Tuesday, August 19, 2025
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    अयोध्या : राम दरबार की हुई प्राण प्रतिष्ठा, मुख्यमंत्री ने उतारी आरती, देखें तस्वीरें

    अयोध्या। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने 53वें जन्मदिन के अवसर पर गुरुवार को पावन नगरी अयोध्या में भगवान श्रीराम के दर्शन कर आशीर्वाद लिया।

    इस अवसर पर उन्होंने श्रीरामलला मंदिर में विधि-विधान से पूजा-अर्चना की और राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा में भाग लिया। उन्होंने भगवान श्रीराम की आरती उतारी और श्रद्धालुओं के बीच उत्साह का वातावरण बना रहा।

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रामकथा हेलीपैड से उतरने के बाद सबसे पहले हनुमानगढ़ी मंदिर पहुंचे, जहां उन्होंने बजरंगबली की पूजा की। इसके बाद वे रामलला मंदिर पहुंचे और वहां विधिवत दर्शन-पूजन किया। मंदिर परिसर ‘जय श्रीराम’ के जयघोष से गूंज उठा। इस धार्मिक अवसर पर मुख्यमंत्री ने भक्तों से संवाद किया और सभी से शुभकामनाएं प्राप्त कीं। उनका यह दौरा न केवल धार्मिक आस्था से जुड़ा रहा, बल्कि पूरे प्रदेशवासियों के लिए भावनात्मक और आध्यात्मिक महत्व भी रखता है।

    मंदिर परिसर भक्ति और उत्साह से सराबोर

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्रीराम मंदिर के प्रथम तल पर स्थापित राम दरबार में आयोजित प्राण प्रतिष्ठा समारोह में हिस्सा लिया। इस समारोह में माता जानकी के साथ सिंहासन पर विराजमान भगवान श्रीराम, उनके साथ खड़े भरत, लक्ष्मण और शत्रुघ्न के विग्रहों के साथ-साथ भगवान बजरंगबली के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा वैदिक विधि-विधान से संपन्न हुई। इस पावन अवसर पर मंदिर परिसर भक्ति और उत्साह से सराबोर रहा। सफेद संगरमर से बनी प्रतिमाएं अलग ही शोभा बिखेर रही थीं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की उपस्थिति में गंगा दशहरा के पावन पर्व पर अभिजित मुहूर्त में आज श्रीराम दरबार के साथ मन्दिर परिसर के सभी नवनिर्मित देवालयों में एक साथ सामूहिक मंत्रोच्चार के साथ प्राण प्रतिष्ठा हुई।

    मुख्यमंत्री ने श्रीरामलला मंदिर के मुख्य परिसर में स्थित अन्य मंदिरों में भी गये, जहां विभिन्न देव विग्रहों की प्राण प्रतिष्ठा संपन्न हुई। श्रीराम दरबार और शेषावतार के साथ जिन मन्दिरों में प्राण प्रतिष्ठा हुई वे हैं परकोटा के ईशान कोण पर स्थित शिव मंदिर, अग्निकोण में गणेशजी, दक्षिणी भुजा के मध्य में हनुमानजी, नैऋत्य कोण में सूर्य, वायव्य कोण में मां भगवती के साथ परकोटा की उत्तरी भुजा के मध्य में अन्नपूर्णा माता प्रतिष्ठित हुईं।

    ये सभी प्रतिमाएं सफेद संगमरमर से निर्मित हैं। इन सभी मंदिरों में प्राण प्रतिष्ठा समारोह वैदिक रीति से संपन्न हुआ, जिसमें मुख्यमंत्री ने सक्रिय रूप से भाग लिया। त्रिदिवसीय समारोह के अंतिम दिन प्रातः साढ़े छह बजे से आह्वानित देवताओं का यज्ञमंडप में पूजन प्रारम्भ हुआ जो दो घंटे चला। इसके पश्चात नौ बजे से हवन शुरू हुआ जो घंटे भर चला। बाद में केंद्रीयकृत व्यवस्था के अंतर्गत एक साथ सभी देवालयों में प्राण प्रतिष्ठा का अनुष्ठान प्रारम्भ हुआ।

    परिसर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी

    मुख्यमंत्री के दौरे के दौरान श्रीराम मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। भक्तों ने जय श्रीराम के जयघोष के साथ अपनी भक्ति और उत्साह का प्रदर्शन किया। मुख्यमंत्री ने उपस्थित श्रद्धालुओं का अभिवादन किया और उनके साथ अपने जन्मदिन की खुशी साझा की। श्रद्धालुओं ने उन्हें जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं दीं और उनके दीर्घायु की कामना की। इस दौरान श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपाल दास, महासचिव चंपत राय, स्वामी गोविंद देव गिरि जी महाराज सहित अन्य गणमान्य मौजूद रहे।

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