Tuesday, August 19, 2025
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    डेंगू, एवं मलेरिया उपचार एवं प्रबन्धन पर कार्यशाला का आयोजन

    • निजी चिकित्सकों, नर्सिंग होम संचालकों को डेंगू, चिकुनगुनिया एवं मलेरिया रोगियों के बेहतर उपचार व प्रबन्धन का दिया गया प्रशिक्षण

    लखनऊ। जनपद लखनऊ में गोदरेज कन्ज्यूमर प्रोडक्ट लिमिटेड (जीसीपीएल) के वित्तीय सहयोग से संचालित तकनीकी सहयोगी संस्था पाथ-सीएचआरआई के सहयोग से जनपद के निजी क्षेत्र के चिकित्सकों एवं नर्सिंग होम संचालकों का डेंगू, चिकुनगुनिया व मलेरिया रोगियों के उपचार व प्रबन्धन को लेकर एक होटल में प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया।

    मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ एनबी सिंह की अध्यक्षता में भारत सरकार द्वारा निर्गत डेंगू, चिकुनगुनिया क्लिनिकल मैनेजमेंट गाइडलाइन्स 2023 एवं मलेरिया ट्रीटमेंट प्रोटोकॉल 2013 पर प्रशिक्षण आयोजित किया गया। शिक्षण कार्यक्रम में भारत सरकार द्वारा प्रशिक्षित मास्टर प्रशिक्षक के रूप में किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय से डॉ. अम्बुज यादव और राम मनोहर लोहिया चिकित्सा संस्थान से असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. निखिल गुप्ता ने जनपद के चिकित्सालयों से आये विशेषज्ञ चिकित्सक, फिजीशियन एवं इमरजेंसी मेडिकल ऑफिसरों को प्रशिक्षण दिया|

    कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ एनबी सिंह ने कहा कि किसी भी बीमारी के प्रबंधन और इलाज में निजी एवं सरकारी दोनों ही चिकित्सकों की भूमिका अहम है। डेंगू, मलेरिया एवं चिकुनगुनिया जैसी बीमारियाँ, जिनके सही प्रबंधन और इलाज से किसी भी अनहोनी घटना को होने से रोका जा सकता है। उन्होंने कहा कि लखनऊ में आस-पास के 15 जिलों से लोग सरकारी और निजी दोनों ही अस्पतालों में इलाज के लिए आते हैं। ऐसे में इलाज के प्रोटोकॉल पर दिया गया यह प्रशिक्षण अत्यंत महत्वपूर्ण साबित होगा।

    उन्होंने प्रशिक्षण के आयोजन को लेकर गोदरेज कन्ज्यूमर प्रोडक्ट लिमिटेड (जीसीपीएल) और तकनीकी सहयोगी संस्था पाथ-सीएचआरआई का धन्यवाद किया। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इन बीमारियों के नियंत्रण पर समुदाय की भागीदारी भी बहुत जरूरी है। सहयोगी तकनीकी संस्था पाथ से एनटीडी लीड डॉ शोएब अनवर, पाथ-सीएचआरआई से डा शिवानी सिंह, सीनियर टेक्निकल अधिकारी डेंगू एवं चिकुनगुनिया, डा अमृत शुक्ला, सीनियर टेक्निकल अधिकारी मलेरिया, श्री राहुल कुमार, स्टेट एम एण्ड ई अधिकारी शामिल हुए।

    वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ गोपी लाल ने बताया कि इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के बाद सरकारी और निजी दोनों ही चिकित्सालयों में डेंगू और चिकनगुनिया के इलाज के नवीन प्रोटोकॉल के लागू होने के बाद रोगियों को और बेहतर और एक समान इलाज मिल सकेगा।डा. रितु श्रीवास्तव ने बताया कि भारत सरकार द्वारा निर्गत निर्देशों के अनुसार सभी बुखार के मरीजों का तुरंत मलेरिया जांच किया जाना चाहिए और जो पॉजिटिव हों उन्हें अविलंब पूर्ण आमूल उपचार दिया जाना चाहिए ताकि मलेरिया रोग के संचरण की श्रंखला को तोडा जा सके।

    राज्य स्तर से पाथ-सीएचआरआई से वरिष्ठ तकनीकी अधिकारी मलेरिया. डॉ अमृत शुक्ला ने बुखार से ग्रस्त रोगियों की त्वरित मलेरिया की जांच व धनात्मक पाए जाने पर तत्काल पूर्ण आमूल उपचार प्रदान करने को कहा साथ ही यह भी बताया की समस्त जाँचे गए रोगियों की दैनिक सूचना UDSP पोर्टल पर नियमित रूप से अपलोड भी की जाए।
    पाथ-सीएचआरआई के जिला समन्वयक श्री आशीष कुमार वर्मा ने कहा इन बीमारियों पर संयुक्त प्रयासों के माध्यम से ही काबू पाया जा सकता है।

    कार्यक्रम के अंत में जिला मलेरिया अधिकारी डॉ रितु श्रीवास्तव और डिप्टी सीएमओ डॉ रवि पाण्डेय ने कार्यक्रम में आए अतिथियों, प्रशिक्षकों एवं प्रशिक्षणार्थियों का धन्यवाद किया। प्रशिक्षण में कुल 90 चिकित्सकों ने प्रतिभाग किया।

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