- प्रथम चरण की यात्रा महामंडलेश्वर संजनानंद गिरी के मूल स्थान कामाख्या पीठ से शुरू होकर जोधपुर तक जाएगी,द्वितीय चरण रामेश्वरम से शुरू होकर कश्मीर के लाल चौक पर जाकर संपूर्ण होगा।
लखनऊ। कामाख्या पीठ की साधिका व निरंजनी अखाड़े की महामंडलेश्वर स्वामी संजनानंद गिरी ने एक प्रेस वार्ता का आयोजन किया, जिसमें उन्होंने सनातन धर्म के प्रचार-प्रसार और धर्म के प्रति फैल रही विभिन्न व्याख्याओं एवं गलत धारणाओं के निवारण हेतु “चतुष्पथ यात्रा” का उद्घोष किया। यह यात्रा आगामी मार्च से शुरू होकर लगभग दो माह तक चलेगी, जिसे दो चरणों में आयोजित किया गया है।
प्रथम चरण की यात्रा महामंडलेश्वर संजनानंद गिरी के मूल स्थान कामाख्या पीठ से शुरू होकर जोधपुर तक जाएगी, जबकि चतुष्पथ यात्रा का द्वितीय चरण रामेश्वरम से शुरू होकर कश्मीर के लाल चौक पर जाकर संपूर्ण होगा। इस दौरान महामंडलेश्वर संजनानंद गिरी हिंदुस्तान के प्रमुख शहरों में विभिन्न धार्मिक आयोजनों और व्याख्यानों को संबोधित करेंगी। साथ ही, वे इस यात्रा में पड़ने वाले सभी प्रमुख धार्मिक स्थलों, शक्ति पीठों, देवस्थानों एवं सनातन धर्म से जुड़े विद्वानों से मुलाकात भी करेंगी।
इस यात्रा में कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों, केंद्रीय मंत्रियों और विभिन्न राजनीतिक दलों के जनप्रतिनिधियों के भी भाग लेने की संभावना है। यात्रा की तैयारियां युद्ध स्तर पर जारी हैं और इसके लिए विभिन्न विभागों का गठन महामंडलेश्वर संजनानंद गिरी के कार्यालय द्वारा किया गया है। इस यात्रा के प्रचार अभियान और संपर्क प्रमुख का दायित्व फिल्म इंडस्ट्री के मशहूर निर्देशक दुष्यंत प्रताप सिंह निभा रहे हैं। उन्होंने बताया कि भारतीय फिल्म और कला जगत के बड़े सितारों ने इस यात्रा के प्रति अपना समर्थन व्यक्त किया है।
इस यात्रा में शैक्षिक, व्यावसायिक, कला जगत एवं अन्य धर्मों और संस्कृतियों से जुड़े लोग भी मूर्त रूप से हिस्सा लेंगे। हरियाणा के प्रमुख सामाजिक कार्यकर्ता और सरपंच खाप के पूर्व प्रधान श्री वेद प्रकाश ने भी इस यात्रा को अपना समर्थन दिया और महामंडलेश्वर संजनानंद गिरी को समर्थन पत्र सौंपा।
इस अवसर पर स्वामी संजनानंद गिरी ने संपूर्ण भारत के धर्म प्रेमियों और विद्वानों से इस यात्रा में सम्मिलित होने का आह्वान किया।