लखनऊ।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य में जुलाई 2024 से लागू होने वाले तीन नए आपराधिक कानूनों के प्रभावी क्रियान्वयन पर समीक्षा बैठक की। उन्होंने इन कानूनों के प्रति जनजागरूकता फैलाने की आवश्यकता पर जोर देते हुए इसे आपराधिक न्याय प्रणाली को जनोन्मुखी बनाने का एक महत्वपूर्ण कदम बताया।
महाकुंभ 2025 में प्रचार का निर्देश
मुख्यमंत्री ने महाकुंभ 2025 के दौरान इन कानूनों के प्रचार-प्रसार का निर्देश दिया। उन्होंने कहा, “महाकुंभ 2025 में 40 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के प्रयागराज आने की संभावना है, जो इन कानूनों की जानकारी जनता तक पहुंचाने का एक शानदार अवसर प्रदान करता है।”
योगी आदित्यनाथ ने छोटे वीडियो और अन्य डिजिटल माध्यमों के जरिए लोगों को जागरूक करने की जरूरत पर बल दिया। उन्होंने कहा कि यह पहल न केवल कानूनों के बेहतर क्रियान्वयन में मदद करेगी, बल्कि नागरिकों को उनके अधिकारों और कर्तव्यों के प्रति भी जागरूक बनाएगी।
पुलिसकर्मियों के प्रशिक्षण पर जोर
मुख्यमंत्री ने सभी पुलिसकर्मियों को नए कानूनों का शीघ्र प्रशिक्षण पूरा करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षित पुलिसकर्मी जनता को सही जानकारी देने और कानून के प्रति उनके विश्वास को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
“पुलिस बल का दायित्व है कि वह लोगों को सही मार्गदर्शन दे और नए कानूनों के तहत उनकी सहायता करे,” उन्होंने कहा।
नए कानूनों का उद्देश्य
जुलाई 2024 से लागू होने वाले ये तीन नए आपराधिक कानून भारतीय लोकतंत्र में न्याय की अवधारणा को सुदृढ़ करेंगे और अपराधियों पर कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि जनजागरूकता से इन कानूनों का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जा सकेगा।
महाकुंभ 2025 के इस ऐतिहासिक अवसर का उपयोग करके सरकार जनता और प्रशासन के बीच आपसी विश्वास को और गहरा करने की दिशा में काम करेगी।