जयपुर। विश्व कल्याण एवं विश्व शांति की स्थापना के भाव से आज जैन इंटरनेशनल ट्रेड ऑर्गेनाइजेशन (जीतो) द्वारा विश्व नवकार महामंत्र दिवस के उपलक्ष्य में सामूहिक नवकार मंत्र पाठ का आयोजन भारत समेत दुनियाभर के 108 देशों में एक साथ, एक समय पर किया गया।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जलवायु परिवर्तन को आज का सबसे बड़ा खतरा बताया। उन्होंने कहा कि इसका एकमात्र उपाय जैन समुदाय की सतत जीवनशैली है। प्रधानमंत्री ने कहा कि जैन समुदाय सदियों से सादगी, स्थिरता और संयम के सिद्धांतों का पालन करता आ रहा है।
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प्रधानमंत्री ने स्वदेशी उत्पादों की अधिक से अधिक खरीद करने और दूसरों को भी इसके लिए प्रोत्साहित करने की आवश्यकता पर ज़ोर दिया। उन्होंने स्वदेशी उत्पादों को वैश्विक स्तर पर ले जाने के महत्व को रेखांकित किया। प्रधानमंत्री ने कहा की जब मैं वोकल फॉर लोकल कहता हूं जो सामान बना है भारत में, जो बिके भारत में भी और दुनिया भर में जिस सामान को बनाने में किसी भारतीय के पसीने की खुशबू हो, जिस सामान में भारत की मिट्टी की महक हो, हमें उसे खरीदना है और दूसरों को भी प्रेरित करना है।
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नवकार महामंत्र के महत्व के बारे में बताते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि यह मंत्र विकसित भारत के दृष्टिकोण से जुड़ा हुआ है। नवकार महामंत्र का यह दर्शन विकसित भारत के विजन से भी जुड़ता है। उन्होंने कहा की विकसित भारत यानी विकास भी, विरासत भी, एक ऐसा भारत जो रुकेगा नहीं जो थमेगा नहीं। जो ऊंचाई छुयेगा लेकिन अपनी जड़ों से नहीं कटेगा।
नौ संकल्प लेने का किया आह्वान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों से नौ संकल्प लेने का आह्वान किया। ये नौ संकल्प हैं – जल संरक्षण, एक पेड़ मां के नाम, स्वच्छता, स्वदेशी उत्पादों को अपनाना, घरेलू पर्यटन, जैविक खेती, स्वस्थ जीवन शैली, योग और खेल तथा जरूरतमंदों की सहायता करना। इस दौरान प्रधानमंत्री ने ज्ञान को संरक्षित रखने के सरकार के कर्तव्य के रूप में प्राकृत और पाली को शास्त्रीय भाषाओं का दर्जा प्रदान करने का उल्लेख किया।
प्रदेशभर में भव्य कलश यात्रा के आयोजन
इधर प्रदेशभर में जीतो द्वारा विश्व नवकार महामंत्र दिवस के उपलक्ष्य में नवकार मंत्र के सामूहिक जाप के साथ भव्य कलश यात्रा के आयोजन किये गए। राजधानी जयपुर में आयोजित हुए कार्यक्रम में राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने शिरकत की। उन्होंने नवकार मंत्र को स्तुति से युक्त सर्व कल्याण प्रार्थना बताते हुए कहा है कि यह ध्यान का ज्ञान है। उन्होंने कहा कि यह विश्व कल्याण के साथ बाधाओं के निवारण का आदि मंत्र है।
उन्होंने कहा कि विश्व नवकार मंत्र दिवस भारत की अध्यात्म परम्परा में निहित विश्व शांति की सामूहिक भावना का द्योतक है। उन्होंने कहा कि भारतीय दर्शन मंत्रों की साधना से ही जुड़ा है। मंत्र का अर्थ होता है, पवित्र उच्चारण। इससे धरती पर सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और नकारात्मक भावों से मुक्ति मिलती है।
तीर्थंकरों ने जीवन का आदर्श मार्ग प्रदान किया
राज्यपाल ने जैन परंपरा में तीर्थंकरों की भूमिका की चर्चा करते हुए कहा कि उन्होंने जीवन का आदर्श मार्ग प्रदान किया। तप, अहिंसा, अपरिग्रह आदि के मार्ग से जीवन को धन्य करने की शिक्षा तीर्थंकरों ने दी। नवकार मंत्र इसी परंपरा का बहुत पावन भारतीय संस्कार है। यह मानव कल्याण से जुड़ा है।
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इससे पहले उन्होंने नमोकार मंत्र का उच्चारण करते हुए कहा कि इस मंत्र को समझकर और भक्तिपूर्वक जपने से आदिनाथ का ध्यान ही नहीं होता जीवन की तमाम समस्याओं के समाधान का मार्ग खुल जाता है। उन्होंने कहा कि जैन धर्म नहीं संस्कृति है। उन्होंने “सर्वे भवन्तु सुखिन” की भारतीय सोच का प्रसार करने का भी आह्वान किया।
जोधपुर में विश्व शांति और एकजुटता के लिए शहर में कई स्थानों पर नवकार महामंत्र की सामूहिक आराधना की गई। श्री साधु मार्गी जैन परम्परा के राष्ट्रीय सन्त आचार्य रामेश के अनुयायियों द्वारा देशभर में जैन अन्तरराष्ट्रीय संगठन जीतो के आह्वान पर महामंत्र नवकार मन्त्र की सामूहिक आराधना की गई।
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कमला नेहरू नगर प्रथम विस्तार, आचार्य श्री नानेश मार्ग स्थित समता भवन, पावटा सी रोड स्थित कांकरिया भवन, जैन स्थानक,सरस्वती नगर, सरदारपुरा स्थित गांधी मैदान एवं शहर में स्थित विभिन्न धामिक स्थलों पर श्री साधुमार्गी जैन संघ के श्रावक श्राविकाओं ने सकल जैन समाज के साथ सामूहिक रुप से महामंत्र नवकार मंत्र की आराधना में सहभागिता निभाई। आचार्य रामेश की शिष्या साध्वी प्रभातश्री महाराज एवं साध्वी चन्द्रकला महाराज के सान्निध्य में आचार्य श्री नानेश मार्ग स्थित समता भवन में आराधना की गई।
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वहीं राजेन्द्र सूरी जैन त्रिस्तुतिक संघ की ओर से राजेन्द्र भवन खैरादियों का बास, सभवनाथ राजेन्द्र जैन मंदिर ऊजी तारा जैन भवन, अमरनगर में सामूहिक नमस्कार महामंत्र जाप आयोजित किया गया। इसी तरह पाल रोड शंकर नगर वृदांवन सोसाइटी के सामने नवकार जाप में आस्था का जन सैलाब उमड़ पड़ा।
महावीर जन्म कल्याणक निमित्ते नवकार जैन सोसाइटी के तत्वावधान में पाल रोड स्थित 148 शंकरनगर में सामूहिक 21 हजार से अधिक विश्व शांति नवकार जाप से प्रांगण गुंजायमान हो उठा। सोसायटी अध्यक्ष गोपालराज भंडारी व प्रवक्ता धनराज विनायकिया ने बताया कि भगवान महावीर जन्मोत्सव निमित्ते विश्व कल्याण हेतु एक विश्व एक महामंत्र और शांति के कड़ी मे विश्व शांति कल्याण जाप किया गया।