसर पर आस्था की डुबकी लगाई, जिससे महाकुम्भ की भव्यता और महत्त्व और भी बढ़ गया।
महाकुम्भनगर में श्रद्धालुओं की सेवा में लगे दुकानदारों का कहना है कि इस बार का महाकुम्भ पिछले कुम्भ मेलों से कहीं ज्यादा भव्य और भीड़-भाड़ वाला है, जिससे उनकी आमदनी भी अच्छे-खासे बढ़ने की उम्मीद है।