लखनऊ। यूपी एटीएस ने सोशल मीडिया के जरिये देश विरोध कार्यक्रलापों को अंजाम देने को कोशिश कर रहे दो आतंकियों को मुख्यालय से पूछताछ के दौरान गिरफ्तार कर लिया। जिसमें एक आतंकी गोंडा का और दूसरा जम्मू-कश्मीर का रहने वाला है।
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एटीएस चीफ नवीन अरोड़ा ने बताया कि अपराधियों के खिलाफ जांच के दौरान सूचना मिली की सोशल मीडिया के जरिये देश विरोध कार्यक्रलापों को अंजाम दिया जा रहा है। दोनों आरोपी उत्तर प्रदेश में लोगों को एकत्र कर कोई बड़ी आंतकी योजना बनाने के फिरार में थे। जिसके बाद दोनों आरोपियो को पूछताछ के लिये एटीएस के मुख्यालय बुलाया गया।
जिनसे पूछताछ के बाद आंतकी संगठनों से जुड़े होने की पुष्टि के बाद गिरफ्तार कर लिया। दोनों सोशल मीडिया के जरिए देश विरोधी गतिविधियों में शामिल थे। दोनों आतंकियों के हिजबुल मुजाहिद्दीन, अलकायदा और अंसार गजवातुल जैसे आतंकी संगठनों से कनेक्शन हैं। एटीएस चीफ ने बताया कि पकड़ा गया सद्दाम शेख मूल रूप से गोंडा के पठानपुरवा गांव का रहने वाला है। जो बेंगलुरु की एनटीसी कम्पनी में चालक का काम करता है।
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जांच में सामने आया कि सद्दाम आनलाइन एक्टिविटी के जरिए आतंकी गतिविधियों से जुड़े दस्तावेजों को शेयर करता था। सोशल मीडिया पर उसने कई आपत्तिजनक और देश विरोधी सामग्री पोस्ट की हैं। उसने कई बार फेसबुक पर आईडी बनायी जो आंतकी सामग्री पोस्ट करने के बाद व्लाक कर दी। सद्दाम ने बताया कि ओसामा बिन लादेन, जाकिर मूसा, रियाज नायकू, नावेद जट, समीर टाइगर जैसे आतंकी उसके आइडल हैं।
उसके फोन में इन आतंकियों के फोटो-वीडियो मिले हैं। वह एक मुजाहिद बनना चाहता है। वीडियो को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से फेसबुक, इंस्टाग्राम पर लोगों को आतंकी गतिविधियों में शामिल होने के लिए प्रेरित करता था। सद्दाम बाबरी मस्जिद के कोर्ट के फैसले से काफी नाराज था।
वह इसका बदला लेना चाहता था। सद्दाम इसलिए रेडिकल कंटेंट पोस्ट करता था, ताकि कोई उसे संपर्क करके उसे हथियारों प्रशिक्षण दे सके। सद्दाम ने कहा कि जिन मुसलमानों पर अत्याचार हुआ है। वह उनके साथ अपनी एक सेना बनाना चाहता था। सद्दाम की लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकी संगठनों से जुड़ी फोटो लगी हैं।
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पाकिस्तानी और कश्मीरी मिलिटेंट के संपर्क में रहता था। जबकी पकड़ा गया दूसरा आंतकी रिजवान खान जम्मू-कश्मीर के मिडिल स्कूल लैंड मार्क में रहने वाला है। जो हिजबुल मुजाहिद्दीन और गजवातुल हिंद से जुड़ा आतंकी है। पूछताछ में पता चला कि रिजवान खान जम्मू-कश्मीर में बैठकर सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर आतंकी गतिविधि फैलाता था।
वह प्रतिबंधित आतंकी संगठनों के आतंकियों की फोटो लगाकर अन्य लोगों को अपने साथ जोड़ने का काम करता था। एटीएस ने उसके पास से एके-47 जैसे कारतूस और आतंकियों के साथ प्रशिक्षण की लगी फोटो बरामद की है।
पूछताछ में उसने बताया कि जाकिर मूसा और बुरहानवानी के जैसा बनाना चाहता था। वह हमख्याल के जैसे लोगों के बीच जेहादी सोच को फैलाता था। रिजवान वर्तमान समय में फारबिस गंज बिहार में मरहवा फ्रोजेन फूड प्राईवेट लिमिटेड फैक्ट्री में सुरक्षा गार्ड की नौकरी कर रहा है।
जबकी कुछ समय पहले वह उन्नाव की एक मीट फैक्ट्री में सुरक्षा गार्ड की नौकरी कर रहा था। एटीएस चीफ नवीन अरोरा ने बताया कि आरोपियों से पूछताछ के लिये पुलिस कस्टड़ी रिमाण्ड हेतु न्यायालय में अनुरोध किया जायेगा। जिसके बाद विस्तृत रूप से पूछताछ कर इनके अन्य सहयोगियों के बारे में जानकारी एकत्र की जायेगी।